Politalks.News/Rajasthan. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के दुग्ध उत्पादकों को हेलमेट वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान सीएम गहलोत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों की संख्या पर चिंतित है और इसमें 50 प्रतिशत तक कमी लाने के लिए कार्ययोजना बनाएगी. इसके लिए जल्द ही सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई जाएगी और सड़क सुरक्षा को अनिवार्य रूप से स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा.
राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन लिमिटेड (जयपुर इकाई), भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड (राज.) द्वारा आयोजित पशुपालकों को हेलमेट वितरण कार्यक्रम का निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शुभारम्भ कर सम्बोधित किया।#Rajasthan pic.twitter.com/pUiYd3mXlW
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 9, 2020
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में मौत होना बहुत दुःखद होता है. मैं जब पहली बार मुख्यमंत्री बना तो ईच्छा शक्ति दिखाई और प्रदेश में हेलमेट व सीट बेल्ट पहनने को लागू किया. इससे पहले प्रदेश में ऐसा करने की इच्छा जाहिर नहीं कि. सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बहुत अच्छा मोटर व्हीकल एक्ट बनाया है. राज्य सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट में जुर्माना राशि को कम कर प्रदेश में लागू कर दिया है. इस एक्ट को प्रदेश में लागू करवाना अब पुलिस का काम है.
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सीएम गहलोत ने कहा कि सड़क दुर्घटना में होने वाली प्रत्येक मौत विचलित करने वाली होती है. जिसके घर में मौत होती है उसका पूरा परिवार इससे बिखर जाता है और जिस पीड़ा से गुजरता है उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. राज्य सरकार लक्ष्य बनाकर प्रयास करेगी जिससे प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में प्रतिवर्ष होने वाली दस हजार मौतों की संख्या में कमी लाकर इसे आधा किया जा सकेगा. इस दौरान सीएम गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रोड सेफ्टी को लेकर जल्द ही एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई जाए.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि बीते कुछ समय से राज्य में सड़कों की स्थिति बेहतर हुई है, लेकिन इन पर तेज रफ्तार से दौड़ते वाहनों के कारण दुर्घटनाएं भी बढ़ी हैं. ऐसे में पुलिस और परिवहन सहित अन्य संबंधित विभाग सड़क सुरक्षा को लेकर बड़े रूप में जागरूकता अभियान चलाएं. इसके लिए जिलों में स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से रोड सेफ्टी को लेकर सेमिनार एवं अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएं. सीएम गहलोत ने संभागीय एवं जिला मुख्यालयों पर अच्छे ड्राइविंग इंस्टीट्यूट खोलने पर भी बल दिया. सीएम गहलोत ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में अकाल मृत्यु के शिकार दुपहिया वाहन चालक अधिक होते हैं. यदि वे हेलमेट पहनकर वाहन चलाएं तो दुर्घटना के असर को काफी हद तक कम किया जा सकता है.