Demand to make Sachin Pilot CM raised in Lok Sabha. राजस्थान के युवा और कांग्रेस जनों के साथ साथ अब अन्य राज्यों और अन्य दलों के नेता भी पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने लगे हैं, और वो भी किसी जनसभा या टीवी इंटरव्यू के दौरान नहीं बल्कि देश की सबसे बड़ी पंचायत यानी संसद में पायलट को नेतृत्व सौंपने की मांग की गई है. उत्तर प्रदेश के बिजनौर से बसपा सांसद मलूक नागर ने लोकसभा में सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की है. यही नहीं सांसद नागर ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पायलट को सीएम नहीं बनाया गया तो इसका खामियाजा आने वाले चुनावों में कांग्रेस को झेलना पड़ेगा. इसके साथ ही सांसद मलूक नागर ने गुर्जरों के पुराने जख्म को हरा करते हुए लोकसभा में यह भी कहा कि राजेश पायलट भगवान थे गुर्जरों का लेकिन उन्हें कांग्रेस ने कभी कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया.
दरअसल, बीते रोज बुधवार को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में संविधान (एसटी) आदेश (पांचवा संशोधन) पर चर्चा हो रही थी. चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कुर्मियों को एसटी में शामिल करने के लिए भारत सरकार को पत्र लिखा गया है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश के बिजनौर से बसपा सांसद मलूक नागर ने खड़े होकर चौधरी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राजस्थान में इनकी (कांग्रेस) सरकार है, वहां की सरकार गुर्जरों को एसटी में शामिल करने के लिए भारत सरकार को पत्र लिखने का दावा करती है लेकिन भारत सरकार का कहना है कि उनके यहां नौंवी अनुसूची में किसी को शामिल करने का मामला लंबित नहीं है. सांसद ने मांग कर कहा कि कांग्रेसी नेताओं को बताना चाहिए कि आखिर सच क्या है?
सांसद मलूक नागर ने आगे कहा कि राजस्थान में 56 फीसदी पिछड़ी जातियों के लोग है, क्या इन्हें सिर्फ कुर्मी ही चाहिए, यदि इन्होंने अभी भी ध्यान नहीं दिया तो आने वाले चुनाव में पिछड़ी जाति के लोग कांग्रेस को वोट नहीं देंगे और कांग्रेस को इसका बड़ा नुकसान होगा जिससे विपक्ष भी कमजोर होगा. सांसद नागर ने कहा कि हम चाहते हैं कि कांग्रेस मजबूत बने जिससे विपक्ष भी मजबूत हो. इसके साथ ही सांसद नागर ने बड़ा बयान देते हुए राजस्थान सरकार पर गुर्जरों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया. बसपा सांसद नागर ने कहा कि गहलोत सरकार पिछड़ी जातियों की अनदेखी कर रही है. नागर ने मांग कर कहा कि गुर्जरों को नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए. सांसद मलूक नागर ने आगे कहा कि राजेश पायलट गुर्जरों का भगवान था लेकिन कांग्रेस ने गुर्जर नेता राजेश पायलट को कभी कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया और अब सचिन पायलट को सीएम नहीं बनाया जा रहा है. मैं आज सदन में कांग्रेस से यह मांग करता हूं कि राजस्थान में तत्काल अशोक गहलोत को हटाकर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाए अन्यथा कांग्रेस को इसका चुनावों में बड़ा खामियाजा झेलना पड़ेगा.
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आपको बता दें कि राजस्थान में सचिन पायलट खेमे की ओर से पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग काफी समय से चल रही है. समर्थकों का कहना है कि पायलट को मुख्यमंत्री बनाने पर ही राजस्थान में अगला चुनाव जीता जा सकता है और कांग्रेस की सरकार रिपीट करने का सालों पुराना रिकॉर्ड तोड़ा जा सकता है. बता दें कि राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने के कयास काफी लंबे समय से लगाए जा रहे हैं, लेकिन हर बार किसी न किसी सियासी वजह से नेतृत्व परिवर्तन टल जाता है. जिसके कारण कांग्रेस के अन्य नेता और कार्यकर्ता भी कन्फ्यूज़ हैं कि आखिर किसी खेमे में जाएं और किसकी जयकार लगाएं.