हंगामा, नारेबाजी और सवालों पर उलझे मंत्री, तो BJP का वॉकआउट, विधुड़ी घिरे तो चौंकाया मेघवाल ने

विधानसभा बजट सत्र का आज, बिल पर बहस नहीं कराने से नाराज बीजेपी का बायकॉट, थानेदार को गालियां देने वाले कांग्रेस MLA को लेकर हंगामा, भाजपा ने किया दंड प्रक्रिया का विरोध, लेकिन वरिष्ठ भाजपा विधायक मेघवाल ने समर्थन कर चौंकाया

विधानसभा बजट सत्र का आज
विधानसभा बजट सत्र का आज

Politalks.News/RajasthanBudget Session. राजस्थान की 15वीं विधानसभा के चौथे बजट सत्र (Rajasthan Assembly) में आज शुक्रवार की कार्यवाही के दौरान बिल पर बहस नहीं कराने से नाराज भाजपा विधायकों ने सदन से बहिष्कार किया (BJP MLAs boycotted the house) और नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर निकल गए. दरअसल गहलोत सरकार द्वारा वेंज एंड मींस के तहत 69 हजार करोड़ खर्च करने की अनुमति देने वाले विनियोग विधेयक पर बीजेपी विधायकों ने बहस की मांग की. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Leader of Opposition Gulabchand Kataria) ने कहा कि, ‘स्पीकर ने इसे मुखबंद से पारित कराने की बात कही थी लेकिन अब इसे बदल दिया, किसी ने तैयारी नहीं की, अब इस पर बाद में चर्चा का वक्त तय हो’. इस पर सभापति राजेंद्र पारीक ने कहा कि, ‘उन्हें स्पीकर से हुई चर्चा की जानकारी नहीं है, इतना कहरकर बिल पारित करवाना शुरू कर दिया. इस पर नाराज बीजेपी विधायक सदन का बायकॉट करके चले गए, इस बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही को 7 मार्च 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. वहीं दूसरी तरफ दंड प्रक्रिया बिल का जहां पूरी भाजपा ने विरोध किया तो वहीं वरिष्ठ भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने इसका समर्थन कर सभी को चौंका दिया.

‘कांग्रेस विधायक हो गए हैं बेलगाम’
इससे पहले आज सदन में कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी के गंदी बात वाले ऑडियो को लेकर जमकर गहलोत सरकार की खिंचाई होती नजर आई. विधुड़ी द्वारा एसएचओ को गालियां देने के कथित वायरल ऑडियो के मामले में विधानसभा में शून्यकाल के दौरान जमकर हंगामा हुआ. बीजेपी विधायकों ने बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सदन में जमकर हंगामा किया. बीजेपी विधायक अर्जुन जीनगर ने सबसे पहले यह मामला उठाते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस विधायक बेलगाम हो गए हैं’. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि, ‘ऐसी स्थिति में सरकार का कोई कर्मचारी काम ही नहीं कर सकेगा, इस तरह का व्यवहार करते हो. कर्मचारी क्या अपनी इज्जत पर बट्टा लगाकर काम करेगा. यह डूब मरने वाला काम हो गया. मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए’.

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क्या मर चुकी है तुम्हारी आत्मा- राठौड़ ने पूर्व DGP हरीश मीणा को कहा
सदन में हुए इस हंगामे के बीच उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस विधायक हरीश मीणा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आप में आत्मा बची है या नहीं. आपने जिस महकमे को चढ़ाया है, उस महकमे की हालत देखो और यदि कुछ आत्मा आप में बची है तो इस बारे में बोलो’.

क्या विधुड़ी को किया जाए सम्मानित- राठौड़ का तंज

दिग्गज भाजपाई राजेन्द्र राठौड़ तंज कसते हुए कहा कि, ‘शिष्टाचार बचा है या नहीं? क्या विधूड़ी को सम्मानित किया जाए?. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि, कर्मचारी कैसे काम करेगा?. इसके बाद बीजेपी विधायकों ने वेल में आकर हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी. उस समय सभापति जेपी चंदेलिया आसन पर थे, हंगामा होने पर स्पीकर सीपी जोशी को सदन में आना पड़ा. स्पीकर सीपी जोशी ने सूझबूझ दिखाते हुए नियमों के तहत मामला लाने को कहा, इसके बाद सदन में शांति हुई.

धारीवाल बोले- जांच होगी
ससंदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि, ‘आप ऑडियो-वीडियो सुनकर बात कह रहे हैं, कैसे मान लेंगे कि यह सच है? उसकी जांच के बिना कैसे मान लें? ऑडियो आया है तो हम उसकी जांच करवाएंगे. वह आपको फेवर कर रहा है इसलिए आप उसे सच मान रहे हैं, हम उसकी जांच करवाएंगे, इसके बाद ही कोई बात होगी’.

