A. Raja Latest News – ए राजा तमिलनाडु के एक बड़े नेता है. वह 6 बार के सांसद है और वर्तमान में नीलगिरि लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते है. ए राजा केंद्र में कई बार मंत्री पद धारण कर चुके है. 2जी घोटाले में उनका नाम आने से उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था और जाँच का भी सामना करना पड़ा था पर अब वह न्यायालय द्वारा बरी किये जा चुके है. ए राजा सांसद होने के साथ ही डीएमके पार्टी उप महासचिव भी है. इस लेख में हम नीलगिरि लोकसभा से सांसद ए. राजा की जीवनी (A. Raja Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
ए. राजा की जीवनी (A. Raja Biography in Hindi)
पूरा नाम | ए. राजा |
उम्र | 61 साल |
जन्म तारीख | 10 मई 1963 |
जन्म स्थान | पेरंबलूर, तमिलनाडु |
शिक्षा | बीबीए |
कॉलेज | मद्रास विश्वविद्यालय, |
वर्तमान पद | नीलगिरि लोकसभा से सांसद |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, वकील |
राजनीतिक दल | डीएमके पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | एस के आंदिमुथु |
माता का नाम | चिन्नापिल्लई अम्मल अंदिमदम |
पत्नी का नाम | एम ए परमेश्वरी |
बच्चे | एक बेटी |
बेटें का नाम | – |
बेटी का नाम | – |
स्थाई पता | 3/125 मरिअम्मन कोविल स्ट्रीट, ग्राम एवं पी.ओ. वेलूर पेरम्बलूर तमिलनाडु |
वर्तमान पता | 21 लोधी एस्टेट नई दिल्ली |
फोन नंबर | 09999864553 |
ईमेल | raja[dot]andimuthu[at]gmail[dot]com |
ए. राजा का जन्म और परिवार (A. Raja Birth & Family)
ए राजा का जन्म 10 मई 1963 को तमिलनाडु के पेरंबलूर जिले में हुआ था. ए राजा का पूरा नाम अंदिमुथु राजा है.
ए राजा के माता पिता का नाम एस के आंदिमुथु और माता का नाम चिन्नापिल्लई अम्मल अंदिमदम था.
ए राजा का विवाह 1996 में परमेश्वरी से हुआ था पर 57 वर्ष की आयु में उनकी पत्नी परमेश्वरी का 29 मई 2021 को कैंसर से मौत हो गई. उनकी एक बेटी है, जिनका नाम मयूरी राजा है.
ए राजा पर 7 आपराधिक मामले दर्ज है. ए राजा हिन्दू हैं. वह अनुसूचित जाति से हैं.
ए. राजा की शिक्षा (A. Raja Education)
ए राजा ने मुसिरी के गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज से गणित में बी.एससी. किया. बाद में उन्होंने मदुरै के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से लॉ में स्नातक और तिरुचिरापल्ली के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से स्नातकोत्तर (MA) किया.
ए. राजा का शुरूआती जीवन (A. Raja Early Life)
ए राजा ने शुरूआती दिनों में पेरियार के विचारधारे से प्रभावित थे. रामासामी पेरियार हिंदुत्व का विरोधी था और तमिलनाडु में दलित वर्ग का प्रतिनिधित्व करता था. तमिलनाडु के शुरुआती दिनों में कुछ युवा इन्ही के विचारधारे से प्रभावित हो गए थे. उन्ही युवाओ में ए राजा भी थे और इसका परिणाम यह हुआ कि राजा हिन्दू विरोधी हो गए. वह अपने आपको नास्तिक कहलवाना अच्छा समझते थे.
चूँकि ए राजा अनुसूचित जाति से थे और इसी कारण वह पेरियार के रंग में रंग गए और उन्हें अपना आदर्श मानने लग गए. बाद में वह अंबेडकर और मार्क्स की विचारधारा को भी अपना लिया. ए राजा के जन्म से पहले उनके दादा दादी अपने गृह जिले पेरम्बलुर से रोजगार की तलाश में श्री लंका के चाय बागान में काम करने चले गए थे पर वे 1961 में भारत लौट आये और फिर यही बस गए.
ए. राजा का राजनीतिक करियर (A. Raja Political Career)
ए राजा की राजनीतिक यात्रा वर्ष 1987 से शुरू हुई है. इन दिनों वह कॉलेज में पढाई कर रहे थे और इसी दौरान वह राजनीति में भी सक्रिय हो गए. उन्हें तमिलनाडु की तब की लोकप्रिय पार्टी डी एम के में छात्र विंग का नेता बना दिया गया लेकिन वह जल्द ही पार्टी में महत्वपूर्ण स्थान पाने में सफल हो गए और अगले कुछ ही वर्षो में उन्हें पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिल गया. ए राजा ने पहली बार 1996 में डी एम के टिकट पर पेरम्बलुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत भी गए. जीत के बाद वह पहली बार सांसद बने और लोकसभा पहुंचे.
इसके बाद ए राजा 1998 में पेरम्बलुर निर्वाचन क्षेत्र से पुनः खड़े हुए पर इस बार उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा. इसके बाद वह 1999 और 2004 के लोकसभा चुनावों में पेरम्बलुर निर्वाचन क्षेत्र से लगातार डीएमके के उम्मीदवार के तौर पर खड़े होते गये और उनकी लगातार जीत भी हुई. पर 2009 का लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपना निर्वाचन क्षेत्र बदल लिया और इस बार वह पेरम्बलुर से खड़ा न होकर नीलगिरी से लोकसभा चुनाव लड़ा. ए राजा ने अपना निर्वाचन स्थान जरूर बदल लिया पर उनकी जीत अब भी कायम रही और वह 2009 में तमिलनाडु के नीलगिरि लोकसभा से जीतकर चौथी बार सांसद बने.
इससे पहले ए राजा केंद्र में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रह चुके थे जबकि सितंबर 2000 से लेकर मई 2004 तक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री बनाये गए. इसके बाद राजा अपने तीसरी बार की जीत के बाद भी केंद्र में मंत्री बनाये गए. ए राजा मई 2004 से लेकर मई 2007 तक पर्यावरण और वन मंत्री रहे. दयानिधि मारन के हटने के बाद उन्हें मई 2007 से चार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय दिया गया.
इसके बाद ए राजा 2जी स्पेक्ट्रम मामले में अभियुक्त बनाये गए. इस कारण उन्हें मंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा. ए राजा के साथ ही डीएमके के दो अन्य नेताओ पर भी घोटाले का आरोप लगा था पर वर्ष 2017 में सभी बरी हो गए. इसके बाद ए राजा 2019 और फिर 2024 का लोकसभा चुनाव भी नीलगिरी से लड़ा और जीत गए.
वर्तमान में ए राजा तमिलनाडु के नीलगिरी लोकसभा क्षेत्र से सांसद है और उन्हें सितंबर 2020 में डीएमके का उप महासचिव चुना गया है.
ए. राजा की संपत्ति (A. Raja Net Worth)
2024 में लोकसभा चुनाव के समय दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार ए राजा की चल-अचल मिलाकर कुल संपत्ति 6 करोड़ 93 लाख हैं. जबकि उनपर लगभग 51 लाख का कर्ज भी हैं. ए राजा के आय का जरिया वकालत और साझेदारी फर्म में भागीदारी है.
इस लेख में हमने आपको नीलगिरि लोकसभा से सांसद ए. राजा की जीवनी (A. Raja Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.