Politalks.News/Rajasthan. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना (COVID-19) जागरूकता अभियान को अब जन आंदोलन का रूप देने का पक्का इरादा कर लिया है. कोरोना जागरूकता आंदोलन को लेकर गहलोत सरकार में पूरा होम वर्क भी हो चुका है, जिसके तहत राजस्थान में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए गहलोत सरकार लोगों में घर-घर जाकर मास्क वितरण करेगी. 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर प्रदेश में गांधीगिरी के जरिए जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा. खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर में तो वहीं जिलों में मंत्री और विधायक घर-घर जाकर लोगों में ना केवल मास्क बांटेंगे बल्कि कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक भी करेंगे. सरकार ने प्रदेश में एक करोड़ मास्क वितरण का लक्ष्य किया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई कैबिनेट बैठक में इस जन आंदोलन की कार्य योजना पर मुहर लगाई गई. प्रदेश में महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर के दिन से अभियान चलाने का फैसला कैबिनेट की बैठक में लिया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि लोगों को अब गांधीगिरी के जरिए ही जागरूक करना है. इसके लिए बड़ी संख्या में स्वयंसेवी संस्थाओं एनजीओ और दूसरे संगठनों की मदद ली जाएगी और लोगों से मास्क लगाने का आग्रह किया जाएगा.
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कार्य योजना के तहत राज्य सरकार ने लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए राजधानी जयपुर से लेकर विधानसभा स्तर तक जनप्रतिनिधियों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में डोर टू डोर जाकर एक करोड़ मास्क बांटने का लक्ष्य तय किया है. 2 अक्टूबर के दिन जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सरकार के मंत्री मास्क वितरण करेंगे वहीं 3 और 4 अक्टूबर को मंत्री अपने प्रभारी प्रभार वाले जिलों और विधायक अपने विधानसभा क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को ना केवल मास्क बाटेंगे बल्कि उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइज को लेकर जागरूक करने का काम भी करेंगे.
बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए सभी के सुझाव लिए मुख्यमंत्री ने विभिन्न दलों के नेताओं से भी अभियान को कामयाब बनाने में सहयोग का आग्रह किया है. सीएम गहलोत ने प्रशासनिक अधिकारियों को इस जन आंदोलन को सफल बनाने के लिए निर्देश दिए हैं. गहलोत सरकार का मानना है कि कोरोना संक्रमण को अब केवल मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग रखने से ही रोका जा सकता है. कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सांसदों-विधायकों नेता प्रतिपक्ष और निकाय प्रमुखों के साथ संवाद भी किया.