Uddhav Thackeray Latest News – हाल के कुछ वर्षो की यदि महाराष्ट्र की राजनीति पर चर्चा की जाएँ और उद्धव ठाकरे का नाम नहीं लिया जाएँ तो यह अपने आप में एक अधूरापन जैसा प्रतीत होगा. उद्धव ठाकरे वर्तमान में किसी पद पर नहीं है मगर कुछ समय पहले तक वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और हिंदुत्व की छवि रखने वाली पार्टी शिवसेना के प्रमुख के तौर पर जाने जाते थे. बालासाहेब ठाकरे के निधन के बाद उन्होंने शिवसेना में एकता बनाये रखा और पार्टी को टूटने से बचाया. इनकी छवि अपने पिता बालासाहेब ठाकरे और चचेरे भाई राज ठाकरे से नम्र रही है और यही कारण है कि इनके काल में पार्टी ने अपने सैद्धांतिक मुद्दों से हटकर एक अलग विचारधारे की मुड़ गई.
हम आपको महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की जीवनी (Uddhav Thackeray Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
उद्धव ठाकरे की जीवनी (Uddhav Thackeray Biography in Hindi)
नाम | उद्धव ठाकरे |
उम्र | 63 साल |
जन्म तारीख | 27 जुलाई 1960 |
जन्म स्थान | बॉम्बे, महाराष्ट्र, भारत |
शिक्षा | आर्ट्स में ग्रेजुएशन |
कॉलेज | सर जमशेदजी जीजीभाय स्कूल ऑफ आर्ट, मुंबई यूनिवर्सिटी |
वर्तमान पद | – |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ |
राजनीतिक दल | शिवसेना |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | बाल केशव ठाकरे |
माता का नाम | मीना ठाकरे |
भाई का नाम | बिंदुमाधव ठाकरे, जयदेव ठाकरे |
भतीजे का नाम | राज ठाकरे |
पत्नी का नाम | रश्मि ठाकरे |
बच्चे | 2 बेटे |
बच्चों के नाम | आदित्य ठाकरे एवं तेजस ठाकरे |
स्थाई पता | मातोश्री, बांद्र मुंबई |
ऑफिस पता | शिवसेना भवन, दादर (w), मुंबई – 400028 |
संपर्क नंबर | – |
उद्धव ठाकरे का जन्म और परिवार (Uddhav Thackeray Birth & Family)
उद्धव ठाकरे का जन्म 27 जुलाई, 1960 को मुंबई में बालासाहेब ठाकरे और मीना ठाकरे के घर हुआ. उद्धव ठाकरे शिवसेना की स्थापना करने वाले व हिंदुत्व की छवि रखने वाले बालासाहेब ठाकरे के पुत्र है. उनकी माता का नाम मीणा ठाकरे है और उनके चचेरे भाई का नाम राज ठाकरे है. राज ठाकरे साल 2006 में शिवसेना से अलग हो गएँ और और ‘महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना’ नाम से अपनी स्वयं की एक पार्टी की स्थापना की. लेकिन इसके बाद दोनों भाइयों के रिश्ते में दरार पड़ गई.
ठाकरे साहब की पत्नी का नाम रश्मि ठाकरे (uddhav thackeray wife) है. वह अपने कॉलेज के दिनों में ही उन्हें जानते थे और दोनों एक दूसरे को पसंद करते थे. बाद में 13 दिसंबर, 1988 को उन दोनों की शादी हो गई. उनके 2 बेटे (uddhav thackeray son) है. आदित्य ठाकरे और तेजस ठाकरे. आदित्य ठाकरे सक्रीय राजनीति में पिता के साथ कदम से कदम मिला कर चलना ही उचित समझा और वह उद्धव सरकार में मंत्री के पद पर भी रह चुके है. जबकि तेजस ठाकरे सक्रिय राजनीति में नहीं है. उद्धव ठाकरे धर्म से हिन्दू है और जाति (uddhav thackeray cast) से चन्द्रसेनिया कायस्थ है.
- ओम बिड़ला की जीवनी
- मल्लिकार्जुन खड़गे की जीवनी
- मनीष सिसोदिया की जीवनी
- सत्येंद्र जैन की जीवनी
- नितीश कुमार की जीवनी
- शरद पवार की जीवनी
- देवेंद्र फडणवीस की जीवनी
उद्धव ठाकरे की शिक्षा (Uddhav Thackeray Education)
उद्धव ठाकरे की शिक्षा मुंबई में ही हुई है. उन्होंने स्कूल की शिक्षा बाल मोहन विद्या मंदिर से प्राप्त की और उसके बाद मुंबई यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले कॉलेज सर जमशेदजी जीजाभाय से की. उन्होंने आर्ट्स में ग्रेजुएशन (बीए) किया.
उद्धव ठाकरे का शुरूआती जीवन (Uddhav Thackeray Early Life)
शुरूआती दिनों में उद्धव ठाकरे राजनीति से दुरी बनाकर जीवन जिया. जबकि उन दिनों उनके पिता श्री बालासाहेब ठाकरे की क्षेत्रीय स्तर पर बोलबाला था. इतना ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी उनके पिता श्री बालासाहेब ठाकरे की एक कट्टर हिंदुत्व की छवि वाले नेता की रही है. इसके बावजूद उद्धव ठाकरे शुरुआती समय में राजनीति से दूर फोटोग्राफी में अपना करियर देख रहे थे. उन्हें वाइल्ड फोटोग्राफी का शौक था. उन्होंने अपने इस शौक को व्यायसायिक स्वरूप भी दिया और कई अवार्ड भी प्राप्त किया. इतना ही नहीं उनकी वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी की बुक भी प्रकाशित हो चुकी है. बाद में वह धीरे धीरे ही सही मगर राजनीति में पूरी तरह से उतर गए और अपने पिता के द्वारा बनायीं गई पार्टी शिवसेना के प्रमुख बन गएँ.
