पोर्न वीडियो देखने वाला करीब एक हफ्ते के इंतजार के बाद सोमवार को कर्नाटक में मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हो गया है. बीजेपी ने 76 वर्षीय बी.एस. येदियुरप्पा पर नकेल कसते हुए पहली बार कर्नाटक में तीन उपमुख्यमंत्री बनाए. जिनमें से एक वही बीजेपी नेता लक्ष्मण सावदी है जिन्हें विधानसभा में पोर्न वीडियो देखते हुए पाया गया था. इस कारण राजनीतिक गलियारों में बड़ी हलचल है. इसके अलावा एक रोचक बात यह हुई कि मंत्री पद की शपथ लेते हुए विधायक मधु स्वामी की जुबान फिसल गई. उन्होंने मंत्री पद की जगह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली.
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने हाल ही में कहा था कि राज्य में उप मुख्यमंत्री की जरूरत नहीं है. इसके बावजूद सोमवार को अप्रत्याशित रूप से कर्नाटक में तीन उप मुख्यमंत्रियों की नियुक्ति कर दी गई. गौरतलब है कि येदियुरप्पा ने 26 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उसके बाद दो हफ्ते तक वह अपने मंत्रिमंडल का गठन नहीं कर पाए थे. पिछले हफ्ते उन्हें मंत्रिमंडल विस्तार की अनुमति मिली थी और 17 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी.
सोमवार को येदियुरप्पा ने मंत्रियों को विभाग वितरित किए. इनमें तीन उप मुख्यमंत्री हैं. गोविंद करजोल, डॉ. सीएच अश्वत्थनारायण और लक्ष्मण सावदी. करजोल को लोक निर्माण और समाज कल्याण, अश्वत्थनारायण को उच्च शिक्षा, आईटी और बीटी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा सावदी को परिवहन विभाग का प्रभार सौंपा गया है. सोमवार को राज्यपाल वजुभाई वाला ने तीनों को उप मुख्यमंत्री नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की.
इनमें सावदी और अश्वत्थनारायण पहली बार मंत्री बने हैं, जबकि करजोल पहले मंत्री रह चुके हैं. सावदी विधानसभा के निर्वाचित सदस्य नहीं हैं और येदियुप्पा के लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. अश्वत्थनारायण की कांग्रेस-जदएस सरकार से बागी हुए 15 विधायकों को भाजपा के खेमे में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है. वह वोक्कालिगा समुदाय के हैं. करजोल वरिष्ठ नेता हैं, दलित समाज के हैं और येदियुरप्पा के निकट माने जाते हैं.
येदियुरप्पा के मंत्रिमंडल में चौकानें वाली बात जो रही वो ये की लक्ष्मण सावदी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया और उन्हें ट्रांसपोर्ट पोर्टफोलियो भी दिया गया. साथ ही सीसी पाटिल को येदियुरप्पा सरकार में खान एवं भूगर्भ विभाग का मंत्री बनाया गया. बता दें कि 2012 में लक्ष्मण सावदी, सीसी पाटिल और एक अन्य विधायक कृष्णा पालेमर विधानसभा में पोर्न देखते हुए पाए गए थे. इससे बीजेपी की काफी किरकिरी हुई थी. सावदी ने सफाई देते हुए कहा था कि वह इसे शिक्षा के उद्देश्य से देख रहे थे जिससे वह रेव पार्टी के बारे में जान सकें. हालांकि फिर तीनों नेताओं ने कर्नाटक में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
हालांकि बीजेपी विधायक और सीएम येदियुरप्पा के सहयोगी एमपी रेनुकाचार्य ने लक्ष्मण की नियुक्ति का विरोध किया है. उन्होंने शुक्रवार को कहा, ‘उन्हें (लक्ष्मण सावदी) चुनाव हारने के बावजूद मंत्री के रूप में शामिल करने की क्या आवश्यकता थी.’ बता दें कि लक्ष्मण सावदी बीते साल महेश कुमाटटल्ली से चुनाव हार गए थे. उपमुख्यमंत्री बनाये जाने के बाद लक्ष्मण सावदी ने बेंगलुरू में समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘केंद्र और राज्य के नेताओं ने मुझे डिप्टी सीएम बनाया है. उन्होंने मुझ पर विश्वास जताया है. मैं पार्टी को मजबूत बनाऊंगा और हमारी सरकार अच्छा नाम करेगी. मैंने यह पद नहीं मांगा था. पार्टी के सीनियर नेताओं ने मुझे यह पद दिया है. मैं इसे स्वीकार करता हूं.’
येदियुरप्पा सरकार के 17 मंत्रियों को शपथ दिलाने के बाद राज्यपाल ने अधिसूचना में संशोधन करते हुए तीन उप मुख्यमंत्री नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की. तीनों उप मुख्यमंत्रियों में करजोल सबसे वरिष्ठ हैं. अश्वत्थनारायण पेशे से चिकित्सक हैं. भाजपा के सूत्रों ने बताया कि राज्य जातीय समीकरण को देखते हुए तीन उप मुख्यमंत्री नियुक्त करने का फैसला किया गया है. इसके साथ ही भाजपा हाईकमान यह भी चाहता है कि सत्ता पर अकेले येदियुरप्पा का नियंत्रण न रहे.
कर्नाटक के बेलगावी क्षेत्र में उप चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के इरादे से सावदी को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है. इस क्षेत्र के कई कांग्रेस विधायक भाजपा के साथ आ गए हैं. करजोल कर्नाटक के दलित समुदाय को भाजपा के साथ जोड़ने के उद्देश्य से उप मुख्यमंत्री बनाए गए हैं, जबकि अश्वत्थनारायण को उप मुख्यमंत्री बना कर भाजपा वोक्कालिगा समुदाय में अपना जनाधार बढ़ाना चाहती है.
अनुमान है कि चौथे उप मुख्यमंत्री की भी नियुक्ति हो सकती है. आदिवासी नेता रमेश झरकोहल्ली को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, जो कि 11 कांग्रेस विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए हैं, जिसकी वजह से कर्नाटक में भाजपा को सरकार बनाने का मौका मिला है. सूत्रों के मुताबिक झरकोहल्ली चुनाव जीतने के बाद मंत्रिमंडल में शामिल किए जाएंगे. भविष्य में वह उप मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
कर्नाटक में जब 2008 से 2013 तक भाजपा की सरकार थी, तब 2012 और 2013 में पिछड़े वर्ग से संबंधित कुरबा नेता केएस ईश्वरप्पा और वोक्कालिगा समुदाय से जुड़े आर अशोक को उप मुख्यमंत्री बनाया गया था. इस दौरान 2011 में येदियुरप्पा को भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और डीवी सदानंद गौडा मुख्यमंत्री बने थे. वह एक साल से ज्यादा मुख्यमंत्री नहीं रह सके. उनके बाद जगदीश शेट्टार ने मुख्यमंत्री पद संभाला था. फिलहाल सदानंद गौडा मोदी सरकार में मंत्री हैं.