Politalks.News/Bharat/Congress. रविवार को हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव की तारीख का एलान कर दिया गया है. लेकिन जैसा कि पहले से तय माना जा रहा था G-23 ग्रुप के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद इसी ग्रुप के दूसरे बड़े नेता आनंद शर्मा द्वारा CWC की बैठक में आजाद के इस्तीफे के मुद्दे पर सवाल उठाया जाएगा, हालांकि, इस मुद्दे पर तो नहीं लेकिन शर्मा ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए डेलीगेट चुनने की प्रक्रिया पर सवाल जरूर उठाए हैं. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में अध्यक्ष पद के चुनाव कार्यक्रम को मंजूरी देने के लिए हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से कई सवाल किए, हालांकि अन्य किसी नेता द्वारा उनके समर्थन में नहीं आने और मिस्त्री के जवाब के बाद आनंद शर्मा शांत हो गए.
कांग्रेस कार्यसमिति से जुड़े एक पार्टी सूत्र के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक की शुरुआत में ही यह साफ कर दिया था कि यह बैठक सिर्फ अध्यक्ष पद के चुनाव कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए बुलाई गई है. इसके बाद संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से कार्यक्रम रखने का आग्रह किया और मिस्त्री ने सदस्यों को पूरा चुनाव कार्यक्रम बताया. इसके बाद कई सदस्यों ने चुनाव कार्यक्रम पर अपनी बात रखी. हालांकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में ऑडियो बहुत अच्छा नहीं था, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि आनंद शर्मा ने एआईसीसी डेलीगेट के चयन पर सवाल उठाते हुए कहा कि डेलीगेट का चुनाव किस तरह किया गया और ब्लॉक, जिला और प्रदेश स्तर पर कब बैठक हुई? शर्मा की दलील थी कि उन्हे कई प्रदेशों से यह शिकायत मिली है और इसको लेकर लोग अंधेरे में हैं. इस पर पार्टी अध्यक्ष ने मधुसूदन मिस्त्री को स्थिति स्पष्ट करने की हिदायत दी. इस पर मिस्त्री ने कहा कि एआईसीसी डेलीगेट की सूची अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों को उपलब्ध करा दी जाएगी, मिस्त्री के जवाब के बाद आनंद शर्मा चुप हो गए.
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आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव की तारीख तय हो गई है. कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद पार्टी ने नए पार्टी अध्यक्ष के चुनाव का फैसला लिया है. पार्टी अध्यक्ष चुनाव के लिए शिड्यूल भी जारी कर दिया गया है, जिसके मुताबिक 22 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी होगा. वहीं 24 सितंबर कर नामांकन किया जा सकेगा, नामांकन पत्रों की वापसी के लिए 30 सितंबर की तारीख तय की गई है. इसके बाद 17 अक्टूबर को चुनाव और 19 अक्टूबर को होगी वोटों की गिनती.
वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी के खिलाफ पार्टी को डुबोने सम्बन्धी आरोपों की झड़ी लगाते कांग्रेस की सदस्यता से गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद G-23 ग्रुप के अन्य नेताओं ने भी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. इसी बीच शनिवार देर शाम आनंद शर्मा और गुलाम नबी आजाद के बीच हुई लंबी मुलाकात के बाद ऐसा माना जा रहा था कि CWC की बैठक में आनंद शर्मा द्वारा आजाद के इस्तीफे को लेकर मुद्दा बना सकते हैं, लेकिन बैठक की शुरुआत में सोनिया गांधी द्वारा दिए गए स्पष्ट निर्देश के बाद इस मुद्दे पर बैठक में शांति बनी रही. हालांकि आनंद शर्मा ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए डेलीगेट चुनने की प्रक्रिया पर सवाल जरूर उठाए.
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वहीं दूसरी तरफ CWC की बैठक के बाद केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से जब इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि जो सवाल उठा रहे हैं, वह खुद इस प्रक्रिया के जरिए यहां तक पहुंचे हैं. वहिंबकांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सीडब्ल्यूसी में संगठन चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए जाने से साफ इनकार किया है. रमेश ने ट्वीट किया कि कुछ संदिग्ध स्रोतों के जरिए यह कहा जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया और कार्यक्रम पर सवाल उठाए हैं, जबकि बैठक में किसी ने कोई प्रश्न या संदेह नहीं उठाया है.