Politalks.News/Rajasthan. पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने से साफ इनकार कर चुके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आखिरकार अब इस मुद्दे पर नरम पड़ गए हैं. केन्द्र की पहल के बाद कई राज्य सरकारों ने वैट दर को कम कर दिया है. मंगलवार को जोधपुर के जालेली फौजदार गांव में आयोजित सभा में सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘जब सब राज्यों ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम कर दिए हैं, तो हमें भी कम करने पड़ेंगे‘. इससे पहले आज ही सीएम गहलोत ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर एक्स्ट्रा एक्साइज ड्यूटी हटाने की मांग भी की थी. सियासी जानकारों की मानें तो कांग्रेस आलाकमान ने अपनी पार्टी की सरकारों को प्रदेश की जनता को राहत देने का निर्देश दिया है. इस तरह पंजाब सरकार के फैसले के बाद गहलोत सरकार ने भी प्रदेश की जनता को राहत देने का फैसला कर लिया है. बता दें, राजस्थान में फिलहाल देश में सबसे ज्यादा वैट वसूला जा रहा है. इसको लेकर भाजपा तो गहलोत सरकार पर हमलावर थी ही, आज अपनों ने भी प्रदेश की जनता को राहत देने की मांग की थी.
आपको बता दें कि इससे पहले तक सीएम अशोक गहलोत लगातार इस बात पर अड़े रहे कि इससे राज्य की आमदनी प्रभावित होगी. राज्य की आर्थिक स्थिति पहले से खराब है. ऐसे में हम पेट्रोल-डीजल पर वैट कम नहीं करेंगे. वहीं दूसरी ओर केन्द्र की मोदी सरकार ने पहले टैक्स में कटौती कर आमजन को राहत प्रदान की. इस की तर्ज पर कई राज्य सरकारों ने भी वैट कम करना शुरू कर दिया. इसके बावजूद मुख्यमंत्री गहलोत अड़े रहे. तो इसी बीच कांग्रेस शासित पंजाब ने भी वैट को कम कर राजस्थान का उदाहरण दे दिया कि यहां पेट्रोल-डीजल सबसे अधिक महंगे हैं.
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वहीं, मंगलवार को जोधपुर यात्रा पर पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शहर से सटे जालेली फौजदार गांव में प्रशासन गांवों के संग शिविर का अवलोकन किया और वहां मौजूद लोगों से उनके काम होने या नहीं होने के बारे में जानकारी ली. इसके बाद आयोजित सभा में सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘हमारी सरकार भी पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कर लोगों को राहत प्रदान करेगी’. केन्द्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर जबरन बहुत अधिक टैक्स लगा लोगों को बहुत लूटा है, अब थोड़ी सी राहत प्रदान की है. केन्द्र सरकार को पेट्रोल-डीजल पर टैक्स को और कम करना चाहिए’. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘प्रदेश में वैट कम करने से होने वाले नुकसान को राज्य सरकार वहन करेगी’.
इससे पहले आज ही सीएम गहलोत ने राजस्थान में पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतों को लेकर जारी सियासत के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. सीएम ने पत्र में पेट्रोल और डीज़ल की केंद्रीय पूल के अतिरिक्त एक्साइज़ ड्यूटी और विशेष एक्साइज़ ड्यूटी को कम करने का आग्रह किया है. मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में ही पेट्रोल पर 10 रुपये लीटर और डीज़ल पर 15 रुपये अतिरिक्त कम करने के आग्रह के साथ इस बात का भी हवाला दिया है कि केंद्र जब Excise Duty कम करता है तो राज्य में VAT भी स्वतः ही कम हो जाता है. अगर केंद्र ये क़दम उठाएगी तो राजस्थान राजस्व में 3500 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की हानि को उठाने के लिए तैयार है. साथ ही सीएम गहलोत ने लिखा है कि, ‘राज्यों से वैट कम कराने के लिए आपसी कम्पिटीशन का माहौल बना दिया है, जो कि कॉपरेटिव फेडरेलिज्म की भावना के खिलाफ है’.
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इधर इससे पहले करीब 15 महिने बाद अपने गृहजिले जोधपुर पहुंचे सीएम गहलोत के स्वागत में आमजन उमड़ पड़े. जोधपुर सर्किट हाउस में आज मंगलवार को जन समस्याओं के साथ मुख्यमंत्री से मिलने के लिए लोगों का हुजूम नजर आया. हर कोई अपनी समस्या मुख्यमंत्री तक पहुंचाना चाहता था. इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी आम जनता को पूरा समय दिया. करीब 1 बजे सर्किट हाउस पहुंचे सीएम गहलोत दोपहर 3 बजे सर्किट हाउस से जालेली में प्रशासन गांव के संग अभियान शिविर के अवलोकन के लिए निकले. लगभग दो घंटे सर्किट हाउस में लोगों की जन समस्या सुनी.
इससे पहले गहलोत एयरपोर्ट से सीधा एम्स पहुंचे और घायलों की कुशल क्षेम पूछी. जोधपुर आते ही पहले एयरपोर्ट से सीधा सर्किट हाउस आने का कार्यक्रम था लेकिन हादसे की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पहले एम्स पहुंचे. आपको बता दें कि जोधपुर में आज एक तेज रफ्तार ऑडी कार ने कई लोगों को कुचल दिया था. बताया जा रहा है कि इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई जबकि 10 से ज्यादा लोग गंभीर रूप के घायल हुए हैं.