Arvind Sawant Latest News – अरविंद सावंत शिव सेना उद्धव गुट के नेता है और वो दो बार मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट से जीत चुके है. अरविंद सावंत मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री भी रह चुके है पर जब शिव सेना भाजपा से अलग हुई तब अरविंद सावंत ने भी मोदी कैबिनेट से त्यागपत्र दे दिया. बाद में जब शिव सेना में भी आंतरिक फुट पड़ गई और शिंदे के नेतृत्व में एक अलग शिव सेना पार्टी बन गई तब भी अरविंद उद्धव खेमे में ही डटे रहे. इस लेख में हम आपको भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री अरविंद सावंत की जीवनी (Arvind Sawant Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
अरविंद सावंत की जीवनी (Arvind Sawant Biography in Hindi)
पूरा नाम | अरविंद गणपत सावंत |
उम्र | 72 साल |
जन्म तारीख | 31 दिसंबर,1951 |
जन्म स्थान | सिंधुदुर्ग, महाराष्ट्र |
शिक्षा | बीएससी |
कॉलेज | भवन कॉलेज, मुंबई |
वर्तमान पद | मुंबई दक्षिण के लोकसभा सांसद |
व्यवसाय | राजनेता |
राजनीतिक दल | शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) |
वैवाहिक स्थिति | विवाहिक |
पिता का नाम | स्वर्गीय गणपत पांडुरंग सावंत |
माता का नाम | आशालता सावंत |
पत्नी का नाम | अनुया सावंत |
बच्चे | एक बेटा और एक बेटी. |
बेटों के नाम | – |
बेटी का नाम | – |
स्थाई पता | 3/87, मीठीबाई बिल्डिंग, आचार्य डोंडे मार्ग, सेवरी, मुंबई महाराष्ट्र |
वर्तमान पता | 15 पंडित पंत मार्ग, नई दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली |
फोन नंबर | 09969004488 |
ईमेल | arvind[dot]sawant[at]sansad[dot]nic[dot]in |
अरविंद सावंत का जन्म और परिवार (Arvind Sawant Birth & Family)
अरविंद सावंत का जन्म 31 दिसंबर,1951 को महाराष्ट्र सिंधुदुर्ग जिले के हरकुल खुर्द में हुआ था. अरविंद सावंत के पिता का नाम गणपत पांडुरंग सावंत था. अरविंद सावंत की माता का नाम आशालता सावंत था.
अरविंद सावंत का विवाह अनुया सावंत से 25 मई 1982 में हुआ था. अरविंद सावंत की दो संतान है एक बेटा और एक बेटी. अरविंद सावंत हिन्दू है.
अरविंद सावंत की शिक्षा (Arvind Sawant Education)
अरविंद सावंत ने मुंबई के भवन कॉलेज से बी एस सी की डिग्री ली है.
अरविंद सावंत का शुरूआती जीवन (Arvind Sawant Early Life)
अरविंद सावंत एक मध्यम परिवार से थे इस कारण उन्हें आगे बढ़ने के लिए शुरूआती दिनों में एक सामान्य लड़के की भांति कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. शुरूआती दिनों में अरविंद सावंत नेतागिरी से दूर एक अभियंता के रूप में जीवन बिताया. अरविंद सावंत ने राजनीति से आने से पूर्व दिल्ली, मुंबई जैसे शहरो में संचार उपलब्ध करवाने वाली सरकारी उपक्रम भारत संचार निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) में एक इंजीनियर के तौर पर काम किया. बाद में वह इसी उपक्रम से जुड़े लोगो, कर्मचारियों के अधिकार के लिए आवाज उठाने वाली यूनियन से जुड़ गए और इसके अध्यक्ष बन गए. नेतागिरी में आने के बाद भी इससे जुड़े रहे और वो अपने जीवन का पच्चीस वर्ष इसी अध्यक्ष पद पर रहते हुए बिताया. वर्ष 1995 में अरविदं सावंत नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और शिव सेना में शामिल हो गए. उन दिनों शिव सेना भाजपा की एक सहयोगी पार्टी के रूप में कार्य कर रही थी और महाराष्ट्र में वह बीजेपी का प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी थी.
अरविंद सावंत का राजनीतिक करियर (Arvind Sawant Political Career)
अरविंद सावंत की राजनीतिक यात्रा वर्ष 1968 से शुरू हुई थी. तब वह शिवसेना में एक बूथ लेवल कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने वाले कार्यकर्त्ता के तौर पर जाने जाते थे. किसी भी राजनीतिक पार्टी में यह सबसे निचला पद होता है. इन दिनों वो पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भीड़ इक्कट्ठा करना, विरोध प्रदर्शन में शामिल होना, पार्टी के पक्ष में हवा बनाना, परचा चिपकाना आदि जैसे कार्यो से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. पर आधिकारित रूप से अरविंद सावंत शिव सेना में वर्ष 1995 में शामिल हुए और शामिल होते ही उन्हें उन्हें अगले वर्ष 1996 में महाराष्ट्र विधान परिषद् के सदस्य चुन लिए गए.
