manish sisodia biography in hindi
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Manish Sisodia Breaking News  – हाल के वर्षो में दिल्ली की क्षेत्रीय राजनीति में मनीष सिसोदिया एक प्रमुख चेहरे के रूप में उभरे है. मनीष सिसोदिया दिल्ली की केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में प्रमुख स्थान रखने वाले नेताओ में से एक है. इतना ही नहीं वह दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के दाया हाथ माने जाते है. सिसोदिया दिल्ली के पटपड़गंज विधानसभा (Manish Sisodia Constituency) से निर्वाचित विधायक है और वर्तमान में वह दिल्ली के उपमुख्यमंत्री के साथ साथ शिक्षा मंत्री एवं वित्त मंत्री भी है.

इस लेख में हम आपको दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जीवनी (Manish Sisodia Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

मनीष सिसोदिया की जीवनी (Manish Sisodia Biography in Hindi)

नाम मनीष सिसोदिया
उम्र 51 साल
जन्म तारीख 5 जनवरी 1972
जन्म स्थान फगोटा गांव, हापुड़, उत्तर प्रदेश
शिक्षा पत्रकारिता में डिप्लोमा
कॉलेज भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली
वर्तमान पद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री
व्यवसाय राजनेता, रेडियो जॉकी और पत्रकार
राजनीतिक दल आम आदमी पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम स्व. धर्मपाल सिंह (सरकारी टीचर)
माता का नाम
पत्नी का नाम सीमा सिसोदिया
बच्चे 1 बेटा
बेटे का नाम मीर सिसोदिया
घर का पता आर/ओ. डी-59, पांडव नगर, दिल्ली-110092
ऑफिस का पता ए- विंग, 6वां स्तर, दिल्ली सचिवालय, नई दिल्ली- 110002
संपर्क नंबर 011- 23392103 / 23392104

 

मनीष सिसोदिया का जन्म और परिवार (Manish Sisodia Birth & Family)

मनीष सिसोदिया का जन्म 5 जनवरी, 1972 को उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में हुआ था. सिसोदिया के पिता का नाम धर्मपाल सिसोदिया है. जो एक शिक्षक थे. मनीष सिसोदिया की पत्नी का नाम (Manish Sisodia Wife) सीमा सिसोदिया है. उनके एक बेटे है जिनका नाम मीर सिसोदिया (Manish Sisodia Son) है. मनीष सिसोदिया धर्म से हिन्दू है और जाति से राजपूत (Manish Sisodia Cast) है. वर्तमान में मनीष सिसोदिया की उम्र 51 वर्ष (Manish Sisodia Age) है.

मनीष सिसोदिया की शिक्षा (Manish Sisodia Education)

मनीष सिसोदिया की प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव व आस पास के स्थानीय सरकारी स्कूलों में हुई. बाद में सिसोदिया ने दिल्ली का मार्ग पकड़ा और अपनी आगे की पढाई दिल्ली से की. उन्होंने भारतीय विद्या भवन कॉलेज, दिल्ली से पत्रकारिता में डिप्लोमा लिया .

मनीष सिसोदिया का शुरूआती जीवन (Manish Sisodia Early Life)

जैसा की सभी के साथ होता है. जो जिस क्षेत्र में पढाई किया होता है वह उसी क्षेत्र में रोजगार की तलाश करता है. यही बात मनीष सिसोदिया के साथ भी लागू होता है. उन्होंने भी पत्रकारिता में अपना करियर बनाने का निर्णय लिया और उन्हें शुरूआती सफलता भी मिलने लगी. उन्हें पत्रकार की नौकरी मिल गई.

उन्होंने ऑल इण्डिया रेडियों के साथ साथ देश के सबसे पुराने निजी समाचार चैनल जी न्यूज में भी पत्रकरिता की जॉब की. लेकिन बाद में सूचना का अधिकार आंदोलन में वह अन्ना हजारे के सहयोगी के रूप में कूद पड़े और उस आंदोलन में बहुत सक्रिय भूमिका निभाई. फिर तो उसके  बाद उनका जीवन ही बदल गया. उनके जीवन में एक नया लेकिन खुशहाल टर्निंग पॉइंट आया और वह एक पत्रकार से एक नेता बन गएँ और वह भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का. एक साधारण से पत्रकार से वह दिल्ली की राजनीति का एक प्रमुख चेहरा बन गएँ.

अब यदि मनीष सिसोदिया की आर्थिक स्थिति की बात करें तो मनीष सिसोदिया एक साधारण परिवार से आते है. सिसोदिया का प्राम्भिक जीवन गांव देहात में गुजरा है. एक आम आदमी की भांति उन्होंने अलग अलग संस्थाओं में जॉब भी की और जीवन के संघर्षो को भी खूब झेला. बताया जाता है मनीष सिसोदिया ‘परिवर्तन’ नाम से चलने वाली एक गैर सरकारी संगठन में एक स्वयंसेवी के तौर पर भी काम कर चुके है. इसके अलावा सिसोदिया शुरूआती दिनों में ही ‘कबीर’ नाम का एक स्वयं का भी एनजीओ चलाया करते थे.

