महाराष्ट्र में क्यों भड़की हिंसा, क्या थी अफवाह, जिस पर जल उठा नागपुर

धार्मिक पुस्तक को जलाने से शुरू हुआ विवाद, हिंसा में डीसीपी पर कुल्हाड़ी से हुआ हमला, कई पुलिसर्मियों के भी घायल होने की खबर, सीएम और डिप्टी सीएम ने की शांति की अपील

maharashtra politics
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महाराष्ट्र की राजनीति में औरंगजेब और मुगल बादशाह की कब्र से जुड़ा विवाद खत्म नहीं हो रहा है. अब इस विवाद ने हिंसा का रूप धारण कर लिया है. खुल्दाबाद में बनी औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग के साथ नागपुर में हिंसा भड़क गयी और दो पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हुई. कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी भी हुई है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं. घटना में चार आमजन सहित कई पुलिसवालों के घायल होने की खबर है. जानकारी के अनुसार, डीसीपी पर कुल्हाड़ी से हमला भी हुआ है. सीएम और डिप्टी सीएम ने शांति की अपील की है.

दरअसल, औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र भर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है. सीएम देवेंद्र फडणवीस के एक बयान ने भी इस चिनगारी को सुलगाने का काम किया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक कार्यक्रम में कहा कि क्रूर औरंगजेब के बर्बर विचारों का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उस विचार को वहीं कुचल दिया जाएगा. इसके बाद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने महाराष्ट्र सरकार से इस कब्र को जल्द से जल्द हटाने की मांग की. विवाद के बीच कब्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

धार्मिक पुस्तक जलाने की अफवाह से भड़की हिंसा

इसी क्रम में नागपुर के महल इलाके में बीती रात औरंगजेगब कब्र को लेकर दो ​पक्षों में हिंसा व पत्थरबाजी हुई. हिंसा की शुरूआत विश्व हिंदू परिषद द्वारा औरंगजेब का पुतला जलाने के बाद हुई, जिसके बाद अफवाह फैली कि पुतले के साथ एक धार्मिक पुस्तक को भी आग के हवाले किया गया है. इसके बाद दो गुटों में पथराव शुरू हो गया. लोगों ने सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों और समुदाय विशेष के घरों में पत्थर फेंके. दो जेसीबी को आग के हवाले कर दिया.

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स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. जानकारी मिली है कि डीसीपी निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला हुआ है, जिसमें वे घायल हो गए. कुछ पुलिसक​र्मी भी घायल हुए हैं. अब तक 55 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है.

सीएम-डिप्टी सीएम की शांति की अपील

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शांति की अपील करते हुए कहा कि हम लगातार पुलिस प्रशासन के संपर्क में हैं. नागपुर एक शांतिपूर्ण शहर है. ऐसे में किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें. प्रशासन का पूरा सहयोग करें. वहीं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यह हमला सुनियोजित था. पुलिस पर पत्थर फेंके गए. ऐसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि औरंगजेब देश का दुश्मन था और उसके समर्थकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

नागपुर डीसीपी के अनुसार, यह घटना गलत फहमी के कारण हुई है और स्थिति अब नियंत्रण में है. शहर में BNS की धारा 163 (IPC की धारा 144 की तरह) लागू कर दी गई है. उन्होंने आमजन से बाहर न निकलने, पत्थरबाजी से दूर रहने, अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की है.

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