balasaheb thorat biography in hindi
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Balasaheb Thorat Latest News – महाराष्ट्र का संगमनेर विधानसभा इन दिनों चर्चा का बिषय बना हुआ है. इस हाई प्रोफाइल सीट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उद्धव सरकार में मंत्री रहे बालासाहेब थोरात चुनाव लड़ रहे है. बालासाहेब थोरात कांग्रेस के पुराने नेता माने जाते है और इस सीट से वो लगातार 8 बार जीत चुके है. संगमनेर विधानसभा पर 20 नवंबर को मतदान है और परिणाम 23 नवंबर को घोषित होगा. हाई प्रोफाइल सीट होने के कारण यहाँ के चुनाव परिणाम पर सबकी नजर है. ऐसे में कुछ लोग बालासाहेब थोरात के बारें में जानना चाहेंगे तो आइये, इस लेख में हम आपको कांग्रेस नेता व महाराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात की जीवनी (Balasaheb Thorat Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

बालासाहेब थोरात की जीवनी (Balasaheb Thorat Biography in Hindi)

पूरा नाम विजय भाऊसाहेब थोराट
उम्र 71 साल
जन्म तारीख 7 फ़रवरी,1953
जन्म स्थान महाराष्ट्र
शिक्षा एलएलबी
कॉलेज आइएलएस लॉ कॉलेज
वर्तमान पद कांग्रेस नेता व महाराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री
व्यवसाय राजनीतिज्ञ, व्यापार
राजनीतिक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम भाऊसाहेब थोरात
माता का नाम
पत्नी का नाम कंचन थोरात
बच्चे तीन बेटियां
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता महाराष्ट्र
वर्तमान पता महाराष्ट्र
फोन नंबर
ईमेल

बालासाहेब थोरात का जन्म और परिवार (Balasaheb Thorat Birth & Family)

बालासाहेब थोरात का जन्म 7 फ़रवरी,1953 को महाराष्ट्र में हुआ था. बालासाहेब थोरात के पिता का नाम भाऊसाहेब थोरात था. वो कांग्रेस के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व विधायक थे. भाऊसाहेब थोरात अपने समय के किसान नेता भी माने जाते थे और महाराष्ट्र के संगमनेर विधानसभा से एक बार विधायक भी चुने गए थे. बालासाहेब थोरात का नाम ‘विजय’ है. इस रारह इनका पूरा नाम विजय बालासाहेब थोरात है.

बालासाहेब थोरात का विवाह कंचन थोरात से हुआ था. बालासाहेब थोरात के तीन बेटियां है. इन्ही की एक विजयश्री थोराट है जो हाल ही में बीजेपी नेता के घर पर अपने कोंग्रेसी कार्यकर्त्ता के साथ हिंसक हंगामा करने करने के कारण चर्चा में आयी थी और उनपर चार्ज शीट दाखिल किया था. बालासाहेब थोरात हिन्दू है.

बालासाहेब थोरात की शिक्षा (Balasaheb Thorat Education)

बालासाहेब थोरात ने 1975 में पुणे विश्वविद्यालय के फर्ग्यूसन कॉलेज से कला में स्नातक की पढ़ाई पूरी, बाद में आगे की पढाई के लिए वो आइएलएस लॉ कॉलेज में एडमिशन लिया और वही से उन्होंने एलएलबी की मास्टर डिग्री ली.

बालासाहेब थोरात का राजनीतिक करियर (Balasaheb Thorat Political Career)

बालासाहेब थोरात की राजनीतिक यात्रा अस्सी के दशक में शुरू हुई थी. बालासाहेब थोरात ने अपना पहला चुनाव वर्ष 1985 में पुणे के निकट स्थित संगमनेर विधानसभा क्षेत्र से लड़ा था और जीत गए. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार शकुंतला होरात को दस हजार से भी अधिक के बहुमत से पराजित किया था और क्षेत्र में अपनी राजनैतिक पैठ बना ली थी. संगमनेर विधानसभा क्षेत्र अहमदनगर जिले में पड़ता है जो पुणे के निकट स्थित है.

बालासाहेब थोरात पहली बार तो निर्दलीय ही चुनाव लड़ा पर बाद में वो जल्द ही कांग्रेस का दामन थाम लिया और कांग्रेस कार्यकर्त्ता बन गए. कांग्रेस में शामिल होकर बालासाहेब थोरात ने 1990 का महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव लड़ा और इस बार वो फिर से जीत गए. इस बार उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार संतराव गुंजल को लगभग साढ़े चार हजार वोट से पराजित किया.

