Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर शुक्रवार का दिन बड़ी राहत वाला रहा, जब 51 दिन बाद नए मरीजों की संख्या 3000 से घटकर 2648 ही रही. इससे पहले 7 अप्रेल को नए मरीजों की संख्या 2801 दर्ज की गई थी. इसके साथ ही शुक्रवार को आई चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मौतों की संख्या में भी कुछ कमी दर्ज की गई है. पिछले 24 घण्टों के दौरान प्रदेश में कोरोना संक्रमण से 78 लोगों की मौत हुई. वहीं 11177 लोग इस संक्रमण से रिकवर हुए तो एक्टिव केस भी घटकर अब 62492 ही रह गए हैं. वहीं प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की कमी के बीच बीजेपी द्वारा लगातार गहलोत सरकार पर 11 लाख से ज्यादा डोज खराब करने के आरोपों पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार करते हुए, इन आरोपों को झूठा बताया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वैक्सीन के 11.50 लाख डोज खराब होने की खबर सरासर झूठी है. केवल 3.38 लाख डोज ही खराब हुई हैं. हम सबको साथ लेकर कोविड प्रबंधन का काम कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी ऐसे झूठे आरोप लगाकर 14 महीने से दिन रात मेहनत कर रहे कोरोना वॉरियर्स का मनोबल कम करने का प्रयास कर रही है. सीएम गहलोत ने कहा है कि CoWIN सॉफ्टवेयर पर दर्ज आंकड़ों के मुताबिक 26 मई तक प्रदेश में 1,63,67,230 लोगों को टीका लगाया जा चुका है. इनमें से 3.38 लाख डोज़ खराब हुई हैं. यह सिर्फ 2% है, जो वैक्सीन खराबी की राष्ट्रीय औसत 6% एवं भारत सरकार द्वारा वैक्सीन खराबी की अनुमत सीमा 10% से बेहद कम है.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि वैक्सीन की ट्रेकिंग के लिए बने सॉफ्टवेयर VIN पर वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत में तकनीकी दिक्कतों के कारण कई वैक्सीनेशन केन्द्रों पर 2.95 लाख डोज़ की एंट्री दो बार हो गई. इस कारण VIN सॉफ्टवेयर पर कुल वैक्सीन की संख्या 1,70,01,220 दर्ज बता दी गई. यह आंकड़ा सही नहीं है. राजस्थान में 3.38 लाख डोज़ ही खराब हुई है.
राजस्थान ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ और झारखंड पर लगाए जा रहे आरोप भी सरासर गलत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि पूर्व में भारत सरकार के CoWIN सॉफ्टवेयर में लाभार्थी का नाम केन्द्र सरकार द्वारा स्वतः दर्ज होने के कारण उनके अनुपस्थित होने पर किसी अन्य लाभार्थी को वैक्सीन नहीं लग पाती थी. 10 के गुणांक में लोग वैक्सीन लगवाने नहीं आते तो अन्य लाभार्थी की ऑफलाइन एंट्री नहीं हो सकती थी जिससे वैक्सीन खराब होती थी. इसी कारण हमने पत्र लिखकर केन्द्र सरकार से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की मांग की, जिससे वैक्सीन खराब ना हो. इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में 30.2% एवं झारखंड में 37.3% वैक्सीन डोज़ खराब होने का आरोप लगाया गया जबकि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं स्वास्थ्य मंत्रियों छत्तीसगढ़ में 0.95% एवं झारखंड में 4.65% वैक्सीन डोज़ खराब होने के आंकड़े बताए हैं. कहां तो केन्द्र सरकार 37% एवं 30% के आंकड़े देती है और कहां असल आंकड़ा सिर्फ 4.65% एवं 0.95% का है.
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खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकारा था कि पोर्टल में दिक्कत है
सीएम गहलोत ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि ऐसा लगता है महामारी के समय में यह जानबूझकर जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा है कि 21 मई को हुई वीसी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि केंद्र सरकार के पोर्टल में तकनीकी दिक्कत है, जो वैक्सीन बर्बादी के प्रतिशत को बढ़ा देती है. हर्षवर्धन ने स्वयं ने आश्वासन दिया था कि केन्द्र सही आंकड़े पेश करने के लिए राज्यों से बात करेगा एवं तब आंकड़े जारी करेगा. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने स्वयं स्वीकार किया कि पोर्टल की तकनीकी दिक्कत वैक्सीन के खराब होने का प्रतिशत बढ़ा देती है.
कोरोना वॉरियर्स का मनोबल कम करने का प्रयास
सीएम का कहना है कि हम सभी को साथ लेकर कोविड प्रबंधन का कार्य कर रहे हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी ऐसे झूठे आरोप लगाकर 14 महीने से दिन रात मेहनत कर रहे कोरोना वॉरियर्स का मनोबल कम करने का प्रयास कर रही है. मीडिया के साथी भी राज्य सरकार का पक्ष जाने बिना रिपोर्ट लिख देते हैं जिससे आमजन में भ्रम की स्थिति पैदा होती है.
वैक्सीनेशन में देशभर में नम्बर वन है राजस्थान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि महामारी के समय में भाजपा द्वारा की जा रही झूठ की इस राजनीति को पूरा देश देख रहा है. गलत नीतियों के कारण ये वैक्सीन उपलब्ध करवाने में नाकामायाब रहे हैं, जिसका ठीकरा ये राज्यों पर फोड़ना चाहते हैं. मैं अपील करूंगा राजस्थान के विपक्षी नेताओं से कि तमाम तरह के विवाद पैदा करने की बयाय वो प्रदेश के हित को याद रखकर केन्द्र पर दबाव बनाएं, जिससे राजस्थान को अधिक वैक्सीन मिल सके. साथ ही, केन्द्र सरकार पर निशुल्क यूनिवर्सल वैक्सीनेशन के लिए भी दबाव बनाएं. राजस्थान वैक्सीनेशन में देशभर में अव्वल है और आगे भी सर्वश्रेष्ठ कार्य करता रहेगा.
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शुक्रवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में सामने आए कोरोना के नए मामलों में जयपुर से 501, अलवर 178, जोधपुर 173, उदयपुर 157, हनुमानगढ़ 151, सीकर 118, कोटा 113, बीकानेर 111, पाली 109, श्रीगंगानगर 106, झुंझुनूं 101, जैसलमेर 99, अजमेर 78, नागौर 61, बाड़मेर 59, चूरू 56, भरतपुर 49, भीलवाड़ा 44, चित्तौड़गढ़ 41, राजसमंद 41, बारां 39, झालावाड़ 32, सिरोही 31, बूंदी 29, डूंगरपुर 27, बांसवाड़ा 22, टोंक 22, दौसा 21, धौलपुर 21, करौली 19, प्रतापगढ़ 19, सवाईमाधोपुर 18, जालौर से 2 नए मामले सामने आए हैं.
वहीं बात करें प्रदेश में होने वाली मौतों की तो जयपुर में 17, अलवर में 6, बीकानेर 6, जोधपुर 5, उदयपुर 5, झुंझुनूं 4, बाड़मेर 4, श्रीगंगानगर 4, हनुमानगढ़ 4, अजमेर 3, टोंक 3, सीकर 2, जैसलमेर 2, झालावाड़ 2, डूंगरपुर 2, चूरू 1, बांसवाड़ा 1, बारां 1, भरतपुर 1, भीलवाड़ा 1, कोटा 1, पाली 1, प्रतापगढ़ 1, सिरोही में एक मरीज की मौत दर्ज की गई है.