सदन के बाहर सतीश पूनियां ने साधा निशाना

सदन के बाहर भी भाजपा के विधायकों ने राजेंद्र बिधूड़ी के वायरल ऑडियो के मामले में गहलोत सरकार पर निशाना साधा. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि, ‘यह कांग्रेस के उत्कृष्ट संस्कारों का एक विधायक का मोटिवेशनल वर्चुअल स्पीच है, जिससे राजस्थान की पुलिस का मनोबल बढ़ेगा और पुलिस अपराधियों के नियंत्रण में मजबूती से काम करेगी’.

मंत्री के जवाब से नाराज बीजेपी का वॉकआउट

गोशालाओं की योजना से जुड़े सवाल पर गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया के जवाब से असंतुष्ट बीजेपी विधायकों ने प्रश्नकाल के आखिर में सदन से वॉकआउट किया. इससे पहले गौपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि, ‘नंदीशाला खोलने की योजना पर काम शुरू हो गया है. बीजेपी राज में तो केवल घोषणा ही हुई थी’. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने गोपालन मंत्री से कहा कि, ‘क्या आप भी हमारी तरह विपक्ष में बैठना चाहते हो क्या? इस जवाब का तो मतलब ही नहीं है. इस पर मंत्री भाया ने कहा कि, ‘बीजेपी राज में नंदीशाला योजना की केवल घोषणा की, हम इसे पूरा कर रहे हैं. कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर नहीं है’. मंत्री के जवाब से नाराज बीजेपी ने सदन से वॉकआउट किया. इसके बाद गोपालन मंत्री भाया ने कहा कि, ‘नंदी गोशाला अब जिला और पंचायत स्तर के बाद ग्राम पंचायत स्तर तक ले जाएंगे, इसी बजट में घोषणा हुई है’.

विश्वेंद्र सिंह ने कटारिया से कहा- आप तो मेरी हर बात गलत मानते हो, मदद करो

पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने स्प्रीचुअल सर्किट योजना के तहत तिजारा जैन मंदिर के विकास के सवाल के जवाब में कहा कि, ‘तिजारा जैन मंदिर के लिए 2.44 करोड़ मंजूर किए जा चुके हैं. आरटीडीसी कार्यकारी एजेंसी होगी, उसे 20 लाख रुपए दे दिए हैं. 20 जनवरी 2022 में वित्तीय स्वीकृति जारी कर चुके हैं. कार्यकारी एजेंसी आरटीडीसी को 20 लाख रुपए दे दिए हैं. अब आप जवाब को गलत मानो तो आपकी मर्जी है. आप तो मेरी हर बात गलत मानते हैं. पांडुपोल हनुमानजी मंदिर के विकास के लिए पर्यटन मंत्रालय 8.88 करोड़ और भर्तृहरि मंदिर के लिए 1.29 करोड़ मंजूर किए, लेकिन एनओसी नहीं मिलने पर केंद्र ने दोनों प्रोजेक्ट ड्रॉप कर दिए. केंद्र में आपकी सरकार है, इसमें आप मदद करें’.

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कैलाश मेघवाल ने दंड प्रक्रिया संशोधन विधेयक पर समर्थन देकर चौंकाया

वहीं दंड प्रक्रिया संशोधन विधेयक का भाजपा ने पुरजोर विरोध किया लेकिन पूर्व स्पीकर कैलाश मेघवाल ने समर्थन किया. दंड प्रक्रिया संशोधन विधेयक पर कैलाश मेघवाल ने कहा कि, ‘मैं संशोधन का स्वागत करता हूं. इसका परीक्षण हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी होता है’. कैलाश मेघवाल ने विधेयक के लिए शांति धारीवाल को धन्यवाद दिया. सत्ता पक्ष ने मेघवाल के भाषण पर मेजें थपथपाईं. मेघवाल बोले कि ‘नए- नए न्यायिक अधिकारी बन रहे हैं, उन्हें पूरी ट्रेनिंग की जरूरत है. मैं इस संशोधन बिल का समर्थन करता हूं. सत्ता पक्ष के सदस्यों ने मेज थपथपा कर पूर्व स्पीकर और वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल के संबोधन का स्वागत किया. मेघवाल दलगत राजनीति से हटकर बोले और कहा कि, ‘इतने संशोधन अब तक आ चुके हैं. बेनिफिट ऑफ डाउट के कारण कई अपराधी बचते हैं. फौजदारी केस में ऐसा होता है. लंबे समय से संशोधन बिल की आवश्यकता थी. मैं इस मामले में कोई गलत मंशा नहीं देखता. अगर मंशा हुई भी तो उजागर हो जाएगी’. मेघवाल के संबोधन के दौरान बीजेपी खेमे में सन्नाटा छाया रहा. सदन में ध्वनिमत से दंड प्रक्रिया संशोधन विधायक पारित हुआ.

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