Politalks.News/Rajasthan. सोमवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के युवाओं को दिए गए बयान को लेकर तूफ़ान मचा हुआ है. कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर आज हुई वोटिंग के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि, ‘कांग्रेस पार्टी में सभी को अवसर मिलता है. ऐसे में किसी तरह की जल्दबाजी ठीक नहीं है. क्योंकि जल्दबाजी में केवल ठोकरें ही लगती है. युवा शक्ति मेहनत कर सकती है लेकिन अनुभव का कोई विकल्प नहीं हो सकता. अनुभव से ही गांव, क़स्बा और पार्टी चलती है.’ अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस बयान पर पक्ष विपक्ष दोनों तरफ से प्रतिक्रिया आने लगी है. बसपा से कांग्रेस में आए राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘सचिन पायलट की उम्र में गहलोत मुख्यमंत्री बन गए थे लेकिन आज उनका युवाओं के प्रति विचार सही नहीं है.’ इस दौरान राजेंद्र गुढ़ा ने गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी निशाना साधा.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया शाम 4 बजे समाप्त हो गई. मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि ठऊर के बीस हुए इस मुकाबले में सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक 96% प्रतिशत वोटिंग हुई. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव का परिणाम 19 अक्टूबर को आना है. तो वहीं राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मतदान के बाद दिए गए बयान से प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. सीएम गहलोत के युवा शक्ति को लेकर दिए गए बयान पर पार्टी के नेताओं ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. बसपा से कांग्रेस में आए और कभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी रहे राजेंद्र गुढ़ा ने सीएम गहलोत के बयान को गलत बताया. राजेंद्र गुढ़ा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘आदि शंकराचार्य ने महज 33 साल की उम्र में दुनिया में अपना नाम कर लिया था. वहीं, सिकंदर 27 साल की उम्र में दुनिया जीत चुका था. ऐसे में साफ है कि नौजवानों ने परिणाम दिए हैं.’
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पत्रकारों से बात करते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि, ‘युवावस्था में अशोक गहलोत ने बेहतरीन करके दिखाया था, जिसे प्रदेश की जनता ने भी हाथों हाथ लिया. लेकिन आज उनका युवाओं के प्रति विचार सही नहीं है. सचिन पायलट की उम्र में तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद सीएम की कुर्सी पर बैठ गए थे. तब पार्टी में 20-30 वरिष्ठ व अनुभवी नेता थे, जो सीएम बन सकते थे. ऐसे में वरिष्ठ नेताओं को साइड करने के लिए गहलोत ने अपने पक्ष में एक लाइन का प्रस्ताव पारित करवा लिया. माना कि आप अनुभव को साइड नहीं कर सकते हैं, लेकिन यूथ को भी साइडलाइन नहीं कर सकते.’ वहीं सचिन पायलट के पक्ष में जवाब देते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि, ‘सचिन पायलट का समय जल्दी आएगा और वे जल्द ही सीएम बनेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव परिणाम के बाद पायलट का समय आएगा.’
वहीं बीते महीने राजस्थान में हुए सियासी घटनाक्रम जिक्र करते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि, ‘जो नेता पहले कह रहे थे कि आलाकमान को नहीं मानेंगे, आज वे माफी मांग रहे हैं. हमारे सचेतक महेश जोशी को ले लीजिए, शांति धारीवाल को ले लीजिए और धर्मेंद्र राठाैड़ को ले लीजिए. ये सभी नेता अब आलाकमान से माफी मांग रहे हैं लेकिन मैं अपने स्टेंड पर आज भी कायम हूं.’
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बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव से पहले राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच कांग्रेस पर्यवेक्षकों द्वारा बुलाई गई बैठक सामानांतर एक अन्य बैठक भी बुलाई गई. जिसमें कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे और उन्होंने पार्टी आलाकमान के एक लाइन के प्रस्ताव पर सवाल उठाते हुए विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा था. हालांकि तीनों नेताओं ने अपना जवाब दे दिया है लेकिन उसपर फैसला 19 अक्टूबर के बाद होना है.