पॉलिटॉक्स न्यूज़. राजस्थान में चल रहे बजट सत्र के दूसरे चरण के तहत विधानसभा की कार्यवाही सोमवार को 11 बजे प्रश्नकाल से शुरू होगी. तीन दिन के अवकाश के बाद शुरू होने वाली बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान हाल ही में नागौर और बाड़मेर में घटी अमानवीय घटनाओं सहित परिवहन विभाग में उजागर हुई महाघूसकांड को लेकर विपक्ष आक्रामक रहेगा. जिसको लेकर बीजेपी और रालोपा ने पहले ही संकेत दे दिए हैं.
विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल में कुल 41 सवाल लगे हैं, जिनमें से 21 तारांकित और 20 अतारांकित प्रश्न हैं जिनमें चिकित्सा, उच्च शिक्षा, सामाजिक न्याय, राजस्व, उद्योग विभागों से जुड़े सवाल ज्यादा हैं. लगभग डेढ़ माह के बजट सत्र में अब तक 128 विधायकों ने कुल 4276 सवाल किए हैं. हालांकि इनमें से 18 विधायकों के एक-दो सवाल ही है जिनका नंबर आना ही मुश्किल है. वहीं 45 ऐसे विधायक भी हैं जिन्होंने अभी तक अपने क्षेत्र की जनता की तरफ से कोई सवाल सदन में नहीं किया गया है. बता दें, विधानसभा में 25 मंत्रियों, सचेतक-उप सचेतक को छोड़कर 173 विधायक जनता की समस्या उठाने के लिए तारंकित और अतारांकित प्रश्न पूछ सकते हैं.
इन विधायकों ने नहीं पूछा एक भी सवाल
वसुंधरा राजे, कृष्णा पूनियां, नरपतसिंह राजवी, निर्मला सहरिया, अशोक बैरवा, अमीनुद्दीन कागजी, अमरसिंह, कल्पना देवी, गोपीचंद मीणा, जितेंद्रसिंह, राजकुमार गौड़, राजेंद्र पारीक, नरेंद्र कुमार, रीटा चौधरी, नरेंद्र बुडानिया, परसराम मोरदिया, पुष्पेंद्रसिंह, पूराराम चौधरी, पृथ्वीराज, प्रशांत बैरवा, राजेंद्र विधुड़ी, भंवरलाल शर्मा, रामकेश, भजनलाल जाटव, महादेव सिंह खंडेला, महेंद्रजीत मालवीय, मुकेश भाकर, राजेंद्र गुढ़ा, रमिला खड़िया, दीपचंद, दीपेंद्रसिंह शेखावत, राम स्वरूप लांबा, रोहित बोहरा, ललित कुमार ओस्तवाल, विट्ठल शंकर अवस्थी, विनोद कुमार, वीरेंद्रसिंह, वेद प्रकाश सोलंकी, सिद्धि कुमारी, सुदर्शनसिंह रावत, सुरेंद्रसिंह राठौड़, सुरेश मोदी, हरेंद्र निनामा, हेमाराम चौधरी ने एक भी सवाल सदन में नही पूछा है.
अवकाश बाद सोमवार को होने वाले प्रश्नकाल की शुरुआत माकपा विधायक बलवान पूनियां के सवाल से होगी, जिसमें पूनियां ने भादरा में रिको औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना को लेकर उद्योग विभाग से सवाल किया है. जिस पर उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा पूनिया के सवालों का जवाब देंगे. इसके बाद सदन में विधायी कार्य सम्पन्न होंगे.
उसके बाद शून्यकाल में मुख्यमंत्री गहलोत की ओर से गुरूवार को पेश किए गए आम बजट पर पक्ष-विपक्ष के सदस्य बहस में अपनी-अपनी बात रखेंगे. बता दें, बजट पर तीन से चार दिन बहस चलने की सम्भावना है. बहस के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए जवाब देंगे.