महाराष्ट्र की राजनीति कुछ दिनों से गर्मायी हुई हैं. पूर्व में शिवसेना प्रमुख व महाराष्ट्र के तात्कालिक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तब की शिवसेना पार्टी में आपसी विद्रोह हुए. वह विद्रोह उन्ही की पार्टी के एक प्रमुख नेता एकनाथ शिंदे ने किया था. बाद में उन्होंने कुछ विधायक के समर्थन का दावा किया और उन्ही दावों के बाद उन्हें महाराष्ट्र की मुख्यमंत्री (Maharashtra CM) की कुर्सी मिलने में सफलता मिल गई. हाल के घटना क्रम में उन्हें पार्टी का चुनाव चिन्ह (eknath shinde latest news) भी मिल गया.
एकनाथ शिंदे एक भारतीय राजनेता हैं जो साल 2022 से महाराष्ट्र के 20वें और वर्तमान मुख्यमंत्री और शिवसेना के प्रमुख नेता हैं.
हम आपको महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व शिवसेना अध्यक्ष एकनाथ शिंदे की जीवनी (Eknath Shinde Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
एकनाथ शिंदे की जीवनी (Eknath Shinde Biography in Hindi)
नाम | एकनाथ संभाजी शिंदे |
उम्र | 60 साल |
जन्म तारीख | 9 फरवरी 1964 |
जन्म स्थान | सातारा, मुंबई, महाराष्ट्र |
शिक्षा | बैचलर ऑफ़ आर्ट्स |
कॉलेज | वाशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र |
वर्तमान पद | महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ |
राजनीतिक दल | शिवसेना |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | संभाजी शिंदे |
माता का नाम | गंगुबाई शिंदे |
पत्नी का नाम | लता शिंदे |
बच्चे | 1 बेटा |
बेटे का नाम | श्रीकांत शिंदे (सांसद) |
स्थाई पता | शिवशक्ति भवन, किसान नगर नं 2, वागले एस्टेट, ठाणे |
संपर्क नंबर | 9870075567 |
एकनाथ शिंदे का जन्म और परिवार (Eknath Shinde Birth & Family)
एकनाथ शिंदे का जन्म 9 फरवरी, 1964 को महाराष्ट्र के सतारा जिला में हुआ. पिता का नाम संभाजी नाडु शिंदे हैं. श्री शिंदे का विवाह श्रीमती लता शिंदे (eknath shinde wife) के साथ हुआ. श्री शिंदे का एक पुत्र हैं. पुत्र का नाम श्रीकांत शिंदे हैं. श्रीकांत शिंदे पेशे से ऑर्थोपेडिक सर्जन हैं. हालांकि बाद में उन्होंने कल्याण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से अपनी किस्मत आजमाई जहाँ उन्हें विजय हासिल हुई. डॉ. श्रीकांत शिंदे लगातार 2014 और 2019 के लोकसभा में महाराष्ट्र के कल्याण लोकसभा क्षेत्र से जीत चुके हैं और इस समय भी वह लोकसभा के कल्याण क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. एकनाथ शिंदे के पुत्र डॉ श्रीकांत शिंदे (eknath shinde son) अभी वर्तमान में महाराष्ट्र के कल्याण लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं.
वर्तमान में एकनाथ शिंदे की उम्र 59 वर्ष (Eknath Shinde Age) है.
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एकनाथ शिंदे की शिक्षा (Eknath Shinde Education)
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वर्ष 1981 में मंगला हाई स्कूल, से दसवीं करने के बाद ठाणे के न्यू मंगला हाई स्कुल से ग्यारहवीं किया. हालांकि कुछ स्थानों पर उनके राजनीति में आगे बढ़ने व 2014 में महाराष्ट्र में मंत्री बनने के बाद अपनी ग्रेजुएशन की पढाई फिर से शुरू की और यशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय से मराठी और राजनीतिशास्त्र में ऑनर्स (बीए) किया. वैसे चुनाव में उनके द्वारा दी गई जानकारी में उनके ग्रेजुएशन का जिक्र नहीं मिलता हैं.
