सख्त कानून के बाद फिर हुआ पेपर लीक, प्रदर्शन कर रहे भाजयुमो कार्यकर्ता गिरफ्तार, BJP ने खोला मोर्चा

शनिवार को राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के सामान्य ज्ञान के प्रश्न पत्र लीक हो गया, जिसके बाद इस पारी की परीक्षा को निरस्त कर दिया गया, वहीं मामले सूचना सार्वजनिक होते ही जहां बीजेपी नेताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया तो वहीं जयपुर में बीजेपी युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने शिक्षामंत्री बीडी कल्ला के घर के बाहर जमकर नारेबाजी करते हुए ताला लगाकर सड़क जाम करने की कोशिश की

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BJP Targets Gehlot Government. राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक के मामले में पहले से विपक्ष के निशाने पर चल रही गहलोत सरकार के लिए शनिवार का दिन फिर चिंता बढ़ा गया. प्रदेश सरकार द्वारा पेपर लीक मामले में सख्त कानून बनाए जाने के बाद भी शनिवार को राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के सामान्य ज्ञान के प्रश्न पत्र लीक हो गया, जिसके बाद इस पारी की परीक्षा को निरस्त कर दिया गया. वहीं मामले सूचना सार्वजनिक होते ही जहां बीजेपी नेताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया तो वहीं जयपुर में बीजेपी युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने शिक्षामंत्री बीडी कल्ला के घर के बाहर जमकर नारेबाजी करते हुए ताला लगाकर सड़क जाम करने की कोशिश की.

हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने (लाठीचार्ज ) हल्का बल प्रयोग कर छात्रों खदेड़ा. इस दौरान पुलिस ने जयपुर शहर युवा मोर्चा अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह पूर्व वंशी समेत 6 कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी ले लिया है. वहीं बताया कि बताया जा रहा है कि मीडिया कर्मियों से भी इस दौरान पुलिस ने धक्का-मुक्की की. वहीं भाजयुमो कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियों को हिरासत में लिए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने लिखा कि, ‘पेपर लीक की घटना का विरोध करने पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी निंदनीय है, उन्हें तुरंत रिहा करें. गिरफ्तार उन अपराधियों को कीजिए जो बार-बार पेपर लीक कर रहे हैं.’

वहीं इससे पहले पेपर लीक के कारण पेपर निरस्त करने की सूचना आने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस वाकया को प्रदेश सरकार की नाकामी करार दिया और कहा कि ये सरकार वीक है और इसके कारण हर बार पेपर लीक के मामले सामने आ रहे हैं. सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में सरकार भी वीक हो गई है, इसलिए पेपर लीक हो रहा है. पूनियां ने कहा कि गहलोत सरकार की लापरवाही की वजह से नकल गिरोह बेखौफ पेपर लीक की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. अगर रीट के वक्त ही चीटिंग करने वाले युवाओं को सख्त सजा दी जाती. तो आज हालात इतने बुरे नहीं होते. लेकिन राजस्थान की निकम्मी कांग्रेस सरकार की वजह से प्रदेश में पेपर लीक माफिया हर दिन युवाओं के सपनों के साथ खेल रहा है.

उधर, पेपर रद्द करने के मामले में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने राज्य की गहलोत सरकार पर सवाल खड़े किए. कटारिया ने कहा कि काफी मेहनत के बाद युवा परीक्षा देने के लिए जा रहे हैं. लेकिन एक बार फिर परीक्षा को पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया. कटारिया ने कहा कि आरपीएससी ने भले ही पेपर रद्द कर दिया हो, लेकिन यह इस समस्या का हल नहीं है. वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पेपर लीक वाकाया को सूबे की गहलोत सरकार के लिए कलंक बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा की पहली पारी का पेपर निरस्त होना सरकार और प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है. राठौड़ ने कहा कि गहलोत शासन में बेखौफ पेपर माफिया समूचे परीक्षा तंत्र पर हावी हो चुके हैं. जिसने कारण राज्य में निष्पक्ष व पारदर्शिता के साथ परीक्षाएं संपन्न होना असंभव है. वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि सीएम गहलोत अक्सर राजस्थान मॉडल की बात करते हैं, जिस पर इस घटना ने मुहर लगाने का काम किया है.

