Politalks.News/Rajasthan. सरकार द्वारा व्यापारियों पर लगाए गए पांच नए ट्रेड लाइसेंस के मामले को लेकर 11 सितंबर को जयपुर बंद का आह्वान पर जोरदार सियासत शुरू हो गई है. गुरुवार को राज्य सरकार के प्रतिनिधियों और व्यापारियों के बीच अलग-अलग अहम वार्ता हुई, हालांकि केवल आश्वासन मिलने के कारण बंद स्थगित करने का निर्णय व्यापारियों ने नहीं लिया. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने व्यापारियों की बात सुनी और ट्रेड लाइसेंस को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत से चर्चा करने का आश्वासन दिया. इससे पहले परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरिवास के घर पर शहर के चारों विधायकों ने ट्रेड लाइसेंस मामले पर व्यापारियों के साथ होने की सहमति जताई.
आपको बता दें, ट्रेड लाइसेंस अभी सिर्फ ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में ही लागू हुआ है.हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि हेरिटेज निगम क्षेत्र में ट्रेड लाइसेंस लागू नहीं है. वहीं दूसरी और सरकार के स्तर पर वार्ता होने के बाद भी व्यापारी 11 सितंबर को जयपुर बंद के आह्वान पर अभी अडिग है. इसके साथ ही ट्रेड लाइसेंस का मामला हेरिटेज नगर निगम और जयपुर ग्रेटर नगर निगम के बीच उलझता नजर आ रहा है.
शांति धारीवाल ने सुनी व्यपारियों की बात
ट्रेड लाइसेंस को लेकर व्यापारियों के जयपुर बंद के आह्वान पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने गुरुवार रात व्यापारियों को अपने निवास बुलाया. यूडीएच मंत्री ने व्यापारियों की बात सुनी और व्यापारियों की दुकानें सील नहीं होने देने के साथ नोटिस नहीं देने का आश्वासन दिया, साथ ही ट्रेड लाइसेंस को लेकर मुख्यमंत्री से 4-5 दिन में वार्ता करने का आश्वासन दिया. हालांकि व्यापारी इस आश्वासन से नहीं माने और जयपुर बंद के आह्वान पर अडिग है.
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इससे पहले दिन व्यापारियों की परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर बैठक हुई, जिसमें मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक रफीक खान और अमीन कागजी मौजूद रहे. जयपुर और प्रदेश की सभी बड़ी कारोबारी और व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों की भी मौजूदगी रही. वार्ता के दौरान मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने स्पष्ट कहा कि व्यापार जयपुर बंद करना चाहते हैं तो करें, लेकिन कारोबारी हितों के साथ गहलोत सरकार हमेशा रहेगी. साथ ही यह तय हुआ कि हेरिटेज निगम में पंजीयन शुल्क का नियम लागू नहीं होगा.
वहीं किशनपोल विधायक अमीन कागजी ने कहा कि वो खुद व्यापार जगत से है, ऐसे में व्यापारियों का मर्म समझते है. पंजीयन शुल्क के नियम हेरिटेज में लागू नहीं होंगे. विधायक रफीक खान ने कहा कि आज दिनभर इसको लेकर अधिकारियों से चर्चा की है. कोशिश रहेगी कि व्यापारियों को राहत मिले.
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व्यापारियों को दो टूक चेतावनी
आपको बता दें, जयपुर के व्यापारी नगर निगम परिधि की दुकानों पर लगाए गए पंजीयन शुल्क से आक्रोशित हैं. यह आक्रोश परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर हुई बैठक में भी खुलकर सामने आया. कई बार व्यापारियों ने बंद की धमकी देकर बैठक से उठकर जाने की कोशिश की. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बैठक में कहा कि हेरिटेज में नियम लागू नहीं होंगे, राज्य सरकार ने ऐसे कोई प्रावधान अनिवार्य नहीं किए हैं. वहीं मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि हेरिटेज में यह प्रावधान लागू नहीं है, ग्रेटर निगम में प्रावधान हटाने के लिए महापौर का व्यापारी घेराव करें.
परिवहन मंत्री के आवास पर हुई बैठक में चारों राजनेताओं ने व्यापारियों का साथ देने की बात कही, हालांकि अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री और यूडीएच मंत्री का होने के कारण केवल आश्वासन तक बात पहुंच पाई. अब यूडीएच मंत्री से वार्ता कर होई हल निकलने की उम्मीद है. उसके बाद व्यापारी 11 सितंबर को जयपुर बंद के निर्णय पर अंतिम बयान देंगे.
जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल का कहना है कि सरकार कहती है कि ट्रेड लाइसेंस उनकी ओर से नहीं लगाया गया, यह ग्रेटर नगर निगम की ओर से लगाया गया है, वहीं निगम कहती है यह सरकार ने लगाया है. अब व्यापारी कहां जाए. जब तक ट्रेड लाइसेंस नहीं लगाने का लिखित में नहीं आएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वहीं जयपुर व्यापार महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश सैनी का कहना है कि सरकार के स्तर आश्वासन मिल गया, लेकिन सकारात्मक जवाब नहीं मिला, इससे हम संतुष्ट नहीं है. जब तक ट्रेड लाइसेंस को खत्म नहीं कर देंगे, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.