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बीते बुधवार को बीजेपी ने 22वीं लोकसभा प्रत्याशी सूची में चार उम्मीदवारों की घोषणा की. इनमें सबसे चकित करने वाला नाम भोपाल से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर था. साध्वी प्रज्ञा ने कल ही बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी और भोपाल से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी. बीजेपी ने यहां हिंदुत्व कार्ड खेला है.जिसके बाद अब साध्वी का मुकाबला दिग्गज कांग्रेसी दिग्विजय सिंह से होगा. भोपाल संसदीय सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. पिछले 3 दशक से बीजेपी का इस सीट पर एक क्षत्र राज है. उससे पहले ये सीट कांग्रेस के लिए मुफीद मानी जाती थी. लेकिन साल 1984 के बाद कांग्रेस कभी यहां विजयी पताका नहीं पहरा पायी है.

लंबे समय से बीजेपी के दबदबे वाली भोपाल लोकसभा सीट पर इस बार कांग्रेस ने मजबूत उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. यहां से दिग्गज कांग्रेसी व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है. इसके बाद से ही बीजेपी दमदार कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय के खिलाफ किसी मजबूत चेहरे की तलाश में थी. बीजेपी की तलाश साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर आकर रूकी. बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को टिकट देकर देश में हिंदुत्व के मुद्दे को हवा दी है. वहीं, पीएम मोदी अक्सर चुनावी रैली में बीजेपी पर हिंदु आतंकवाद के आरोप को लेकर कांग्रेस को घेरते आए हैं.

साध्वी प्रज्ञा ने क्यों चुना भोपाल?
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर देश की राजनीति में तो नया चेहरा है लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह से उनकी अदावत पुरानी है. बता दें कि, साध्वी प्रज्ञा पर साल 2008 के मालेगांव धमाकों में शामिल होने के आरोप है. वो इस मामले मे 10 साल जेल में भी रहकर आई है. प्रज्ञा आरोप लगाती हैं कि हिंदुओं को बदनाम करने के लिए कांग्रेस ने उनको इस मामले में फंसाया और दिग्विजय सिंह ने इसमें अहम भूमिका निभाई थी. दिग्विजय पर प्रज्ञा यह भी आरोप लगाती हैं कि उनके कारण उनकी जिंदगी बर्बाद हुई है. NIA ने दिग्विजय के इशारे पर ही उन्हें कड़ी यातनाएं दी थी.

दिग्विजय ने किया प्रज्ञा का स्वागत
वहीं, बीजेपी द्वारा साध्वी प्रज्ञा का भोपाल से लोकसभा प्रत्याशी के रूप में नाम घोषित करने के बाद दिग्विजय सिंह ने ट्विट जारी कर उनकी उम्मीदवारी का स्वागत किया. दिग्विजय ने ट्विट में कहा कि, “मैं साध्वी प्रज्ञा जी का भोपाल में स्वागत करता हूँ. आशा करता हूँ कि इस रमणीय शहर का शांत, शिक्षित और सभ्य वातावरण आपको पसंद आएगा. मैं माँ नर्मदा से साध्वी जी के लिए प्रार्थना करता हूँ और नर्मदा जी से आशीर्वाद माँगता हूँ कि हम सब सत्य, अहिंसा और धर्म की राह पर चल सकें. नर्मदे हर !

भोपाल संसदीय सीट की स्थिति
भोपाल लोकसभा क्षेत्र में प्रदेश की आठ विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें भोपाल उत्तर, भोपाल दक्षिण पश्चिम, भोपाल मध्य, गोविंदपुरा, सिहोर, हुजूर और बैरासिया शामिल है. हाल ही हुए विधानसभा चुनाव में यहां की 5 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. वहीं, 3 सीट कांग्रेस के पास है. बता दें कि, भोपाल संसदीय सीट पर बीजेपी का कब्जा पिछले तीन दशक से है. वर्तमान में इस सीट से बीजेपी के आलोक संजर सांसद है. उन्होंने कांग्रेस के पीसी शर्मा को हराया था. इस सीट पर कांग्रेस के आखिरी सासंद केएन प्रधान थे. गौरतलब है कि, देश के राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा ने भी इस सीट का प्रतिनिधित्व किया है. वो दो बार 1971 और 1980 में सांसद चुने गए थे. वहीं, बीजेपी नेता उमा भारती भी यहां से सन 1999 में सांसद बनी थी.

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