Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश के 20 जिलों में गुरुवार को हुए 90 निकायों के चुनाव में 76.52 फीसद मतदान हुआ है. सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक हुए मतदान के बाद 9930 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है, जिसका खुलासा 31 जनवरी को होने वाली मतगणना के बाद होगा. इस दौरान सर्वाधिक मतदान जैसलमेर जिले की पोकरण नगर पालिका में दर्ज किया गया, जहां 90.54% मतदाताओं ने वोट डाले. वहीं सबसे कम मतदान आदिवासी जिले डूंगरपुर में 64.17%दर्ज किया गया. आपको याद दिला दें, पंचायत चुनाव के दौरान आदिवासी जिले डूंगरपुर में ही ग्रामीण मतदाताओं ने रिकॉर्ड 80 फीसदी से अधिक मतदान किया था.
राज्य निर्वाचन आयुक्त पीएस मेहरा ने बताया कि 90 नगर निकायों (1 नगर निगम, 9 नगर परिषद और 80 नगर पालिका) के 3035 वॉर्डों के लिए 5 हजार 253 मतदान केंद्रों पर 29 लाख 85 हजार 117 मतदाताओं में से 22 लाख 84 हजार 313 मतदाताओं ने मतदान किया. आयुक्त मेहरा ने मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है. मतदाताओं ने पूरे जोश, उत्साह और कोविड के दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए मतदान किया.
आपको बता दें, मतदान केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना प्रोटोकॉल के साथ सुबह 10 बजे तक 16.80 प्रतिशत मतदान हुआ. दोपहर 1 बजे मतदान का प्रतिशत 48.89 तक पहुंच गया. दोपहर 3 बजे तक प्रतिशत 65.90 तक जा पहुंचा और शाम 5 बजे 75.35 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले. मतदान समाप्ति के बाद कुल 76.52 फीसद मतदान दर्ज हुआ. सदस्य पदों की मतगणना के बाद 1 फरवरी को अध्यक्ष के लिए लोक सूचना जारी होगी.
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राजस्थान के 20 जिलों के 90 निकायों में मतदान के दौरान छिटपुट हिंसक घटनाओं को छोड़कर शहर की सरकार चुनने के लिए शहरी मतदाताओं ने भरपूर जोश और उत्साह दिखाया. ठंड के बावजूद से मतदान केंद्रों पर मतदाताओं में खासा उत्साह नजर आया. खासकर कई जिले के नगर परिषद के बूथों पर महिला मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गई. शहर की सरकार चुनने के लिए बुजुर्गों ने भी अपने मताधिकतार का जमकर इस्तेमाल किया. हालांकि, ज्यादातर जगहों पर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. लेकिन कई जगहों पर जमकर हंगामा भी देखने को मिला.
जब अजमेर में कांग्रेस-बीजेपी के कार्यकर्ता हुए आमने-सामने
अजमेर की वार्ड संख्या-48 में कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए. नौबत मारपीट तक आ पहुंची. अचानक हुए हंगामें से वोटिंग करने आए मतदाता सहम गए. लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाला और मौल को शांत करवाया. बीजेपी विधायक अनीता भदेल ने आरोप लगाया कि वार्ड संख्या 48 के कांग्रेस प्रत्याशी ने मतदाताओं को भ्रमित करते हुए उनकी बाड़ेबंदी की और लालच दिया गया. इस मामले की शिकायत अलवर गेट थाना पुलिस से की गई.जिसके बाद मौके पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स भेजा गया. किसी तरह लोगों को समझा कर मामले को शांत करवाया गया.
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बीजेपी विधायक अनीता भदेल और वार्ड नंबर 48 के बीजेपी प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा करीब डेढ़ सौ बीड़ी बनाने वाली महिलाओं को पैसों का लालच देने के साथ ही खाने-पीने का लालच दिया और उन्हें एक स्थान पर जमा किया. साथ ही धमकी दी गई कि वो उनका काम बंद कर देंगे. इस मामले की शिकायत को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए. हालांकि, पुलिस ने कहा कि बाड़ेबंदी जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. मतदान केंद्रों पर जो भीड़ जमा थी उसे समझा कर भेज दिया गया.
सांसद भागीरथ चौधरी के साथ हुई धक्का मुक्की
किशनगढ़ नगर परिषद में मतदान केंद्र पर जमकर बवाल देखने को मिला. जब बीजेपी सांसद भागीरथ चौधरी मतदान केंद्र पर पहुंच गए. सांसद के मतदान केंद्र पर पहुंचने की खबर से कांग्रेसी कार्यकर्ता गुस्से में आ गए. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सांसद भागीरथ चौधरी के साथ धक्का-मुक्की और जबरन धक्का देकर मतदान केंद्र से बाहर निकाल दिया. हंगामें को बढ़ता देख मदनगंज थाना प्रभारी ने भीड़ पर हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया.