देश में 185,248 नए मामलों के साथ 1025 लोगों की हुई मौत, राजस्थान के लिए जारी होगी सख्त गाइडलाइन

प्रदेश में कोरोना के 5528 नए मामले आए सामने वहीं रिकॉर्ड 28 लोगों की हुई मौत, मुख्यमंत्री की प्रदेशवासियों से अपील- लाॅकडाउन की तरह करें संयमित व्यवहार, नई गाइडलाइन तैयार करने के निर्देश, संक्रमण रोकने के लिए कड़े कदम उठाना जरूरी हैं, आमजन को इससे कुछ तकलीफ हो सकती है, लेकिन जीवन रक्षा सर्वाेपरि - सीएम गहलोत

भारत में नहीं थम रहा कोरोना का कोहराम
भारत में नहीं थम रहा कोरोना का कोहराम

Politalks.News/Corona. चुनाव वाली जगहों को छोड़कर पूरे देश में वापस लौटा कोरोना इस बार अपना भयानक विकराल रूप बढ़ाता ही जा रहा है. दिन-प्रतिदिन पूरे देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमितों और मौतों के भयावह आंकड़े सामने आ रहे हैं. आपको बतास दें, देश में मंगलवार रात तक संक्रमण के 185,248 नए मामले दर्ज किए गए है, जो कि इस महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में मिलने वाले नए संक्रमितों का सर्वाधिक आंकड़ा है. इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घण्टों में 1025 लोगों की मौत हो गई है. इस तरह पूरे देश में अब तक के कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,38,70,731 हो गई है, वहीं कोरोना से पीड़ित लोगों के ठीक होने की दर और गिरकर 89.51 प्रतिशत रह गई है, जो कि अबतक की सबसे भयावह तस्वीर है.

इसी तरह बात करें राजस्थान की तो प्रदेश में मंगलवार को भी कोरोना का कहर बरकरार रहा जिसमें अब तक कि रिकॉर्ड 28 मौतें दर्ज की गई हैं. जिनमें सर्वाधिक 4-4 मौतें कोटा, जोधपुर और उदयपुर जिले में सामने आई हैं. जयपुर और पाली में 3-3, बाड़मेर और नागौर में 2-2 सहित अजमेर, बूंदी, चित्तोडगढ़़, धोलपुर, झालावाड़ और टोंक जिले में एक-एक संक्रमित की मौत पिछले 24 घंटे के दौरान हुई है. नए संक्रमितों की संख्या सोमवार की तुलना में मामूली गिरावट के साथ 5528 रही है. जयपुर जिले में प्रदेश के सर्वाधिक और अब तक के किसी भी जिले के रिकॉर्ड 989 मामले सामने आए हैं. जोधपुर 770, उदयपुर 729 और कोटा 616 भी मामलों के साथ संक्रमण के अत्यधिक खतरे पर बने हुए हैं. कुल संक्रमित अब 375092 और कुल मृतक 2979 हो गए हैं.

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वहीं देश एवं प्रदेश में कोविड-19 के गहराते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे लॉकडाउन की तरह संयमित व्यवहार करें. सीएम गहलोत ने कहा कि कोविड की दूसरी खतरनाक लहर से प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा में राज्य सरकार कोई कमी नहीं रखेगी. वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस युवाओं और बच्चों को भी संक्रमित कर रहा है. इसके संक्रमण की रफ्तार काफी तेज होने के साथ ही अधिक घातक है. संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए अधिक सख्त एवं कारगर कदम उठाने की जरूरत है.

मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास से वीसी के माध्यम से हुई कोरोना की नियमित समीक्षा बैठक के दौरान सीएम गहलोत ने अफसरों को कहा कि सामाजिक-धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को सीमित करने, कर्फ्यू का समय बढ़ाने, विवाह एवं अन्य समारोह में लोगों की संख्या कम करने, कार्यस्थलों पर कार्मिकों की उपस्थिति घटाने, सार्वजनिक परिवहन में यात्री संख्या कम करने के लिए नए दिशा निर्देश जारी किए जाएं. गहलोत ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे लाॅकडाउन की तरह संयमित व्यवहार करें.

समीक्षा बैठक में चिकित्सा विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि देश-प्रदेश में जिस तेजी से संक्रमित रोगियों की संख्या, पॉजिटिविटी रेट और मृत्युदर बढ़ रही है. उसे देखते हुए राज्य में सामाजिक-धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को सीमित करने, कर्फ्यू का समय बढ़ाने, विवाह एवं अन्य समारोह में लोगों की संख्या कम करने, कार्यस्थलों पर कार्मिकों की उपस्थिति घटाने, सार्वजनिक परिवहन में यात्री संख्या कम करने सहित लॉकडाउन के समान कड़े एवं प्रभावी कदम उठाना जरूरी है. मुख्यमंत्री ने प्रमुख शासन सचिव गृह अभय कुमार को निर्देश दिए कि वे इन सुझाव के मद्देनजर जरूरी गाइडलाइन तैयार करें. संक्रमण रोकने के लिए कड़े कदम उठाना जरूरी है. आमजन को इससे कुछ तकलीफ हो सकती है, लेकिन जीवन रक्षा सर्वाेपरि है. शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियों को भी सीमित करने का सुझाव दिया.

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इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संक्रमित रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी को देखते हुए चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार में कोई कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि डेडीकेटेड कोविड केयर अस्पतालों, डे-केयर सेन्टर, पोस्ट कोविड केयर सेन्टर, ऑक्सीजन एवं आईसीयू बैड, दवाओं सहित अन्य चिकित्सकीय सुविधाएं और बढाई जाएं. सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना की यह दूसरी लहर पहले से भी अधिक घातक और खतरनाक बनती जा रही है. लोग इसकी भयावहता को समझें और वैसा ही व्यवहार करें, जैसा उन्होंने पहली बार लगाए गए लॉकडाउन के समय किया था. क्योंकि आंकड़े एवं अध्ययन बता रहे हैं कि दूसरी लहर में वायरस का प्रभाव, संक्रमण की रफ्तार तथा मृत्यु की दर पहले से कई गुना अधिक घातक है.

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आपको बता दें, बुधवार को यानी आज दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, सभी धर्मगुरुओं और प्रदेश के सभी NGOs के साथ कोविड की भयावह स्थिति पर चर्चा करेंगे. माना जा रहा है कि इसके बाद कोरोना को लेकर राजस्थान के लिए नई गाइडलाइन जारी होगी जिसमें पहले से ज्यादा सख्त कदम उठाए जांएगे.

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