प्रदेश की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर, सदन स्थगित होने के बाद कांग्रेस विधायकों से बोले गोविंद डोटासरा, इसके बाप की जागीर है क्या सदन? वही इस बीच श्रीचंद कृपलानी बोले – आसन के लिए ऐसी भाषा तो मत बोलो, जो सम्मान के लायक हो, उससे सम्मान से बात की जाती है, जो सम्मान लायक नहीं, उससे जूते से बात की जाती है, इतना ही नहीं स्पीकर के लिए बोले गोविन्द सिंह डोटासरा – सदन इसके बाप का नहीं है, इसके बाप की जागीर है क्या? इसके पैर पकड़ें! इसके गुलाम हैं क्या हम? ऐसे में अब इसके बाद यह चर्चा है कि आज आखिर क्या हो गया पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा की भाषा को? अब डोटासरा के इस बयान के हर तरफ हो रही है चर्चा