कोई माई का लाल रोक नहीं सकता…राजद को धार देने में जुटे लालू यादव

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ठोका बड़ा दावा, अपने जीते जी बीजेपी की जीत न होने देने की बात भी कही, एनडीए की अगली चाल का हो रहा इंतजार

lalu prasad yadav and tejashwi yadav in bihar politics
lalu prasad yadav and tejashwi yadav in bihar politics

बिहार में विधानसभा चुनाव को अभी कुछ महीने शेष हैं, लेकिन चुनावी तैयारियां अभी से तेज हो चली हैं. बिहार की सियासत के धुरंधर एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी पार्टी की रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया और राजद को धार देने में जुट गए हैं. इसी कड़ी में लालू ने बयान देते हुए एक बड़ा दावा ठोका है. उन्होंने कहा कि कोई माई का लाल तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है. लालू मोतिहारी के कल्यानपुर से राजद विधायक मनोज यादव के पैतृक गांव कोटवा प्रखंड के जमुनियां में कॉमरेड यमुना यादव की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे.

लालू यादव ने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तो राजद विधायक मनोज यादव के पिता यमुना यादव ने कई योजनाओं की मांग की थी, जिन्हें उन्होंने पूरा किया था. अब कल्यानपुर से राजद विधायक मनोज यादव को फिर से जिताना है और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में सरकार बनानी है. लालू ने जनसमूह से राजद की सरकार बनाने की अपील की और ‘माई बहिन योजना’ को पूरा करने का वादा किया है.

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इससे पहले राज्य के नालंदा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भी पार्टी प्रमुख लालू यादव तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का दावा ठोक चुके हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग जो बोलते हैं, वो करते हैं. हर हाल में हम लोग मिलकर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर बिहार में आरजेडी की सरकार आती है तो महिलाओं के बैंक अकाउंट में 2500 रुपए डालेंगे. साथ ही लोगों को फ्री बिजली भी दी जाएगी. ना किसी के सामने सिर झुकाया है और ना सिर झुकाएगा. जो कहते हैं वही करते हैं.

दिल्ली के बाद बिहार और लालू पर टिकी नजरें

दिल्ली के नतीजों के बाद अब सारी नजरें बिहार पर टिकी हैं. हरियाणा और महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में जीत से भारतीय जनता पार्टी के हौसले बुलंद हैं. नीतीश कुमार फिलहाल एनडीए के साथ हैं. ऐसे में यहां मामला काफी मजबूत दिख रहा है. दूसरी ओर, विपक्षी गठबंधन की चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं. दिल्ली और हरियाणा में पूरा ‘इंडिया’ महागठबंधन बिखरा हुआ नजर आया था. अब महागठबंधन के एकजुटता का टेस्ट भी बिहार में ही होगा. छोटी पार्टियां अधिक सीटों की डिमांड कर दोनों ओर की परेशानियां जरूरी बढ़ा सकती है लेकिन लालू की राजनीति के तिलस्म को तोड़ पाना भी आसान नहीं है. इधर, लालू यादव ने उनके रहते बीजेपी के नहीं जीतने का दावा कर दिया है. अब देखना ये होगा कि एनडीए की ओर से उनकी अगली चाल क्या होगी.

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