गर्दिश में आए आदित्य ठाकरे के सितारे: आखिर क्यों उठ रही जेल भेजने की मांग?

पांच साल पुराने मामले में आदित्य ठाकरे को हिरासत में लेकर पूछताछ की उठ रही मांग, हाईकोर्ट में दायर की जा चुकी है याचिका, फैसला ​खिलाफ आया तो खानी पड़ सकती है जेल की हवा

Disha Salian Death Case
Disha Salian Death Case

महाराष्ट्र की राजनीति में ड्रामा खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. शिवसेना व एनसीपी में टूट, एकनाथ शिंदे की नाराजगी के बाद विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी का लचर प्रदर्शन और हाल में नागपुर में हुई हिंसा. अब पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के सुपुत्र एवं मुंबई की वर्ली सीट से विधायक आदित्य ठाकरे का राजनीति केंद्रित हो रही है. फिलहाल आदित्य के सितारे गर्दिश में हैं. उन्हें इस बार हुए विस चुनाव में बड़ी जीत तो मिली लेकिन अब पांच साल पुराने के एक मामले में उनके जेल भेजने की मांग जोर पकड़ने लगी है. मामले को राजनीति से प्रेरित भी बताया जा रहा है और मामला हाईकोर्ट में पहुंचने की कगार पर आ खड़ा हुआ है. सीबीआई जांच की मांग भी की जा रही है.

दरअसल मामला 2020 में हुई दिशा सालियान की मौत से जुड़ा है. उनके पिता सतीश सालियान ने अपनी बेटी की मौत को राजनीतिक साजिश के तहत दबाने का आरोप लगाते हुए आदित्य ठाकरे को हिरासत में लेकर पूछताछ की मांग की है. साथ ही हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए सीबीआई जांच की मांग करने की तैयारी में है. सतीश सालियान का कहना है कि दिशा के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गयी. इस मामले को राजनीति साजिश के तहत दबाया गया. दिशा की मौत 8 जून, 2020 को एक अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से गिरने की वजह से हुई थी. पुलिस ने इसे दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया था. हालांकि इस मामले में कुछ न कुछ होने की बू शुरूआत से ही आ रही थी.

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सतीश सालियान ने आरोप लगाया कि मुंबई पुलिस ने जल्दबाजी में मामले को आत्महत्या या दुर्घटनावश मौत के रूप में बंद कर दिया. फोरेंसिक साक्ष्य, सबूतों और गवाहों के बयान पर विचार तक नहीं किया गया. उन्होंने मीडिया इंटरव्यू का हवाला दिया है, जिसमें आत्महत्या के सिद्धांत पर सवाल उठाए गए थे.

सालियान का आरोप है कि उनकी बेटी का बेरहमी से बलात्कार किया गया. इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई. उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक दबाव के कारण इस मामले को दबा दिया गया. उनका कहना है कि वह इस मामले की सच्चाई को उजागर करने के लिए यह याचिका दायर कर रहे हैं. उनका आरोप है कि प्रभावशाली व्यक्तियों को बचाने के लिए झूठ, भ्रष्टाचार और तथ्यों को दबाने की साजिश हुई है और शुरूआत में उन्हें अधिकारियों द्वारा गुमराह किया गया था.

वहीं बंबई हाईकोर्ट में दायर याचिका में दावा किया गया है कि दिशा की मौत दुर्घटना या आत्महत्या का मामला नहीं थी, जैसा कि अधिकारियों ने दावा किया था. यह एक पूर्व नियोजित हत्या का मामला था, जिसमें उसे बेरहमी से बलात्कार और हत्या किया गया था. इसके साथ ही आरोप है कि आरोपी और जांच में तत्काल राजनीतिक हस्तक्षेप ने सच्चाई को छिपाने के लिए जानबूझकर और योजनाबद्ध तरीके से प्रयास किए. याचिका में बॉलीवुड के कुछ अभिनेता और पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई है. अब देखना होगा कि विस चुनाव में पटखनी खाने के बाद उद्धव ठाकरे किस तरह से इस मामले को सुलझाते हैं. बीजेपी द्वारा भी इस मामले में सुक्ष्मता से नजर रखी जा रही होगी. उनके नेताओं की भी इस मामले में प्रतिक्रिया का इंतजार है.

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