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इसके साथ ही प्रदेश भाजपा प्रवक्ता व विधायक रामलाल शर्मा ने भी उक्त घटना को केंद्र कर प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर हमले किए. शर्मा ने कहा कि मेहनत और परिश्रम करने वाले विद्यार्थी आज अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. इस घटना ने सरकार की मंशा और व्यवस्था दोनों पर ही प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं, जो (Rpsc 2nd Grade News) यह भी साबित करता हैं कि ये सरकार ईमानदारी से एक परीक्षा भी करवाने में सक्षम नहीं है. भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि इस सरकार का नाम गिनीज बुक में दर्ज होना चाहिए, क्योंकि ये सरकार लगातार रिकॉर्ड बना रही है. ऐसे में उन्हें नहीं लगता है कि आगे कोई सरकार इनके रिकॉर्ड को तोड़ पाएगी.

चुनाव में बेरोजगार देंगे करारा जवाब
वहीं राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार बनी है. पेपर लीक की घटनाएं बढ़ गई हैं. सरकार ने युवाओं की मांग के बाद नकल रोकने का कानून तो बना दिया. लेकिन उसके तहत कार्रवाई नहीं की जा रही. यही कारण है कि प्रदेश में लगातार पेपर लीक की घटनाएं हो रही है. जिससे लाखों युवाओं का भविष्य खतरे में आ गया है. अगर सरकार ने समय रहते नकल गिरोह के खिलाफ कार्रवाई नहीं की. तो प्रदेश के युवा आने वाले चुनाव में कांग्रेस को करारा जवाब देंगे.

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इधर मामले के प्रकाश में आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने परीक्षार्थियों को प्रेरित करते हुए हौसला नहीं खोने की सलाह दी. सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ”मैं परीक्षार्थियों को होने वाली परेशानी महसूस कर सकता हूं, परन्तु अनुचित तरीके से परीक्षा पास करने के मंसूबे पाल कर आए लोगों का चयन नहीं होने दिया जाएगा. राजस्थान में सिर्फ मेहनती युवाओं को ही उनका हक मिलेगा. मेरी अपील है कि किसी के बहकावे में आने की बजाय आप अपनी तैयारी करें.” मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे लिखा कि, ”आज 24 दिसंबर को 9 से 11 बजे शिक्षक भर्ती की सामान्य ज्ञान की परीक्षा को ऐतिहातन निरस्त किया गया है. जिससे किसी भी मेहनतकश युवा के साथ अन्याय ना हो. बाकी परीक्षाएं यथावत जारी रहेंगी. सरकार किसी भी युवा के साथ अन्याय नहीं होने देगी एवं दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. भर्ती परीक्षाओं में पार्दर्शिता के लिए हमारी सरकार ने सख्त कानून बनाया है. दुर्भाग्य से देशभर में पेपर लीक करने वाले गैंग पनप गए हैं, जिससे कई राज्यों में यहां तक कि ज्यूडिशियरी एवं मिलिट्री तक में पेपर लीक जैसी घटनाएं होती हैं. राजस्थान में सख्त कार्रवाई कर बेईमानों को जेल में बंद किया गया है.”

आपको बता दें कि, उदयपुर में एक बस में करीब 40 छात्रों को परीक्षा से एक घण्टे पहले पेपर बताया जा रहा था. इसका पता लगते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बस से सभी लोगों को प्रिंटिंग पेपर व अन्य चीजों के साथ गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि इससे पहले भी राजस्थान में 8 बार पेपर लीक हो चुके हैं.

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