Jayant Patil Latest News – महाराष्ट्र की राजनीति में जयंत पाटिल एक ऐसे नेता है जो अपने युवा अवस्था में ही राजनीति में कदम रखा और कदम रखते ही राजनीति में सफलता के झंडे गाड़ते चल गए. जयंत पाटिल ने अपना पहला चुनाव 1990 में महाराष्ट्र के सांगली जिले के वाल्वा से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और जीत गए. इसके बाद वो तीन दशक से भी ज्यादा समय से लगातार इस्लामपुर -वालवा से निर्वाचित हो रहे है. जयंत पाटिल के नाम एक और रिकॉर्ड है. वह महाराष्ट्र के सबसे कम आयु में बजट पेश करने वाले मंत्री भी है. जयंत पाटिल 39 वर्ष की आयु में अपना पहला बजट पेश किया था. वह महाराष्ट्र के सबसे कम आयु में वित्त मंत्री भी रह चुके है. उनके नाम एक और रिकॉर्ड है. वह महाराष्ट्र सरकार में वित्त मंत्री रहते 10 बार बजट पेश कर चुके है. इस लेख में हम शरद पवार गुट के एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व वित्त मंत्री जयंत पाटिल की जीवनी (Jayant Patil Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
जयंत पाटिल की जीवनी (Jayant Patil Biography in Hindi)
पूरा नाम | जयन्त राजाराम पाटिल |
उम्र | 62 साल |
जन्म तारीख | 16 फ़रवरी,1962 |
जन्म स्थान | महाराष्ट्र |
शिक्षा | सिविल इंजीनियरिंग |
कॉलेज | वीरमाता टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट |
वर्तमान पद | महाराष्ट्र के पूर्व वित्त मंत्री |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, व्यापार |
राजनीतिक दल | शरद पवार गुट के एनसीपी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | राजारामबापू |
माता का नाम | – |
पत्नी का नाम | शैलजा पाटिल |
बच्चे | दो बेटे |
बेटें का नाम | प्रतिक पाटिल, राजवर्धन पाटिल |
बेटी का नाम | – |
स्थाई पता | महाराष्ट्र |
वर्तमान पता | महाराष्ट्र |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
जयंत पाटिल का जन्म और परिवार (Jayant Patil Birth & Family)
जयंत पाटिल का जन्म 16 फ़रवरी,1962 को महाराष्ट्र में हुआ था. जयंत पाटिल के पिता का नाम राजारामबापू था. वो कांग्रेस के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री थे. जयंत पाटिल अपने पिता राजारामबापू के छोटे बेटे थे. बताया जाता है कि उनके नाम ‘जयंत’ के पीछे भी एक छोटी सी घटना है. बात यह थी कि 1962 में जब जयंत पाटिल का जन्म हुआ तब उनके पिता ने चुनाव में अपनी पहली जीत हासिल की. इससे वो इतने प्रभावित हुए कि बेटे का नाम ‘जयंत’ रख दिया. वास्तव में, जयंत का अर्थ ‘जीत’ होता है.
जयंत पाटिल का विवाह शैलजा पाटिल से हुआ था. उनकी पत्नी शैलजा सामाजिक कार्यकर्तृ है और वह महाराष्ट्र के सांगली के आस पास के कुछ राहत कार्यो से जुड़ी रही है. जयंत पाटिल के दो बेटे है जिनका नाम प्रतिक पाटिल और राजवर्धन पाटिल है.
जयंत पाटिल हिन्दू है. जयंत पाटिल पर मनी लॉन्ड्रिंग संबंधी विवाद चल रहा है. ये ईडी के सामने पेश भी हो चुके है.
जयंत पाटिल की शिक्षा (Jayant Patil Education)
जयंत पाटिल ने वीरमाता टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी, बाद में आगे की पढाई के लिए वो अमेरिका चले गए थे और वहां जाकर न्यू जर्सी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में मास्टर डिग्री के लिए एडमिशन लिया पर उसी बीच पिता की मौत 1984 में हो गई, जिसके कारण जयंत पाटिल को अमेरिका से वापस भारत लौटना पड़ा.