एकनाथ शिंदे का शुरूआती जीवन (Eknath Shinde Early Life)
स्कुल की पढाई के बाद युवा एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के एक इलाके वागले एस्टेट में रहकर ऑटो चलाने का काम करने का काम शुरू किया था. उसी दौरान उनका मिलना शिवसेना के एक नेता आनंद दिघे से हुई. कहते हैं उस समय उनकी आयु मात्र 18 वर्ष ही थी. उसी कम आयु में श्री शिंदे ने शिवसेना की सक्रिय राजनीति में एक शिवसैनिक कार्यकर्त्ता के रूप में कदम रखा.
एकनाथ शिंदे का राजनीतिक करियर (Eknath Shinde Political Career)
शिंदे शिवसेना के एक समर्पित कार्यकर्त्ता के रूप में लगातार काम करते रहें. आनंद दिघे (eknath shinde anand dighe) ने उनका बहुत साथ दिया और उनके शुरूआती जीवन में एक मार्गदर्शक और सहयोगी के रूप में अपनी भूमिका निभाई. श्री आनंद दिघे ने श्री शिंदे को ठाणे में होने वाले तात्कालिक नगर निगम चुनाव में पार्षद के लिए टिकट दिया. राजनीति में किस्मत ने उनका साथ दिया और वह अपने जीवन के पहले ही चुनाव में विजय रहें. बाद के होने वाले नगर निगम में विपक्ष के नेता की भूमिका में रहें. 2002 में उनका दोबारा नगर निगम पार्षद बनना हुआ. कहते हैं वह समय श्री शिंदे के लिए बहुत महत्वपूर्ण चल रहा था. 2001 में श्री शिंदे के राजनीतिक गुरु व मार्गदर्शक आनंद दिघे की मृत्यु हो गई. आनंद दिघे की मृत्यु के बाद शिवसेना में श्री शिंदे की पहुंच बढ़ने लगी. अब ठाणे में उनकी क्षेत्रीय राजनीति में कोई भी सीनियर नहीं रह गया था. इससे शिवसेना में उस क्षेत्र के एकमात्र वही मजबूत नेता के रूप में उभर गएँ.
उस समय मुंबई में बालासाहेब ठाकरे का दौर था और शिवसेना के प्रमुख वही हुआ करते थे. शिवसेना में उन्ही का निर्णय अंतिम माना जाता था. लेकिन उन्ही दिनों मुंबई की राजनीति में एक घटनाक्रम तेजी से घटा. 2005 में नारायण राणे ने पार्टी छोड़ दी. आनंद राणे के शिवसेना छोड़ने के बाद तो श्री शिंदे का कद और भी तेजी से आगे बढ़ गया. और वह श्री बालासाहेब ठाकरे के करीब आ गएँ. उनका बालासाहेब ठाकरे से निकटतम रिश्ता बन गया. कहते हैं श्री शिंदे के लिए वही रिश्ता उनकी राजनीति को चमकाने और आज उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनाने में ठोस मार्ग का काम किया क्योकि उन्ही दिनों बालासाहेब ठाकरे के परिवार में विवाद हो गया और बालासाहेब के भतीजे राज ठाकरे ने शिवसेना को छोड़ दी. राज ठाकरे का बालासाहेब से दूर जाना श्री शिंदे के लिए राजनीतिक लाभ लेकर आया क्योकि इसके बाद श्री शिंदे बालासाहेब ठाकरे और उनके पुत्र उद्धव ठाकरे के और भी करीब आ गएँ. ठाकरे परिवार का श्री शिंदे पर विश्वास बहुत बढ़ गया और इससे शिवसेना में इनका कद अब राष्ट्रीय स्तर का हो गया. अब तक जहाँ इनकी राजनीति क्षेत्रीय हुआ करती थी अब वह बढ़कर राष्ट्रीय हो गई थी.
