योगी में दिखी मोदी मंत्रिमंडल की छाप, चुनाव से पहले 1 ब्राह्मण, 3 OBC, 2 दलित, 1 ST को दिलाई शपथ

मोदी मंत्रिमंडल विस्तार की तर्ज पर ही योगी मंत्रिमंडल विस्तार में देखा गया जातियों का समीकरण, आने वाले चुनाव को ध्यान में रखते हुए ही किया गया है यह प्रयोग, आनंदी बेन पटेल दोपहर 12:45 बजे गुजरात से लखनऊ राजभवन पहुंचीं, अखिलेश यादव ने कसा जोरदार तंज

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Politalks.News/UPCabinet. उत्तरप्रदेश में होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव से पहले योगी मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार आज हो गया. विधानसभा चुनाव से केवल पांच-छः महीने पहले हुए योगी मंत्रिमंडल विस्तार में सात विधायकों को मंत्री बनाया गया है. सबसे पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद ने शपथ ली. वह कैबिनेट मंत्री होंगे, जबकि बाकी 6 ने राज्य मंत्री की शपथ ली. नए मंत्रियों में 3 OBC, दो दलित, एक एसटी और एक ब्राह्मण चेहरा हैं. सभी को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई है. ऐसे में अब योगी कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 60 हो गई है.

हाल ही में कुछ महीनों पहले हुए मोदी मंत्रिमंडल विस्तार की तर्ज पर ही योगी मंत्रिमंडल विस्तार में जातियों का समीकरण देखा गया है. माना जा रहा है कि आने वाले चुनाव को ध्यान में रखते हुए ही यह प्रयोग किया गया है. मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में लखीमपुर खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा (ब्राह्मण) के अलावा, महाराज गंज के सांसद पंकज चौधरी (ओबीसी), अपना दल की अनुप्रिया पटेल (ओबोसी), आगरा से सांसद एसपी बघेल (एससी), भानु प्रताप वर्मा (एससी), मोहनलालगंज सांसद कौशल किशोर (एससी), राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा (एससी) को मंत्री बनाया गया. ठीक इसी प्रकार अब योगी सरकार में ठीक उसी तरह से प्रतिनिधित्व दिया गया है. जितिन प्रसाद (ब्राह्मण) के अलावा संगीता बलवंत बिंद (ओबीसी), धर्मवीर प्रजापति (ओबीसी), पलटूराम (एससी), छत्रपाल गंगवार (ओबीसी), दिनेश खटिक (एससी) और संजय गौड़ (एसटी) को मौका दिया गया है.

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महीनों के इंतजार के बाद विधानसभा चुनाव पहले आज हुए इस विस्तार के कई मायने लगाए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि रूठों को मनाने और समाजिक समीकरण साधने के लिए बीजेपी ने पूरी कोशिश की है. इस विस्तार को 2022 चुनाव की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बंपर जीत दर्ज की थी अब उसके सामने 2022 के चुनाव में उसे दोहराने की चुनौती है. इससे पहले राज्यपाल आनंदी बेन पटेल दोपहर 12:45 बजे गुजरात से लखनऊ राजभवन पहुंचीं. इसके बाद दोपहर 2 बजे एक हाई लेवल मीटिंग हुई. इसमें कैबिनेट विस्तार की अधिकारिक घोषणा की गई.

वहीं दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कैबिनेट के विस्तार पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार भी एक छलावा है. साढ़े चार साल जिनका हक मारा आज उनको प्रतिनिधित्व देने का नाटक रचा जा रहा है. जब तक नये मंत्रियों के नामों की पट्टी का रंग सूखेगा तब तक तो 2022 चुनाव की आचार संहिता लागू हो जाएगी. भाजपाई नाटक का समापन अंक शुरू हो गया है.

इन 7 चेहरों ने ली शपथ-

  1. जितिन प्रसाद (ब्राह्मण)- सबसे पहले जितिन प्रसाद ने शपथ ली. वह कैबिनेट मंत्री बने हैं. तीन महीने पहले वह कांग्रेस से भाजपा में आए थे. पहली बार वे 2004 में अपने गृह क्षेत्र शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव जीते थे.
  2. छत्रपाल गंगवार (कुर्मी) – ये बरेली के बहेड़ी से विधायक हैं. कुर्मी समाज से आते हैं. उम्र 65 साल है. रुहेलखंड क्षेत्र को कवर करेंगे.
  3. पलटू राम (दलित)-तीसरे नंबर पर शपथ ली. ये बलरामपुर से आते हैं. 2017 में पहली बार जीते थे. दलित समुदाय से आते हैं.
  4. संगीता बिंद (ओबीसी)-चौथे नंबर पर शपथ ली. पहली बार विधायक चुनी गई हैं. 42 साल उम्र हैं. पिछड़ी जाति से आती हैं. गाजीपुर सदर सीट से आती हैं. छात्र राजनीति भी की है.
  5. संजीव कुमार (अनुसूचित जाति) –सोनभद्र के ओबरा सीट से विधायक हैं. ये अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष हैं. आदिवासी समुदाय से आते हैं.
  6. दिनेश खटीक (एससी)- छठे नंबर पर शपथ ली. मेरठ के हस्तिनापुर सीट से विधायक हैं. खटीक (सोनकर) समाज से आते हैं. दलित समुदाय से आते हैं. पश्चिम यूपी से मंत्री बने हैं.
  7. धर्मवीर प्रजापति (ओबीसी)-सबसे आखिर में शपथ ली. धर्मवीर प्रजापति हाथरस से आते हैं. विधान परिषद सदस्य हैं. 2021 में ही विधान परिषद में पहुंचे हैं. माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं.
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