राजस्थान की 7 सीटों पर 13 नवंबर को होने जा रहे उप चुनाव की स्थिति अब पूरी तरह से स्पष्ट हो गयी है. नाम वापसी के बाद अब मैदान में 69 उम्मीदवार शेष रह गए हैं. इनमें से रामगढ़, दौसा, देवली-उनियारा, झुंझुनू, खींवसर, सलूंबर एवं चौरासी विधानसभा क्षेत्र की स्थानीय जनता अपने पसंदीदा नेता का चुनाव करेगी. चुनाव आयोग के अधिकारियों की जानकारी के अनुसार, 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर तक कुल 94 प्रत्याशियों ने नामांकन-पत्र भरा था. जांच के दौरान 10 उम्मीदवारों के नामांकन-पत्र रद्द हो गए.
28 अक्टूबर को नाम वापसी के अंतिम दिन 10 उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया जबकि पांच प्रत्याशी पहले ही अपना नाम वापस ले चुके थे. अब चुनावी मैदान में बचे उम्मीदवारों में 10 महिलाएं और 59 पुरुष हैं.
दौसा-खींवसर में सर्वाधिक 12-12 उम्मीदवार
इस बार दौसा और खींवसर विधानसभा सीटों पर टफ फाइट है. दोनों ही सीटों पर सर्वाधिक 12-12 उम्मीदवार मैदान में हैं. सलूम्बर विस सीट पर सबसे कम 6 उम्मीदवार मैदान में हैं. इसी प्रकार, झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र में 11, रामगढ़ और चौरासी में 10-10 तथा देवली-उनियारा में आठ उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
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भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने सभी सातों सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. वहीं, बीएपी ने दो, तो हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी ने एक सीट पर अपना प्रत्याशी खड़ा किया है. मतदान 13 नवंबर और परिणाम 23 नवंबर को जारी किए जाएंगे.
पांच सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला
राज्य की सात में से पांच सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार नजर आ रहे हैं. दौसा और रामगढ़ सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधा मुकाबला होने जा रहा है. खींवसर, सलूंबर, झुंझुनूं, देवली-उनियारा एवं चौरासी में मुकाबला त्रिकोणीय होगा.
खींवसर में बीजेपी बनाम कांग्रेस के साथ आरएलपी मैदान में है. यहां बीजेपी के रेवंतराम डांगा और कांग्रेस के डां रतन चौधरी को हनुमान बेनीवाल की पत्नी एवं रालोपा नेता कनिका बेनीवाल टक्कर दे रही हैं. इस सीट पर चेहरा चाहें किसी का भी हो, चुनाव हनुमान बेनीवाल ही लड़ रहे हैं.
सलूंबर में भाजपा ने अपने विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के बाद इस उपचुनाव में उनकी पत्नी शांता अमृतलाल मीणा को चुनाव मैदान में उतारकर सहानुभूति कार्ड खेला है. यहां कांग्रेस उम्मीदवार रेशमा मीणा और भारत आदिवासी पार्टी (बाप) के प्रत्याशी जितेश कुमार कटारा के साथ त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं.
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चौरासी में बाप मुकाबले को रोचक बना रही है. सांसद राजकुमार रोत के दबदबा वाली चौरासी विधानसभा सीट पर उनकी पार्टी बाप के उम्मीदवार अनिल कुमार कटारा, बीजेपी के कारी लाल और कांग्रेस उम्मीदवार महेश रोत के बीच त्रिकोणीय चुनावी मुकाबला बन रहा है.
दौसा में किरोडी लाल मीणा के भाई जगमोहन बीजेपी के टिकट पर ताल ठोक रहे हैं. कांग्रेस ने उनके सामने दीनदयाल बैरवा को अपना प्रत्याशी बनाया हैं, जहां इन दोनों उम्मीदवारों में सीधा मुकाबला माना जा रहा है. रामगढ़ सीट पर कांग्रेस ने अपने विधायक जुबैर खान के निधन के बाद उनके पुत्र आर्यन जुबैर को चुनाव मैदान में उतारा है. उनके सामने बीजेपी के सुखवंत सिंह के बीच सीधी टक्कर होने दिख रही है.
झुंझुनूं और देवली में बागी बिगाड़ रहे खेल
झुंझुनूं सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अमित ओला, बीजेपी के राजेन्द्र भांबू और निर्दलीय राजेन्द्र सिंह गुढ़ा के बीच टफ फाइट है. देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के बागी नरेश मीणा के चुनाव मैदान में डटे रहने से वहां कांग्रेस उम्मीदवार कस्तूरचंद मीणा और बीजेपी के राजेन्द्र गुर्जर के बीच त्रिकोणीय मुकाबला बन रहा है.