फिर अलग अलग घटनाक्रम चला. श्री शिंदे लगातार साल 2009, 2014 और फिर 2019 में महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कोपरी सीट से विजय दर्ज की. श्री शिंदे साल 2019 में तात्कालिक मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस सरकार में लोक निर्माण मंत्री बने. हालांकि इससे पहले श्री शिंदे साल 2018 में शिवसेना पार्टी के नेता नियुक्त हो चुके थे.
बाद में घटनाक्रम फिर तेजी से बदला और साल 2019 में उद्धव बीजेपी के साथ अपना 25 वर्ष पुराना गठबंधन तोड़ दिया. बीजेपी से गठबंधन तोड़कर उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर शिवसेना का एक साझा गठबंधन बनाया और इसका नाम उन्होंने महाविकास अघाड़ी दिया. साल 2019 में ही महाविकास अघाड़ी के नेतृत्व में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया. लेकिन 20 जून, 2022 को तात्कालिक मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बना शिवसेना, एनसीपी और कांगेस का गठबंधन महाविकास अघाड़ी में एकनाथ शिंदे ने बगावत कर दी और वह न केवल गठबंधन बल्कि शिवसेना से भी अलग हो गए और बाद में उन्होंने दावा किया कि वही असली बालासाहेब वाली शिवसेना पार्टी हैं.
फिर 30 जून 2022 को एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली और फिर उन्होंने चुनाव आयोग में यह दावा किया कि उन्ही का गुट असली शिवसेना हैं इसलिए उन्हें ही शिवसेना का राष्ट्रीय चुनाव चिन्ह तीर कमान दिया जाएँ. फरवरी, 2023 को चुनाव आयोग ने उनकी मांग को सही पाया और उनके गुट को असली शिवसेना मानते हुए पार्टी का चुनाव चिन्ह तीर कमान उन्हें दे दिया. इस तरह एकनाथ एक छोटे से क्षेत्र में राजनीति करने से लेकर अंत में (वर्तमान में) न केवल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने बल्कि उद्धव ठाकरे से लोहा लेते हुए उन्हें हर जगह मात दिया. वर्तमान श्री एकनाथ शिंदे बीजेपी के सहयोग से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (eknath shinde cm) के पद पर विराजमान हैं. हम उनके उज्जवल भविष्य कि कामना करते हैं.
एकनाथ शिंदे की उपलब्धियां (Eknath Shinde Achievements)
पार्टी चुनाव चिन्ह विवाद में चुनाव आयोग का निर्णय शिंदे गुट के पक्ष में आया. निर्वाचन आयोग ने शिंदे गुट को ही असली शिवसेना माना और उसे शिवसेना के चुनाव चिन्ह ‘तीर-कमान’ दे दिया. चुनाव चिन्ह ‘तीर-कमान’ मिलने के बाद शिंदे गुट में जीत की ख़ुशी के बीच 21 फरवरी, 2023 को शिवसेना पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया.
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एकनाथ शिंदे की संपत्ति (Eknath Shinde Net Worth)
एकनाथ शिंदे जी की संपत्ति की बात करे तो साल 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दायर हलफनामे के अनुसार एकनाथ शिंदे जी की कुल संपत्ति 11,56,12,466 रूपये है जिसमे 28,00,000 रूपये की खेती वाली जमीन, 30,00,000 रूपये की कमर्शियल बिल्डिंग और 8,87,50,000 रूपये की आवासीय भवन है. इसके अलावा 25,87,500 रूपये के गहने, 32,64,760 रूपये का बैंक डिपॉजिट, 46,55,490 रूपये के वाहन और 2,81,000 रूपये नकद शामिल है.
इस लेख में हमने आपको महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की जीवनी (Eknath Shinde Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.