Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार थोड़ी राहत मिली हुई है, लेकिन इसका बड़ा कारण प्रदेश में पहले की तुलना में कम सैंपलिंग का होना बताया जा रहा है. जिसके चलते शुक्रवार को आई चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में 12.7 की गिरावट के साथ 21 दिन बाद 15 हजार से कम 14289 पर पहुंच गए हैं. हालांकि मौतों में अभी आंशिक कमी ही आई है. पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में 24 घण्टों में 155 मौतें दर्ज की गई हैं. इस बीच कई दिनों बाद राजधानी जयपुर में भी थोड़ी राहत मिली है, यहां 2823 नए मामले सामने आए हैं. ऐसे में प्रदेश में अब कुल संक्रमित 835814, कुल मृतक 6472 और एक्टिव मरीजों की संख्या 2.12 लाख तक हो गई है.
ऑक्सीजन के लिए सीएम गहलोत ने फिर लगाई केंद्र से गुहार:
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही जीवनदायिनी ऑक्सीजन की मांग भी लगातार बढ़ रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर केंद्र सरकार से राजस्थान के लिए ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने की मांग रखी है. सीएम गहलोत ने उड़ीसा और पश्चिचमी बंगाल के प्लांट्स की जगह गुजरात और आसपास के राज्यों से ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ाने की मांग की है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट के जरिए प्रदेश में देश भर के 5.72 फीसदी एक्टिव मरीज होने का हवाला देते हुए केंद्र से मांग करते हुए लिखा कि- राजस्थान 2.11 लाख के साथ देश का चौथा सबसे ज्यादा एक्टिव केस वाला राज्य है, देश के कुल कोरोना के 5.72 फीसदी केस राजस्थान में हैं. मौजूदा ऑक्सीजन आवंटन 435 मैट्रिक टन है जिसमें 125 मैट्रिक टन एएसयू का भी शामिल है.
हालात बहुत नाजुक, नजदीक से ऑक्सीजन दिलवाएं
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे लिखा कि- यहां हालात बहुत नाजुक हैं, बर्नपुर और कलिंगानगर से 100 मैट्रिक टन आॅक्सीजन का उठाव करने में दिक्कतें हैं और इस वजह से गैस के इस कोटे का पूरी तरह उपयोग नहीं हो पा रहा. केंद्र से मेरा विनम्र अनुरोध है कि केंद्र सरकार राजस्थान को तत्कालनल जामनगर और हजीरा से ऑक्सीजन का आवंटन करें. वहीं अब कई राज्यों में कोरेाना के केस कम हो रहे हैं इसलिए आयातित ऑक्सीजन में से राजस्थान का कोटा बढ़ाएं.
अस्पतालों के लिए जारी हुई नई गाइडलाइन
कोरोना संक्रमण में बढ़ोतरी के चलते बेड और ऑक्सीजन की कमी से कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों में कोरोना पेशेंट और उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इन सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के निर्देश पर चिकित्सा विभाग ने शुक्रवार को मेडिकल कॉलेजों से संबंधित अस्पतालों के लिए गाइडलाइन जारी की है. गाइडलाइन के अनुसार कोविड डेडिकेटेड सभी अस्पतालों में ऐसा ट्राइएज एरिया विकसित किया जाएगा. जहां अस्पताल में आने वाले नए मरीज को भर्ती करने से पहले डॉक्टर्स जांच कर सकेगा. साथ ही मरीजों की देखभाल कर रहे सभी चिकित्सकों के नाम और संपर्क सूचना प्रत्येक वार्ड में भी चस्पाई जाए, ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर मरीज चिकित्सकों से संपर्क कर सके.
आपको बता दें, प्रदेश में कोरोना की जांच के लिए अब तक 9739918 नमूने लिए हैं, जिनमें से अब तक कुल 835814 कोरोना संक्रमित लोग सामने आए हैं. इन कोरोना संक्रमित मरीजों में से कुल 616589 लोग अब तक रिकवर एवं डिस्चार्ज हो चुके हैं, वहीं प्रदेश में अब तक कुल 6472 लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है.
बात करें पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में हुई मौतों की तो शुक्रवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर में सबसे ज्यादा 58, जोधपुर 14, उदयपुर और बीकानेर 12-12, सीकर और भरतपुर 7-7, अलवर, भीलवाड़ा, झालावाड़, कोटा, और पाली 4-4, अजमेर और झुंझुनूं 3-3, बाड़मेर, चित्तौडगढ़़, प्रतापगढ़, राजसमंद और टोंक 2-2 सहित बांसवाड़ा, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, गंगानगर, जैसलमेर, करौली, नागौर और सिरोही में जिले में 1-1 मौत दर्ज की गई है.
वहीं प्रदेश में पिछले 24 घण्टों में सामने आए नए कोरोना संक्रमित मरीजों में से जयपुर में 2823, अलवर 1368, कोटा 773, जोधपुर 708, उदयपुर 688, सीकर 674, भरतपुर 575, झुंझुनूं 574, जैसलमेर 496, अजमेर 496, चित्तोडगढ़़ 417, बीकानेर 412, चूरू 342, दौसा 341, भीलवाड़ा 306, गंगानगर 302, हनुमानगढ़ 302, डूंगरपुर 297, राजसमंद 282, झालावाड़ 242, सवाईमाधोपुर 225, पाली 223, बाड़मेर 203, नागौर 194, बारां 190, सिरोही 157, टोंक 123, करौली 114, बूंदी 122, बांसवाड़ा 91, प्रतापगढ़ 94, धौलपुर 82, और जालोर में 53 मरीज सामने आए हैं.