बालासाहेब थोरात महाराष्ट्र में हुए 1995 का विधानसभा चुनाव भी जीत गए जबकि पार्टी ने उन्हें फिर से यही संगमनेर विधानसभा से उम्मीदवार बनाया था लेकिन इस बार फिर जीत कर उन्होंने साबित किया कि पिछले दो बार की जीत के बाद भी उनकी पकड़ उस सीट पर बनी हुई है. वैसे इस बार उनका सामना एक निर्दलीय उम्मीदवार बापूसाहेब नामदेव से था.

बालासाहेब थोरात की जीत आगे भी जारी रही. महाराष्ट्र में हुए 1999 का विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने उन्हें संगमनेर से ही टिकट दिया और इस बार उनका मुख्य मुकाबला शिव सेना के उम्मीदवार बापूसाहेब नामदेव से था पर इस बार भी बालासाहेब की जीत बरक़रार रही. उन्होंने शिवसेना उम्मीदवार बापूसाहेब नामदेव

गए जबकि पार्टी ने उन्हें बीस हजार वोट के अंतर से हराया. बालासाहेब थोरात की यह चौथी जीत थी और इससे उनका राज्य में राजनीतिक कद बहुत बढ़ गया था.

बालासाहेब थोरात संगमनेर से ही लगातार इसी प्रकार 2004 2009  2014 और 2019 का विधानसभा चुनाव जीतते रहे है. बाद के लगभग सभी चुनावों में उनका सामना शिवसेना के उम्मीदवारों से रही है पर बावजूद इसके बालासाहेब थोरात की जीत जारी रही.

बालासाहेब थोरात अभी भी संगमनेर विधानसभा क्षेत्र से ही विधायक है और आगामी 2024 में भी वो उसी सीट से उम्मीदवार है.

बालासाहेब थोरात की राजनैतिक कद को देखते हुए उन्हें प्रदेश में बनने वाली कांग्रेस व कांग्रेस वाली गठबंधन की सरकारों में मंत्री भी बनाया गया है. बालासाहेब थोराट को विलासराव देशमुख की पहली सरकार में कृषि राज्य मंत्री बनाया गया था. हालांकि बाद में उन्हें 2004 में कैबिनेट मंत्री बना दिया गया था.

बालासाहेब थोरात पृथ्वीराज चव्हाण के मंत्रिमंडल में कृषि, जल संरक्षण, रोजगार गारंटी योजना मंत्री बनाये गए थे. बालासाहेब को  2019 में MPCC प्रमुख बनाया गया था. बालासाहेब थोरात की राजनीतिक चतुराई के कारण कांग्रेस 2019 में 31 विधायकों से बढ़कर 44 विधायक तक अपनी संख्या बढ़ाने में सफल रही थी.

बालासाहेब थोरात जैसे नेताओ की चतुराई के कारण ही कांग्रेस शिवसेना और राकांपा के साथ मिलकर महा विकास अघाड़ी गठबंधन बनाने में सफल रही थी, जिसने राज्य की राजनीति पर गहरा प्रभाव डाला था.

बालासाहेब थोरात की अन्य क्षेत्रो में उपलब्धि

राजनीति के अलावे बालासाहेब अन्य सामाजिक क्षेत्रों में भी सक्रिय रहे है. बालासाहेब थोरात सहकारी आंदोलन में एक प्रमुख हस्ती रहे है. थोरात दुग्ध सहकारी समिति के संस्थापक और संगमनेर जिला एवं राज्य सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष भी है. वर्तमान में बालासाहेब थोरात अमृतवाहिनी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग के अध्यक्ष हैं. यह कॉलेज महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में पड़ता है और इसकी स्थापना में बालासाहेब थोरात के पिता भाऊसाहेब थोरात की भूमिका मानी जाती है.

बालासाहेब थोरात की संपत्ति (Balasaheb Thorat Net Worth)

2019 में चुनाव के समय उनके द्वारा घोषित संपत्ति लगभग 12 करोड़ है.

इस लेख में हमने आपको कांग्रेस नेता व महाराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात की जीवनी (Balasaheb Thorat Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

 

 

 

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