महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के चलते दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्रियों का प्रदेश में आना-जाना बदस्तूर जारी है. यहां पक्ष और विपक्ष दोनों एक-दूसरे पर जातिवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते रहे हैं. लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद भी इस तरह के जातिगत बयान सामने आए थे. इसी बीच महाराष्ट्र के गोवा में हुए एक कार्यक्रम में पहुंचे बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जातिगत राजनीति पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में इस समय जातिवाद की पॉलिटिक्स हो रही है. मैं जात-पात को नहीं मानता. जो करेगा जात की बात, उसको कसकर मारूंगा लात.
कार्यक्रम में मंच से संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में 40% मुसलमान हैं. मैंने उनको पहले ही कहा है, मैं RSS वाला हूं, हाफ चड्ढी वाला हूं. किसी को वोट देने से पहले सोच लो कि बाद में पछताना ना पड़े. जो वोट देगा, मैं उसका काम करूंगा और जो नहीं देगा, मैं उसका भी काम करूंगा.
हम आडवाणी जी के सिद्धांतों पर चले
गोवा के तालेगाओ में बीजेपी गोवा की राज्य कार्यकारिणी बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आडवाणी जी कहा करते थे भाजपा पार्टी विद ए डिफरेंस (अलग सिद्धांतों वाली पार्टी) है. हमें समझना होगा कि हम कैसे दूसरी पार्टियों से अलग हैं. हमने देश को भ्रष्टचार मुक्त बनाया. गडकरी ने आगे कहा कि अगर हम भी वैसा ही करेंगे, जैसा कांग्रेस करती आयी है यानि गलतियां दोहराते रहेंगे तो फिर उनके सत्ता से बाहर जाने और हमारे सत्ता संभालने का क्या मतलब रह जाएगा.
साल के अंत में होने हैं विस चुनाव
महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव हैं. विधानसभा का कार्यकाल इस साल 26 नवंबर को खत्म हो जाएगा. अक्टूबर-नवंबर में महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं. पिछले चुनाव में भाजपा को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं. चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई और उसने NCP-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली. शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने. जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह हो गई. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ दिया. बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए. शिवसेना दो गुटों (शिंदे और उद्धव) में बंट गयी. पिछले साल शरद पवार की एनसीपी भी दो गुट- शरद पवार और अजित पवार में बंट गई. अजित पवार राज्य के उप मुख्यमंत्री बन बैठे. इसी त्रिगुट समीकरण ने लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन परिणाम चौंकाने वाले रहे. शरद पवार + उद्धव ठाकरे + कांग्रेस की तिगड़ी ने सत्ताधारी पक्ष के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया.
यह भी पढ़ें: ‘वंचित विरोधी है मोदी सरकार..’ अपनी ही पार्टी पर फूटा मंत्री न बनाए जाने का गुबार
हालांकि महाराष्ट्र में हुए MLC चुनाव एनडीए ने 11 में से 9 सीट जीतकर शानदार वापसी की है. गठबंधन केवल दो सीटें जीत सका. कांग्रेस के 7 से 8 विधायकों पर क्रॉस वोटिंग करने का आरोप लगाया है. ऐसे में विधानसभा चुनाव के लिए स्थितियां किसी भी तरफ मुड़ सकती है. शरद पवार ने हाल में दावा किया कि महाराष्ट्र में इस साल चुनाव में महाविकास अघाड़ी 288 में से 225 सीटें जीतेगा. आम चुनाव के प्रदर्शन को देखते हुए दावा सटीक भी हो सकता है लेकिन महाराष्ट्र की बदलती परिस्थितियों एवं समीकरणों को देखते हुए कुछ भी कह पाना फिलहाल कठिन है.