जयंत पाटिल का शुरूआती जीवन (Jayant Patil Early Life)
जयंत पाटिल का शुरूआती जीवन राजनीति से दूर गुजरा था. वह अपनी पढाई पर ध्यान दे रहे थे और आगे का करियर विदेश में जाकर नौकरी करने पर केंद्रित कर रहे थे पर जब पिता की अचानक से मौत हो गई तब वह भारत लौट आये और अपने ही शहर में रहकर करियर बनाने पर ध्यान दिया. लेकिन जयंत पाटिल फिर भी किसी चुनाव में भाग नहीं लिया. अपने गृह शहर लौटकर वह पिता की सहकारी संस्थाओ में लग गए. सांगली में ही वह छह वर्षो तक काम किया. बाद में जब पाटिल की आयु 28 वर्ष की हो हुई तब उन्होंने अपना पहला विधान सभा चुनाव लड़ा था.
जयंत पाटिल का राजनीतिक करियर (Jayant Patil Political Career)
जयंत पाटिल की राजनीतिक यात्रा वर्ष 1990 से शुरू हुई थी. पिता की मृत्यु के बाद कुछ वर्षो बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा. उन्होंने अपना पहला चुनाव सांगली जिले के अंतर्गत आने वाले इस्लामपुर – वालवा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत गए. 1999 में जब शरद पवार को पार्टी गाइडलाइन उलंघन के आरोप में कांग्रेस से निष्काषित कर दिया गया तब पवार ने अपनी एक नयी पार्टी एनसीपी बनाई. जयंत पाटिल अब कांग्रेस छोड़कर एनसीपी में आ गए थे. राज्य में जब चुनाव हुआ तो कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार बनी. जयंत पाटिल इसी गठबंधन वाली सरकार में वित्त मंत्री बनाये गए थे.
पार्टी बदल गई पर जयंत की जीत जारी रही वो लगातार अपनी विधानसभा सीट से जीतते चल गए. इससे पार्टी और राजनीति में जयंत का दबदबा बढ़ता चला गया क्योकि इससे साबित होता है कि जनता में उनकी पकड़ है. यही कारण रहा की उन्हें अगली टर्म की सरकार में भी वित्त मंत्री बनाया गया था. जयंत पाटिल 1999 से लेकर 2008 तक महाराष्ट्र के वित्त मंत्री रहे थे. यह राज्य के लिए एक रिकॉर्ड ही कि राज्य का कोई वित्त मंत्री लगातार 10 वर्षो तक बजट पेश किया हो. वित्त मंत्री रहते जयंत पाटिल के नाम कई उपलब्धि है. उन्होंने राज्य की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए कई कदम उठाये. जैसे, महंगाई भत्ते को केंद्र से अलग करना, राज्य सरकार में वैसे पदों को समाप्त करना जो कम उपयोगी थे और जिससे राज्य पर वित्तीय बोझ बढ़ रहे थे. जयंत पाटिल के ऐसे कई प्रयासों से यह हुआ कि वेतन, पेंशन और ब्याज पर सरकार का व्यय 75 प्रतिशत से घटकर 60 हो गई.
जयंत पाटिल को महाराष्ट्र के पूर्व सफल वित्त मंत्री के रूप में देखा जाता है. जयंत पाटिल उद्धव ठाकरे सरकार में भी मंत्री बनाये जा चुके है. उद्धव सरकार में जयंत पाटिल जल संसाधन विभाग के कैबिनेट मंत्री थे. जयंत पाटिल इससे पहले 2009 से लेकर 2014 तक ग्रामीण विकास मंत्री तो 1999 से लेकर 2008 तक वित्त मंत्री जबकि 2008 से लेकर 2009 तक महाराष्ट्र के गृह मंत्री रह चुके है.
जयंत पाटिल विवादों से भी घिरे रहे?
जयंत पाटिल विवादों से भी घिरे रहे है. वर्ष 2022 में महाराष्ट्र के शीतकालीन सत्र के दौरान एनसीपी अध्यक्ष जयंत ने विधान सभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिसके बाद जयंत पाटिल को पुरे सत्र के लिए विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया था.
वर्ष 2022 में ही जयंत पाटिल ईडी के समन पर समिति के सामने पेश भी हो चुके है. जयंत पाटिल पर आरोप है कि उन्होंने आईएल एन्ड एफएस कंपनी को 2008 से लेकर 2014 तक सड़क बनाने का ठेका दिया था जबकि इस ठेके को दूसरी कंपनी को दे दिया गया था. आरोप यह है कि इस कंपनी ने जयंत पाटिल से जुड़ी कंपनी को पैसे दिए थे.
जयंत पाटिल की संपत्ति (Jayant Patil Net Worth)
2014 में चुनाव के समय उनके द्वारा घोषित संपत्ति लगभग 6 करोड़ है.
इस लेख में हमने आपको महाराष्ट्र के पूर्व वित्त मंत्री जयंत पाटिल की जीवनी (Jayant Patil Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.