साल 1996 में मनीष सिसोदिया ने ऑल इण्डिया रेडियो में जीरो आवर प्रोगाम की होस्टिंग की. इसके बाद उन्होंने वर्ष 1997 से लेकर 2005 तक जी न्यूज में जॉब की. यही वह दौर था जब मनीष सिसोदिया की मुलाकात अरविंद केजरीवाल से हुई थी. उस समय अरविंद केजरीवाल इनकम टैक्स विभाग में एक ऑफिसर के पद पर तैनात थे.

मनीष सिसोदिया का राजनीतिक करियर (Manish Sisodia Political Career)

मनीष सिसोदिया के राजनीतिक करियर और उपलब्धि की बात यदि करें तो हम देखते है सिसोदिया का शुरूआती करियर राजनीति से अलग था. वह एक पत्रकार थे. लेकिन बाद में उन्होंने पत्रकारिता को छोड़कर राजनीति में आने का निर्णय लिया.

उनको राजनीति में लाने वाले व्यक्ति थे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. इसका कारण यह है कि जब मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल राजनीति में नहीं आये थे तब से वे दोनों एक दूसरे को जानते  है. दोनों के बीच दो दशक से मित्रता है. मनीष सिसोदिया ने अन्ना हजारे के लोकपाल आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह वही लोकपाल आंदोलन था जिसके बाद आम आदमी पार्टी की स्थापना करके केजरीवाल एक नेता के रूप में उभरे. जब 26 नवंबर, 2012 को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की स्थापना की गई तब मनीष सिसोदिया को उसी दिन से आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य घोषित किया गया. उसी दिन से मनीष सिसोदिया ने पत्रकारिता को अलविदा कहते हुए सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया. बाद में उन्हें 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में पटपड़गंज सीट से पार्टी की ओर से खड़ा किया गया, जहाँ उन्होंने अपने जीवन की पहली राजनीतिक प्रतिद्वंदिता में जीत हासिल करके मान्य नेता की उपाधि भी प्राप्त कर ली. इसके बाद तो फिर मनीष सिसोदिया ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा. रुकावटें आयी मगर वह फिर भी आगे बढ़ने में सफलता प्राप्त करते रहें.

जब दिल्ली में केजरीवाल की सरकार आयी तब सिसोदिया उपमुख्यमंत्री सह शिक्षा मंत्री बने. क्योकि उन्होंने केजरीवाल को शुरूआती दिनों में साथ दिया था. सिसोदिया अरविंद केजरीवाल के सबसे पुराने एवं विश्वसनीय सहयोगियों में से भी एक रहें है. पद मिलने के बाद सिसोदिया ने दिल्ली के स्कूलो के भवनों के सौंदर्यीकरण के साथ साथ उनमे कई आधारभूत सुधार किया, जिससे दिल्ली के सरकारी स्कूलों के स्वरूप में बदलाव आया. सिसोदिया ने राज्य के कुल बजट में शिक्षा पर किये जा रहें खर्च की राशि में बढ़ोतरी कर दी. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में किये गए आधारभूत सुधारो को सिसोदिया की उपलब्धि सूचि में शामिल किया जा सकता है.

लेकिन बाद में इन पर कई अनियमितता के आरोप भी लगे और ताजा घटनाक्रम में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सह शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी, 2023 को दिल्ली में सीबीआई ने 8 घंटे तक के अपने गहन पूछताछ के बाद अरेस्ट (Manish Sisodia Arrest News) कर लिया. इस गिरफ्तारी पर सीबीआई का कहना है कि उसके पास सिसोदिया के विरुद्ध पर्याप्त सबूत है. सिसोदिया पर आबकारी नीति (Manish Sisodia Liquor Policy) के इम्प्लीमेंटेशन में अनियमितता के आरोप है और सीबीआई इसी पहलु की जाँच कर रही है.

  • 2012 – अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी आप की राजनीतिक मामलो की समिति के सदस्य घोषित
  • 2013 – दिल्ली के पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से विजय
  • 2015 – एक बार फिर दिल्ली के पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से विजय
  • 2020 – तीसरी बार दिल्ली के पटपड़गंज विधानसभा से विजय घोषित

मनीष सिसोदिया की संपत्ति (Manish Sisodia Net Worth)

मनीष सिसोदिया की संपत्ति और लेन देन को लेकर विवाद चल रहा है. देश की सबसे बड़ी जाँच एजेंसी उनकी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर चुकी है. इसलिए उनके पास कितनी संपत्ति है इसकी कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है. कोई विवाद न हो इसलिए, आधारिक जानकारी देने वाली वेबसाइट से उनका नाम हटा दिया गया है. साथ ही इंटरनेट पर दी गई अलग अलग जानकारी की पुष्टि नहीं की जा सकती. इसलिए इस सम्बन्ध में यहाँ इसकी जानकारी देना उचित नहीं है.

इस लेख में हमने आपको दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जीवनी (Manish Sisodia Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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