अरविंद सावंत विधान परिषद सदस्य बनकर मुंबई व आस पास के क्षेत्रों में झुग्गी झोपड़ियों की समस्याओ पर सरकार का ध्यान आकर्षित करवाया और उनके विकास के लिए विशेष योजना बनाने की वकालत की. इसके अलावे अरविंद मराठी भाषा की प्रमुखता देने और फ़ैक्टरियो के कामगारो के लिए आवास देने जैसे मुद्दे प्रमुखता से उठाते रहे. अरविंद सावंत दो बार परिषद के सदस्य चुने गए पर तीसरे टर्म में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा. 2010 में अरविंद सावंत को शिव सेना पार्टी का आधिकारिक प्रवक्ता व उपनेता बना दिया गया.
अरविंद सावंत ने अपना पहला चुनाव 2014 में महाराष्ट्र के दक्षिण मुंबई लोकसभा क्षेत्र से लड़ा और जीत गए. उस चुनाव में उनका कांग्रेस के उम्मीदवार मिलिंद देवड़ा से सामना था. अरविदं सावंत को देवड़ा के सामने कमजोर कैंडिडेट माना जा रहा था पर वर्ष 2014 में मोदी की लहर थी और शिव सेना उस समय बीजेपी का ही प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी मानी जाती थी परिणाम यह हुआ कि सर्वे में कमजोर उम्मीदवार अरविदं सावंत कांग्रेस के देवड़ा को लगभग 1,20,000 वोट से पराजित कर दिया.
अरविंद सावंत ने अपना 2019 में भी दक्षिण मुंबई लोकसभा क्षेत्र से शिव सेना के टिकट पर चुनाव लड़ा और फिर से जीत गए. इस बार भी सावंत का कांग्रेस के उम्मीदवार मिलिंद देवड़ा से ही था. पर इस समय तक सावंत एक मजबूत कैंडिडेट बन चुके थे. इस बार कांग्रेस के देवड़ा को अरविदं सावंत ने लगभग 1,00,000 वोट से पराजित किया. जीत के बाद सावंत को मोदी सरकार में भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री का पद दिया गया पर जल्द ही शिव सेना का भाजपा से रिश्ता खराब हो गया जिससे अरविंद सावंत ने 11 नवंबर 2019 को मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया.
अरविदं सावंत पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के लिए बनाई गई स्थायी समिति, परामर्शदात्री समिति, संचार व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय सहित कई अन्य विभागों में सदस्य के तौर पर कार्य किया है.
अरविंद सावंत की उपलब्धियां
अरविंद सावंत की कुछ उपलब्धियां भी रही है. अरविंद सावंत शुरुआती दिनों में अपने करियर एमटीएनएल से शुरू की थी और इस कारण उन्हें इस क्षेत्र से विशेष लगाव रहा है. अब यही कारण है कि अरविंद सावंत को पिछले 25 वर्षो से लगातार महानगर टेलीफोन कामगार संघ के अध्यक्ष चुना जाता रहा था. इसके साथ ही वो महाराष्ट्र राज्य परिवहन कामगार सेना और एमटीएनएल स्थानीय लोकाधिकार समिति के भी अध्यक्ष थे. उनका काम कामगारों के अधिकारों के लिए आवाज उठाना था लेकिन इसके साथ उनके रोजगार को कोई हानि न पहुंचे, इसका भी सुनिश्चित करना आवश्यक था. अरविंद सावंत की यही विशेष उपलब्धि रही है कि उन्होंने सरकार और कामगार दोनों के बीच ऐसा संतुलन बनाये रखा जिससे दोनों ही वर्ग बिना संतुष्ट रहा. बिना हड़ताल, धरना, हंगामा किये ही उन्होंने एमटीएनएल के कर्मचारियों के लिए दो बकाया वेतन समझौते को शांतिपूर्ण तरीके से हल किया और इसके साथ ही एमटीएनएल के कर्मचारियों के लिए पेंशन की सबसे प्रमुख मांग को भी पूरा करवाया. इसके अलावे उन्हें महाराष्ट्र विधान परिषद् में उनके यादगार भाषण के लिए उन्हें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ वक्ता’ अवार्ड से सम्मानित किया गया. अरविदं सावंत की उपलब्धि एक अच्छे एमपी के रूप में भी है. लोकसभा में सावंत की उपस्थिति 90 प्रतिशत से भी अधिक रहा था.
अरविंद सावंत की संपत्ति (Arvind Sawant Net Worth)
2024 में चुनाव के समय उनके द्वारा घोषित संपत्ति लगभग 05 करोड़ है.
इस लेख में हमने आपको मुंबई दक्षिण के लोकसभा सांसद अरविंद सावंत की जीवनी (Arvind Sawant Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.