कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को हर हाल में नीचे लाना सरकार का प्रमुख लक्ष्य – सीएम गहलोत

कोरोना के विरूद्ध जागरूकता अभियान को 30 नवम्बर से बढ़ाकर 31 दिसम्बर तक बढ़ाया गया, शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी सैंपलिंग तथा डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग पर जोर देना होगा, शादी के आयोजन के लिए किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है सिर्फ पूर्व सूचना देना जरूरी - मुख्यमंत्री गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

Politalks.News/Rajasthan/Corona/AshokGehlot. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को नीचे लाना सरकार का प्रमुख लक्ष्य है. गुरुवार को सीएम आवास पर वीसी के माध्यम से कोरोना प्रबंधन को लेकर हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान सीएम गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि माइक्रो प्लानिंग कर हमें संक्रमण को हर हाल में नीचे लाना है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हमें शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी सैंपलिंग तथा डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग पर जोर देना होगा. वर्तमान में जिस प्रकार कोरोना केसेज तथा इसके संक्रमण का खतरा बढ़ा है, उसे देखते हुए ही राज्य सरकार ने 8 जिला मुख्यालयों पर रात्रिकालीन कर्फ्यू, वैवाहिक समारोहों में लोगों की उपस्थिति 100 तक ही सीमित रखने, इसके उल्लंघन करने तथा मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना बढ़ाने जैसे सख्त कदम उठाएं हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि कोविड के खतरे से बचने के लिए लोगों को इनकी पालना करना जरूरी है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां-जहां भी सोशल डिस्टेंसिंग तथा हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना में लापरवाही हो रही है वहां प्रशासन सख्त कार्रवाई करे.

सीएम गहलोत ने आगे कहा कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि विवाह एवं अन्य समारोहों में कहीं भी लोगों की संख्या के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन न हो. विवाह के आयोजन की सूचना देने के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े और इसके लिए कहीं भी भीड़ न उमड़े. शादी के आयोजन के लिए किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है, सिर्फ पूर्व सूचना देना जरूरी किया गया है. इसके लिए ई-मेल या कोई अन्य ऑनलाइन व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.

यह भी पढ़ें: ‘लव जिहाद’ पर बयानबाजी पूनियां को पड़ गई भारी, सीएम के OSD ने किया जोरदार पलटवार, हुई किरकिरी

मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस कांफ्रेंस के दौरान प्रदेश में वैक्सीन की तैयारियों पर भी चर्चा की गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संभावित वैक्सीन की प्राथमिकता के निर्धारण, इसके सुरक्षित परिवहन एवं सुरक्षित वैक्सीनेशन आदि बिन्दुओं पर अभी से पुख्ता तैयारी रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए.

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा जब तक वैक्सीन नहीं आती तब तक मास्क पहनना तथा भीड़ से दूरी बनाए रखना ही इस महामारी से बचाव का मूलमंत्र है. हमें लोगों को लगातार इसके लिए जागरूक करते रहना होगा. सीएम ने कोरोना के विरूद्ध जागरूकता अभियान को 30 नवम्बर से बढ़ाकर 31 दिसम्बर तक करने के निर्देश दिए.

इसके साथ ही सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि कोविड पॉजिटिव रोगियों को अकेले में रहने तथा बीमारी के दुष्प्रभावों के कारण मानसिक परेशानियों से भी जूझना पड़ रहा है. साथ ही वर्क फ्रॉम होम, इस बीमारी के कारण लंबे समय से लोगों के घर पर ही रहने, बाहर न निकलने से बच्चों एवं बुजुर्गों के मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है. सीएम ने कहा कि कोविड रोगियों एवं अन्य लोगों के लम्बे समय से घर पर ही रहने से संभव है कि कुछ मानसिक समस्याएं अनुभव की जा रही हों. आगे अधिकारियों को निर्देश देते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इस संबंध में संवेदनशील रहकर दिशा निर्देश तैयार कर ऐसे लोगों की समुचित काउंसलिंग सुनिश्चित करे.

Leave a Reply