उद्धव ठाकरे का राजनीति करियर (Uddhav Thackeray Political Career)
उद्धव ठाकरे की राजनीतिक यात्रा रोचक रही है. वह शुरुआत में राजनीति से दूर रहें लेकिन बाद में वह सक्रिय राजनीति में आ गएँ. उद्धव ठाकरे की जीवन यात्रा और उनकी सोच अपने पिता बाला साहेब ठाकरे (uddhav thackeray father) से अलग रही है. बालासाहेब से अलग उनके व्यक्तित्व में आक्रामकता नहीं रही है. इतना ही नहीं वह विद्यार्थी जीवन में सक्रिय राजनीति से दुरी बनाये रखा था. हालांकि कौन से वर्ष से उन्होंने पार्टी में अपनी सक्रिय भागीदारी दी, इसकी जानकारी सार्वजानिक नहीं है. लेकिन फिर भी कहा जा सकता है कि नब्बे के दशक में उन्होंने पार्टी में एंट्री ली.
वर्ष 2003 में महाबलेश्वर में हुए शिवसेना के सम्मलेन में उस समय तक शिवसेना का हिस्सा रहें राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे के नाम की घोषणा पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कर दी थी मगर उस निर्णय से राज ठाकरे खुश नहीं थे. क्योकि इसका हकदार वह स्वयं अपने आपको मानते थे मगर चाचा बालासाहेब ठाकरे की इच्छा के कारण वह यह पद अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे को देने को तैयार हो गए.
अब यदि हाल के कुछ वर्षो की महाराष्ट्र की राजनीति पर चर्चा की जाएँ और उद्धव ठाकरे का नाम नहीं लिया जाएँ तो यह अपने आप में एक अधूरापन जैसा प्रतीत होगा. उद्धव ठाकरे वर्तमान में किसी पद पर नहीं है मगर कुछ समय पहले तक वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और हिंदुत्व की छवि रखने वाली पार्टी शिवसेना के प्रमुख के तौर पर जाने जाते थे. बालासाहेब ठाकरे के निधन के बाद उन्होंने शिवसेना में एकता बनाये रखा और पार्टी को टूटने से बचाया. उनकी छवि अपने पिता बालासाहेब ठाकरे और चचेरे भाई राज ठाकरे से नम्र रही है और यही कारण है कि उनके काल में पार्टी ने अपने सैद्धांतिक मुद्दों से हटकर एक अलग विचारधारे की मोड़ ले ली.
फिर भी पिता बालासाहेब ठाकरे की मृत्यु के उपरांत उन्होंने पिता की पार्टी शिवसेना को न केवल एकजुट रखा बल्कि पार्टी को आगे लेकर जाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. अब यही कारण रहा कि शिवसेना महाराष्ट्र में साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में 63 सीट लाने में सफल रही. 28 नवम्बर, 2019 को वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (maharashtra cm uddhav thackeray) का पद भी संभाला. उन्होंने बीजेपी से अलग होकर कांग्रेस और एनसीपी से नाता जोड़ लिया और गठबंधन की सरकार चलाया. मगर वह अधिक समय तक मुख्यमंत्री के पद पर नहीं रह पाएं. उनकी स्वयं की पार्टी शिवसेना में आपसी मतभेद हो गया.
तात्कालिक एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना गुट ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से विद्रोह कर दिया और इसके बाद सरकार अल्पमत में आ गई. एकनाथ गुट के सभी सदस्य पहले गुजरात और बाद में असम चले गए. विवाद बढ़ा तो सुप्रीम कोर्ट ने उद्धव ठाकरे को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने के लिए कहा. मगर फ्लोर टेस्ट से पहले ही उद्धव ठाकरे ने 29 जून, 2022 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद से त्याग पत्र (uddhav thackeray resignation) दे दिया. इस तरह से उद्धव ठाकरे की 31 महीने 1 दिन पुरानी सरकार का अंत हो गया.
- 2002 -महाराष्ट्र के बीएमसी चुनाव में पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया
- 2003 -शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष घोषित
- 28 नवम्बर, 2019 – महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया
- 29 जून, 2022 -महाराष्ट्र विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने से पूर्व ही मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया.
उद्धव ठाकरे की संपत्ति (Uddhav Thackeray Net Worth)
- खेती वाली जमीन – 11,53,70,535 (करोड़) रूपये
- गैर-खेती वाली जमीन – 13,64,94,840 (करोड़) रूपये
- कमर्शियल बिल्डिंग – 3,15,64,184 (करोड़) रूपये
- आवासीय भवन – 53,02,87,760 (करोड़) रूपये
- बैंक डिपॉजिट एवं अन्य जमा – 2,52,01,673 (करोड़) रूपये
- नकद – 2,05,725 लाख रूपये
- बांड्स एवं शेयर – 55,77,71,610 (करोड़) रूपये
- ज्वेलरी – 2,11,89,970 (करोड़) रूपये
- अन्य सम्पत्ति – 1,33,22,353 (करोड़) रूपये
- कुल संपत्ति – 1,43,26,74,763 (करोड़) रूपये
नोट – संपत्ति की जानकारी उनके द्वारा चुनाव के समय की है, जो फाइनेंसियल ईयर 2018-19 पर आधारित है.
इस लेख में हमने आपको महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की जीवनी (Uddhav Thackeray Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.