Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद तीसरी लहर में इस वायरस पर पूरी तरह नियंत्रण के चलते प्रदेश की गहलोत सरकार (Gehlot Goverment) ने नई गाइडलाइन (Corona Guideline) जारी की है. इस नई गाइडलाइन में अब प्रदेश भर में रात 11 से सुबह 5 बजे तक का नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) समाप्त कर दिया गया है. वहीं शादी से लेकर हर समारोह में 100 लोगों की लिमिट को बढ़ाकर 250 कर दिया गया है. धार्मिक केंद्रों पर श्रद्धालुओं के प्रवेश को अनुमति दे दी गई. सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के निर्देशों के बाद गृह विभाग ने संशोधित गाइडलाइन जारी कर दी है. यह गाइडलाइन 5 फरवरी से लागू होगी. वहीं दूसरी ओर सियासी गलियारों में चर्चा है कि विधानसभा के सत्र (Rajasthan Vidhansabha) और दो दिवसीय कांग्रेस विधायकों के ट्रेनिंग कैंप (congress mla training camp jaipur) के आयोजन को देखते हुए सरकार ने आनन-फानन में पाबंदियों में छूट दी है. इसके साथ ही 5 फरवरी को बसंत पंचमी का बड़ा सावा भी है जिसको देखते हुए भी ढील दिए जाने की बात सामने आ रही है. जबकि विशेषज्ञ अभी बता रहे हैं फरवरी अंत तक सतर्कता बरतने की जरूरत है.
शादी और सामाजिक समारोह में शामिल हो सकेंगे 250 लोग
नई गाइडलाइन के अनुसार अब हर तरह के सार्वजनिक समारोह, राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक गतिविधि में 250 लोगों को शामिल होने की अनुमति होगी. इस लिमिट से बैंड वालों को अलग रखा गया है. लेकिन कुछ पाबंदियां जारी रहेंगी. राजस्थान में अब हर सप्ताह पाबंदियों में छूट दी जा रही है. 10 वीं से 12 वीं तक के स्कूल खोलने की मंजूरी पहले ही दी जा चुकी है. नाइट कर्फ्यू खत्म होने से अब लोगों को रात भर आवाजाही की छूट रहेगी.
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समाराह में जाने वालों के लिए वैक्सीनेशन की शर्त
हर तरह के समारोह या सार्वजनिक आयोजन के लिए वैक्सीन की डबल डोज वाले लोग ही शामिल हो सकेंगे. प्रशासन इसकी मॉनिटरिंग करेगा. साथ ही हर समारोह की पहले अनुमति लेनी होगी. इसके अलावा कोविड प्रोटोकॉल की पालना भी जरूरी होगी.
पाबंदियों में छूट का हर सप्ताह रिव्यू
गहलोत सरकार कोरोना की तीसरी लहर में हर सप्ताह पाबंदियों की गाइडलाइन का रिव्यू कर रही है. पिछले सवा महीने में हर सप्ताह सरकार गाइडलाइ जारी कर रही है. आगे भी पाबंदियों में सरकार और छूट दे सकती है.
28 जनवरी को गहलोत सरकार खत्म किया था वीकेंड कर्फ्यू
आपको बता दें कि इससे पहले 28 जनवरी को जारी कोरोना गाइडलाइन में गहलोत सरकार ने 1 फरवरी से 10वीं और 12वीं के स्कूल खोलने की अनुमति दी थी. वहीं 6वीं से लेकर 9वीं तक की कक्षाएं 10 फरवरी से शुरू करने के आदेश जारी किए थे. हालांकि बच्चों को स्कूल अभिभावकों की अनुमति के बाद ही भेजा जाएगा. वहीं इससे पहले नई गाइडलाइन के तहत राजस्थान में वीकेंड कर्फ्यू भी हटा लिया गया था.
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सियासी चर्चा- विधानसभा सत्र और कांग्रेस विधायकों के ट्रेनिंग कैंप को देखते हुए दी छूट
सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है. दरअसल कांग्रेस पार्टी 6 और 7 फरवरी को जयपुर के एक फाइव स्टार होटल में अपने विधायकों के लिए एक ट्रैनिंग कैंप कम चिंतन कैंप आयोजित करने जा रही है. दो दिन के इस आवासीय शिविर में सभी कांग्रेस विधायक और समर्थक विधायक शामिल होंगे, जिनकी संख्या 120 के आसपास होगी. साथ ही 9 फरवरी से विधानसभा का बजट सत्र भी शुरू होना है. राज्य सरकार ने विधानसभा सत्र को देखते हुए समारोहों में शामिल होने वाले लोगों की लिमिट बढ़ाई है. पहले 100 लोगों की लिमिट थी जिसे बढ़ाना जरूरी था, क्योंकि विधानसभा सत्र में 200 विधायक और अफसर कर्मचारी मिलाकर यह संख्या ज्यादा होती. ऐसे में अगर पाबंदियों में छूट नहीं दी जाती तो जनता में सवाल उठता है. सोशल मीडिया के इस दौर में लोगों के सवाल का सामना करना पड़ता है. इन परिस्थितियों को देखते हुए गहलोत सरकार ने पाबंदियों में छूट दी है.
राजस्थान में अभी 25 दिन और रहेगा खतरा!
वहीं दूसरी ओर आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों का मानना है कि राजस्थान में कोरोना की तीसरी लहर का पीक 21 जनवरी को ही आ चुका है, लेकिन फिर भी टेस्टिंग कम होने की वजह से डेटा में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव हो रहा है, इसलिए अभी फरवरी महीने के अगले 25 दिन प्रदेश के लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर डॉ. राजेश रंजन के मुताबिक राजस्थान की सप्ताह की डेली पॉजिटिविटी रेट में भी कमी आ गई है. 23 जनवरी के आसपास राजस्थान की संक्रमण दर 23 प्रतिशत थी, जो 2 फरवरी को घटकर 16 प्रतिशत पर आ गई है. डॉ. राजेश रंजन के मुताबिक राजस्थान में अभी कोरोना के केस की गति लगभग इसी तरह बनी रहेगी. फरवरी के आखिरी दिनों में स्थितियां सामान्य होने की संभावना है. ऐसा अनुमान है कि 28 फरवरी के आसपास राजस्थान में डेली मिलने वाले केस की संख्या 1 हजार से नीचे पहुंच जाएगी, लेकिन तब तक लोगों को सावधान और सतर्क रहना होगा और कोविड नियमों का पालन करना होगा. रंजन के मुताबिक यदि कोरोना का कोई नया और डेल्टा से भी खतरनाक वैरिएंट आता है तो चौथी लहर भी आ सकती है.