यूपी में योगी के सियासी नहले पर गहलोत का राजस्थान में चुनावी जीत का दहला, इस दांव से होगी BJP चित्त

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसी साल मार्च में एक ऐसी योजना को जनता के बीच उतारा, जिसने जनता के बीच उनकी छवि को पहले से कहीं अधिक उदारवादी बनाने का काम किया, अब राजस्थान में सीएम गहलोत उसी योजना को बड़े स्तर पर लाकर लगाने जा रहे हैं चुनावी जीत का मास्टर स्ट्रोक

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CM Ashok Gehlot’s Political Bet of Gas Cylinder for 500 rupees. साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार के साथ प्रदेश की सत्ता में वापसी कर सभी को चौंका दिया था. यहां आपको बता दें, यूपी में योगी आदित्यनाथ ने इसी साल मार्च में एक ऐसी योजना को जनता के बीच उतारा, जिसने जनता के बीच उनकी छवि को पहले से कहीं अधिक उदारवादी बनाने का काम किया था. अब योगी की सियासत का असर राजस्थान पर भी पड़ता दिख रहा है. बस फर्क केवल इतना है कि यहां योगी नहीं बल्कि सियासत के असली जादूगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यूपी में योगी के फेंके नहले पर राजस्थान में दहला मारने जा रहे हैं.

यहां बात हो रही है सीएम गहलोत द्वारा गरीब तबके को 500 रुपए में घरेलू गैस सिलेंडर मुहैया कराने के वादे की. इस योजना को अप्रैल महीने से जनता के बीच लाने की बात मुख्यमंत्री गहलोत ने भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खगड़े और कांग्रेस के आला नेताओं सहित हजारों की संख्या में जनसभा में शामिल हुई जन साधारण के सामने कही है. राजस्थान की सियासत में गहलोत के इस क्रांतिकारी दांव ने बीजेपी को भी चौंका दिया है. बीजेपी को भी पता है कि कांग्रेस का ये दांव आगामी विधानसभा चुनावों में उन पर निश्चित तौर पर भारी पड़ सकता है. यही वजह है कि बीजेपी नेता केवल इस वादे को झूठा बताने की कोशिशभर कर रहे हैं. इसके सामने कोई खुद का वादा लाने की हिम्मत कोई नहीं कर रहा है.

अब बात आती है कि इस योजना में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की क्या भूमिका है? असल में यूपी में योगी आदित्यनाथ ने इसी साल मार्च के महीने में जनता को साल में दो सिलेंडर मुफ्त देने का वादा किया था. योगी ने यूपी प्रदेशवासियों से वादा किया था कि उज्जवला योजना के तहत लाभार्थियों को होली और दिवाली पर एक-एक गैस सिलेंडर मुफ्त दिया जाएगा, ताकि वे त्यौहार को अच्छी तरह से मना सकें. इस योजना के चलते योगी सरकार की गरीब तबके ने जमकर तारीफ की थी. तो अब सियासत के जादूगर कहे जाने वाले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने योगी आदित्यनाथ की इसी योजना को और ज्यादा आसान करते हुए गैस सिलेंडर के दामों को आधा करने का वादा प्रदेश की जनता से कर दिया है. दूसरे शब्दों में कहें तो योगी आदित्यनाथ की चुनाव जिताऊ योजना रूपी नहले पर दहला मार बीजेपी को एकदम शांत कर दिया है.

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हालांकि राजस्थान में हर 5 वर्षों में परिवर्तित सत्ता के ट्रेंड के बीच बीजेपी की नजरें सत्ता हासिल करने पर टिकी हैं. वहीं नेताओं में आपसी कलह कांग्रेस को भीतरी तौर पर प्रदेश में पार्टी को कमजोर कर रही है. बढ़ते अपराध, बेरोजगारी और अन्य मुद्दे भी हैं जिनके चलते कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है. ऐसे विकट समय पर सीएम गहलोत ने ऐसा सियासी दांव खेला है कि बीजेपी चारों खाने चित होती दिख रही है. यही नहीं इससे पहले चिरंजीवी मुफ्त बीमा योजना और पुरानी पेंशन योजना और अब आधी कीमत में घरेलू गैस सिलेंडर जैसे अशोक गहलोत के सियासी दांवों के सामने सभी अन्य दलों बड़े नेता पानी भरते नजर आ रहे हैं.

आपको बता दें कि राहुल गांधी की यात्रा के दौरान अलवर के मालाखेड़ा में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की जनता से कहा है कि अप्रैल, 2023 से लाभार्थियों को घरेलू गैस सिलेंडर 1045 रुपए की जगह 500 रुपए में दिया जाएगा ताकि गरीबों को महंगाई से राहत मिल सके. इसका लाभ उज्जवला योजना के लाभार्थी और अन्य बीपीएल कार्ड होल्डर्स को मिलेगा. पटल पर उतरने के साथ ही यह योजना गरीबों के लिए वरदान साबित होगी क्योंकि गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को अब समाप्त कर दिया गया है.

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दरअसल, उज्जवला योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा 1045 रुपए के घरेलू गैस सिलेंडर पर 200 रुपए तक की सब्सिडी मिलती थी, लेकिन कोरोना संकट काल के बाद इस सब्सिडी को करीब करीब समाप्त कर दिया गया है. पेट्रोलियम के साथ गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों के बीच केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों का गुस्सा जगजाहिर है. इसका नुकसान प्रदेश बीजेपी को भी उठाना पड़ सकता है. इसी माहौल के बीच सीएम गहलोत ने बड़ा सियासी पैंतरा चलते हुए अपनी राजनीति की जादूगरी दिखाई और एक ही झटके में सारी सियासी हवा को अपने पक्ष में मोड़ने का काम कर लिया.

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इस तरह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के करीब 69 लाख से अधिक उज्जवला योजना के लाभार्थियों और इनके अलावा, 5 लाख ऐस लोग जो बीपीएल श्रेणी में आते हैं लेकिन केंद्र सरकार की इस योजना से नहीं जुड़े हैं, कुल मिलाकर प्रदेश की करीब 74 लाख परिवारों को सीएम गहलोत ने अपनी इस योजना से वरदान दिया है. अब अगर इस योजना में मध्यमवर्गीय परिवारों को भी शामिल कर लिया जाए तो यह संख्या सवा करोड़ के पार होगी, और फिर प्रदेश में गहलोत सरकार का रिपीट होना भी तय होगा. ऐसे में तो यही कहा जा सकता है कि योगी आदित्यनाथ की छोटी सी कैश बैक स्कीम का आईडिया लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के गरीब तबके को बंपर बोनांजा पैक देने की तैयारी कर ली है. इसे ही कहते हैं नहले पे दहला…..

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