देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ की मिमिक्री को लेकर उठा विवाद अब धीरे धीरे रंग बदलने लगा है. माननीय उप राष्ट्रपति की मिमिक्री करने के आरोपों में घिरे विपक्ष ने अब एक वीडियो के सहारे सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर काउंटर अटैक किया है. कांग्रेस नेता जयराम राम ने एक पुराना वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है कि पीएम मोदी ने भी संसद में पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी का मजाक उड़ाया था. यह वीडियो साल 2017 का बताया जा रहा है. आरोप लगा है कि पीएम मोदी ने लोकसभा में हामिद अंसानी की विदाई पर उनका मजाक बनाया था.
सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए जयराम रमेश ने लिखा है, ’10 अगस्त 2017 को श्री हामिद अंसारी की की विदाई का दिन था, जो दस साल के लंबे कार्यकाल के बाद उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति पद से सेवानिवृत्त हो रहे थे. तब यह सबसे चौंकाने वाली बात थी कि प्रधान मंत्री ने भारत के सबसे प्रतिष्ठित राजनयिकों में से एक श्री अंसारी का मज़ाक उड़ाया. उनकी पहचान को उनके धर्म तक सीमित कर दिया और आरोप लगाया कि उनकी संपूर्ण व्यावसायिक और राजनीतिक उपलब्धियां उनकी धार्मिक पहचान के कारण थीं. पीएम ने शाम को संसद पुस्तकालय सभागार में विदाई समारोह में भी यही किया.’
गौरतलब है कि टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने हाल में उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ की मिमिक्री की थी. इस पर बीजेपी ने उन पर उप राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप जड़ा. एक तरफ बनर्जी उप राष्ट्रपति की नकल उतार रहे थे, उसी समय राहुल गांधी इसे मोबाइल पर रिकॉर्ड करने में लगे थे. इसके बाद पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु और बीजेपी के सांसदों सहित स्वयं डिप्टी प्रेसिडेंट जगदीप धनकड़ ने भी विपक्ष को खूब खरी खोटी सुनाई थी. इस मामले पर हुए हंगामे के बीच संसद के 144 सांसदों को सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. बीजेपी की ओर से टीएमसी सांसद के खिलाफ दिल्ली के एक पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट भी लिखाई गयी है.
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मामले में काउंटर अटैक करते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल को लेकर हो रहे हंगामे की असली वजह संसद से 144 सांसदों के अलोकतांत्रिक निलंबन और 13 दिसंबर को संसद सुरक्षा उल्लंघन से ध्यान हटाने का प्रयास है. रमेश ने आगे कहा कि यह सब कुछ संसद से 144 सांसदों के अलोकतांत्रिक निलंबन और 13 दिसंबर को लोकसभा चौंकाने वाले सुरक्षा उल्लंघन से ध्यान भटकाने के अलावा और कुछ नहीं है.