Politalks.News/MadhyaPradesh. मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव 2023 (MadhyaPradesh Assembly Election) में सत्ता की कुर्सी पर अपना कब्जा कायम रखने के लिए बीजेपी (BJP) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में 7 मई को मोर्चा और प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पदाधिकारियों की बैठक के बाद आज 9 मई से एक बार फिर बैठकों का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव (Murlidhar Rao) की अध्यक्षता में आज से शुरू हुई जिला कोर कमेटी की बैठकें 2 दिन तक चलेंगी. इस बीच टिकट के दावेदारों के बीच पार्टी द्वारा ली जा रही इंटेलिजेंस की मदद के बाद यह संदेश साफ है कि परिवारवाद नहीं चलेगा. बैठक से पहले आए प्रभारी मुरलीधर राव के बयान के बाद राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) का टिकट वितरण को लेकर बड़ा बयान आया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं परिवारवाद नहीं चलेगा तो उनका यह इशारा ही काफी है.
आपको बता दें, 2023 के लिए खुद को गियर अप करने में जुटी बीजेपी में बैठकों का सिलसिला तेज हो चुका है. आज हुई बैठक में बीजेपी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव के साथ ही बीजेपी राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश भी मौजूद रहे तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी बैठक में शामिल हुए. सबसे खास बात यह है कि जिलों की कोर कमेटी की बैठक के दौरान जिस जिले की समीक्षा की जा रही है उसके प्रभारी मंत्री को भी बैठक में बुलाया गया.
वहीं भाजपा की आज की बैठक से पहले प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने एक ट्वीट कर नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत दी. राव ने नेताओं की परिक्रमा करने वालों को इसकी जगह सेवा करने की जरूरत बताते हुए एक ट्वीट किया और लिखा कि, ”ना राजशाही!, ना परिक्रमाशाही!, अब चलेगी सेवाशाही!”. राव के इस ट्वीट को टिकट वितरण के संकेत से ही जोड़कर देखा जा रहा है. इसके बाद दोपहर में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत में एक बयान देकर नेता पुत्रों की धड़कनें बढ़ा दीं. विजयवर्गीय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिवारवाद को लेकर पिछले दिनों दिए गए बयान का हवाला दिया और कहा कि पीएम ने इशारा किया था कि पार्टी में परिवारवाद नहीं चलेगा, नेता पुत्रों की टिकट के सवाल के जवाब में पीएम का यह इशारा ही काफी है.
ना राजशाही!
ना परिक्रमाशाही!!
अब चलेगी सेवाशाही।।। pic.twitter.com/MZhYCLrYdy— P Muralidhar Rao (@PMuralidharRao) May 9, 2022
गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रभारी मुरलीधर राव ने एक बयान देते हुए कहा था कि, ‘चुनाव में टिकट उन्हीं नेताओं को मिलेगा जो दरी उठाने और मेहनत करने में सबसे आगे हैं, क्योंकि मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को ही टिकट मिलेगा.’ वहीं अब राव के ट्वीट से भी यह बात स्पष्ट होती नजर आ रही है कि इस बार के चुनाव में बीजेपी टिकट वितरण में सख्ती दिखा सकती है.
आपको बता दें, परिवारवाद में फंसकर जिन नेताओं के परिजनों का टिकट संकट में पड़ सकता है उनमें लोकसभा अध्यक्ष रहीं सुमित्रा महाजन के पुत्र मंदार महाजन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह, गौरीशंकर शेजवार के पुत्र मुदित, पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के पुत्र सिद्धार्थ, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद प्रभात झा के बेटे तुष्मुल, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पुत्र देवेंद्र सिंह, वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक, नरोत्तम मिश्रा के पुत्र सुकर्ण, मंत्री कमल पटेल के पुत्र सुदीप पूर्व मंत्री व अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के पुत्र मौसम शामिल हैं.
वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश बीजेपी में लगातार जारी बैठकों के दौर को संगठन की जमीन स्तर की रिपोर्ट तैयार करने के लिहाज से अहम माना जा रहा है. इससे पहले जब मोर्चा और प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी तब भी बीजेपी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की थी कि चुनाव आने वाले हैं और अभी तक मोर्चों और प्रकोष्ठ की जिलो में कार्यकारिणी तैयार नहीं हुई है. जिलों की कोर कमेटी की बैठक में भी माना जा रहा है कि सत्ता और संगठन के बीच समन्वय को लेकर फीडबैक लिया गया है.