राजस्थान विधानसभा की 199 सीटों के लिए मतदान शनिवार को समाप्त हो गया है. इसके साथ ही प्रदेश की 5.26 करोड़ मतदाताओं ने चुनावी मैदान में खड़े 1863 उम्मीदवारों के भाग्य को ईवीएम में कैद कर दिया है. राजस्थान विधानसभा चुनाव में 688 राष्ट्रीय दलों, 105 क्षेत्रीय दलों और 348 अन्य दलों के साथ 734 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव आयोग ने मतदान का प्रतिशत देर रात जारी कर दिया. अंतिम लिए गए आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 74.96 फीसदी मतदान हुआ है, जो पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले 0.90 प्रतिशत अधिक रहा.
2018 के विस चुनाव में 74.06 फीसदी मतदान हुआ था. जैसा कि पिछले 15 साल का ट्रेंड दिखा है कि जब भी वोटिंग प्रतिशत अधिक रहता है, तो विपक्ष सत्ता में रहता है. बार वोट प्रतिशत में केवल एक प्रतिशत से भी कम बढ़ोतरी हुई है. हालांकि प्रदेश की राजधानी जयपुर की 7 सीटों पर वोटिंग परसेंट औसतन 4.96 प्रतिशत तक बढ़ा है. वहीं फलौदी के सट्टा बाजार ने भी आगामी सरकार को लेकर अपनी भविष्यवाणी कर दी है.
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पोकरण, तिजारा में बंपर वोटिंग
पोकरण में परमाणु विस्पोट के बाद इस बार वोटिंग का विस्पोट भी हुआ है. पोकरण में 87.7 फीसदी और तिजारा में 85.1 फीसदी की बंपर वोटिंग हुई है. बीजेपी उम्मीदवार बाबा बालकनाथ को प्रदेश का संभावित मुख्यमंत्री चेहरा बनाने की अफवाह ने तिजारा में वोटिंग के सभी रिकॉर्ड टूट गए. राजेंद्र सिंह राठौड़ को तारानगर से उतारे जाने का फायदा भी बीजेपी को मिलता दिख रहा है. यहां वोटिंग प्रतिशत में 7.14 फीसदी वोटिंग ज्यादा हुई है. कोटा दक्षिण और करौली में भी मतदान मामूली सा अधिक हुआ है.
जयपुर की 7 सीटों पर मतदान बढ़ा
जयपुर जिले में 2018 विधानसभा चुनावों के मुकाबले 0.39 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है. इन सभी सीटों पर औसतन 4.96 प्रतिशत वोटिंग ज्यादा हुई है. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में 74.77 फीसदी वोटिंग हुई थी जो इस बार बढ़कर 75.29 प्रतिशत हो गयी है. विद्याधर नगर में पिछले साल हुई 70.29 फीसदी के मुकाबले 2023 में 72.85 फीसदी, मालवीय नगर में 68.43 के मुकाबले 69.46 फीसदी, सांगानेर में 69.19 के मुकाबले 70.42, सिविल लाइंस में 69.41 के मुकाबले 69.96, आदर्श नगर में 72.06 के मुकाबले 72.98, किशनपोल में 71.91 के मुकाबले 76.87 और हवामहल में 72.92 के मुकाबले 76.29 फीसदी वोटिंग हुई है. आमेर, बगरू और झोटवाड़ा में वोटिंग प्रतिशत घटा है.
क्या कहता है फलौदी का सट्टा बाजार का गणित
फलौदी का सट्टा बाजार हमेशा से मतदान के बाद बाजार का गणित और जीत हार का समीकरण बताने में आगे रहा है. फलौदी सट्टा बाजार के अनुसार, राजस्थान में बीजेपी सत्ता वापसी कर रही है. उनके गणित के मुताबिक, बीजेपी को राज्य में 112 से 120 के बीच सीटें मिल रही है. वहीं कांग्रेस 62 से 65 सीटों पर सिमट रही है. निर्दलीय एवं तीसरा मोर्चा के पास 12 से 15 सीटें रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. एक तरह से देखा जाए तो फलौदी सट्टा बाजार ने भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने की भविष्यवाणी की है. वैसे राजस्थान का राजनीतिक ट्रेंड भी बीजेपी के पक्ष में जा रहा है. राज्य में हमेशा से सत्ता परिवर्तन का ट्रेंड रहा है. ऐसे में बीजेपी हर तरह से कांग्रेस पर भारी पड़ते दिख रही है. परिणामों के लिए 3 दिसंबर का इंतजार करना होगा. 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में अब केवल तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होना बाकी है.