Politalks.News/RajasthanByElection. ‘नाथी का बाड़ा’ को लेकर बीजेपी के निशाने पर चल रहे प्रदेश कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के लिए गुलाबचंद कटारिया द्वारा महाराणा प्रताप को लेकर दिया गया विवादित बयान सही मौके पर हाथ आया हथियार साबित हुआ है. उपचुनाव के बीच में महाराणा प्रताप को लेकर रविवार को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया द्वारा दिए गए बयान को कांग्रेस पूरी तरह भुना रही है. इसी बीच पीसीसी चीफ डोटासरा ने कटारिया पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि गुलाबचंद कटारिया ने जानबूझ कर ये विवादित बयान दिया है, क्योंकि कटारिया की किरण माहेश्वरी से बनती नहीं थी और उपचुनाव में उनकी बेटी खड़ी हुई है, वहीं वो दीप्ति को टिकट देने के पक्ष में भी नहीं थे, इसलिए कटारिया ने चुनाव में निपटाने के लिए महाराणा प्रताप के बारे में इस तरह का बयान जानबूझकर दिया है.
मंगलवार को प्रदेश भाजपा की ओर से कांग्रेस के खिलाफ जारी किए गए ब्लैकपेपर पर पलटवार के साथ और कटारिया के विवादित को लेकर गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा और गुलाबचंद कटारिया पर जमकर निशाना साधा. डोटासरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जो आदमी गाली निकाल बात करे, महाराणा प्रताप के लिए अपशब्द कहे, जिस आदमी का अपनी भाषा पर ही संयम नहीं हो, भाजपा ने उन्हें नेता प्रतिपक्ष क्यों बनाया है. डोटासरा ने कहा कि भाजपा के पास कोई आदमी नहीं, जिसे नेता प्रतिपक्ष बनाएं. डोटासरा ने कहा कि राजेन्द्र राठौड़ को भी लोग नहीं चाहते हैं.
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प्रदेश भजपा द्वारा जारी किए गए ब्लैक पेपर पर पलटवार करते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि उपचुनाव के लिए प्रदेश आए केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने किसानों की बात नहीं सुनी, किसानों पर लाठियां बरसाईं गईं, गजेन्द्र सिंह शेखावत खुद बंगाल में पिट कर आ गए. कई महीनों से किसान धरने पर बैठे हैं, फिर भी भाजपा ब्लैक पेपर किस मुंह से जारी कर रही है. भाजपा सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है.
बीजेपी के ब्लैक पेपर पर निशाना साधते हुए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पर्दे के पीछे भाजपा जनता की राय से नहीं बल्कि आरएएस की राय से चलती है. राज्य ने भाजपा को 25 सांसद दिए, उन्होंने सवा दो साल में क्या काम किया, भाजपा को ये दिखाना चाहिए. जलजीवन मिशन को लेकर डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार पीएम मोदी, जलदाय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को चिट्ठी लिख लिखकर थक गई है कि राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितयों को देखते हुए योजना में केन्द्र राज्य की राशि का अनुपात क्रमश: 90 10 अनुपात किया जाए, लेकिन जलदाय मंत्री प्रदेश के होते हुए भी ऐसा नहीं कर पाए हैं.
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पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में कोविड काल में अच्छा काम किया जा रहा है. जब कोविड शुरू हुआ तब केन्द्र देश में चुनी सरकारों को गिराने में लगी थी तब राज्य सरकार ने लॉकडाउन कर दिया था. वर्तमान में कोविड से उपजी विपरीत स्थितियों में केन्द्र राज्य को कोई सहायता नहीं दे रहा. जीएसटी का हजारों करोड़ का रूपया रोक रखा है. उसके बावजूद राज्य सरकार ने बेहतरीन बजट दिया है.
बिना बजट प्रावधान के पूर्व सीएम ने कर दी घोषणा
पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए डोटासरा ने कहा कि, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जाते जाते चुनाव से पहले कृषि कनेक्शनों पर 850 रुपए की सब्स्डिी देने की घोषणा कर गईं, लेकिन वित्तीय प्रावधान नहीं किया, जिसके चलते वो स्कीम बंद हो गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में इसके लिए प्रावधान किया है और कृषि के लिए अलग से बजट पेश करने की घोषणा की है.