बचपन में खाई चप्पल से पिटाई, 40 साल बाद अंग्रेजी की अहमियत समझ आई- क्यों बोले अशोक गहलोत?

निर्मल चौधरी को देखिये कितने लक्की हैं कि पहली ही बार में जीत लिया छात्रसंघ चुनाव, लेकिन मेरी कहानी अलग, शुरूआती दिनों में तीन चुनावों में मिली हार, लेकिन 1980 में लोकसभा सांसद बनने के बाद नहीं देखा पीछे मुड़ के, राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य, जहां पेपर लीक करने वालों को भेजा जा रहा है.जेल- अशोक गहलोत

‘...किसी को नहीं बख्सेंगे सबको भेजेंगे जेल’
‘...किसी को नहीं बख्सेंगे सबको भेजेंगे जेल’

Ashok Gehlot in Rajasthan University. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को राजस्थान विश्वविद्यालय में करीब 12 करोड़ रूपये की लागत से तैयार नवनिर्मित बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर पुस्तकालय भवन एवं 23.32 लाख रूपये की लागत से बने तीरंदाजी खेल मैदान का लोकार्पण किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने परिसर में 13.22 लाख रूपये की लागत से स्थापित डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण भी किया. इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने विद्यार्थियों से कहा कि, ‘भविष्य निर्माण के लिए सपने देखें. सकारात्मक सोच के साथ संकल्पित होकर पूरा करने में जुट जाएं, तभी सफलता मिलेगी.’ वहीं राजस्थान विश्वविद्यालय के अध्यक्ष निर्मल चौधरी को सीएम गहलोत ने पहली बात में जीत दर्ज करने पर बधाई दी. साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं के लगातार हो पेपर लीक मामले को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘देशभर में पेपर लीक की गैंग बनी हुई है लेकिन राजस्थान में किसी को नहीं बख्शेंगे, सबको जेल भेज देंगे.’

बुधवार को राजस्थान में पढ़ने वाले हजारों स्टूडेंट्स का लंबे समय से चला आ रहा इंतजार आखिरकार तब खत्म हो गया, जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान यूनिवर्सिटी में बनी डिजिटल लाइब्रेरी, तीरंदाजी ग्राउंड और भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का उद्घाटन किया. इस दौरान राजस्थान युनिवर्सिटी के गणमान्य सदस्य मौजूद रहे. वहींविश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी को पहली बार में चुनाव जीतने पर सीएम गहलोत ने अपने ही अंदाज में बधाई दी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘निर्मल चौधरी को देखिये कितने लक्की है कि इन्होंने पहली ही बार में छात्रसंघ चुनाव जीत लिया. लेकिन मेरी कहानी अलग है. मैंने भी 8th क्लास में पहला चुनाव लड़ा था, जिसमें मुझे 8 वोटों से हार मिली थी. इसके बाद जब यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा तो मुझे लगभग 400 वोट से हार मिली थी और इसके बाद तीसरा चुनाव मैंने विधायक बनने के लिए लड़ा लेकिन उसमें भी मैं 4000 वोटों से चुनाव हार गया.’

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘शुरूआती जीवन में लगातार मुझे तीन बार हार का सामना करना पड़ा. उसके बाद 1980 में मैं लोकसभा सांसद बना और तब से आज तक मैंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.’ वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने मजाकिया अंदाज में प्रदेश में खोली जा रही राजीव गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘मैंने बचपन से ही अंग्रेजी का विरोध किया. स्कूल टाइम पर सोचते थे कि अंग्रेजी और संस्कृत हमारे क्या काम आएगी और यही कारण रहा कि बचपन में मेरी चप्पल से पिटाई भी हुई थी. उस वक्त दक्षिण के अलावा सभी हिंदी राज्यों में अंग्रेजी का विरोध था लेकिन पिछले 40 सालों में मैं समझ गया हूं की अंग्रेजी की क्या अहमियत है. इसीलिए हिंदी के साथ इंग्लिश सीखना भी जरूरी है. इसी सोच के साथ हमने राजस्थान के गांव-गांव में इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले हैं. जहां पढ़कर अब गांव ढाणी के बच्चे भी फ्लूएंट इंग्लिश बोल रहे हैं.’

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वहीं राजस्थान में एक के बाद एक प्रतियोगी परीक्षाओं के हो रहे पेपर लीक से जुड़े मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी बात रखी. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘राजस्थान में पिछले दिनों वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, लेकिन हमने कुछ ही घंटों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य है. जहां पेपर लीक करने वालों को भी जेल भेजा जा रहा है. इससे पहले आर्मी, कोर्ट और दूसरी भर्तियों के पेपर भी आउट हो गए हैं. देशभर में पेपर लीक की गैंग बनी हुई है लेकिन राजस्थान में किसी को नहीं बख्शेंगे, सबको जेल भेज देंगे.

वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए RU अध्यक्ष निर्मल चौधरी ने मंच से सीएम गहलोत से ओबीसी आरक्षण विसंगति को दूर करने की अपील की. साथ ही मुख्यमंत्री से हर साल बढ़ने वाली यूनिवर्सिटी की फीस में भी राहत देने की मांग की.

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