Ashok Gehlot & Pawan Kheda on Mansukh Mandaviya. चीन में लगातार बढ़ते कोरोना के प्रकोप को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की तरफ से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में कोविड-19 प्रोटोकोल की पालना करवाने या यात्रा को स्थगित करने की अपील वाले पत्र पर सियासत गरमा गई है. चूंकि राहुल गांधी की यात्रा आज ही हरियाणा में दाखिल हुई है इससे पहले पिछले 16 दिन से राजस्थान में जारी थी यह यात्रा. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को भी इस बाबत पत्र लिखा है. मांडविया के पत्र के सामने आने के बाद देशभर की सियासत गरमा गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा सहित अन्य नेताओं और कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार के इस कदम पर पलटवार किया है. यहां आपको बता दें कि कोविड प्रोटोकॉल के चलते राहुल गांधी की यात्रा को स्थगित करवाने के लिए राजस्थान के पाली से सांसद पीपी चौधरी ने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा था.
दरअसल, पाली सांसद पीपी चौधरी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया को लिखे पत्र में भारत जोड़ो यात्रा से फैल रहे कोविड के रोकथाम के लिए कोविड प्रोटोकॉल पर सख्ती की पालना करने और जनहित में यात्रा को स्थगित करने की मांग की थी. जिसके बाद बुधवार सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राहुल गांधी से भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल को लेकर जो अपील की उस पर अब कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. कांग्रेस ने इन पत्रों को राजनीति से प्रेरित मकसद बताया और यह आरोप लगाते हुए कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी सरकार राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से डर गई है.
वहीं राजस्थान से सांसद पीपी चौधरी के पत्र पर केंद्रीय मंत्री की ओर से राहुल गांधी को भेजे गए खत पर कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कड़ी आपत्ति जताई है. खेड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की जन आक्रोश यात्रा को लेकर भी क्या केंद्रीय मंत्री ने इसी तरह का पत्र भेजा है?
खेड़ा ने कर्नाटक में भाजपा की यात्रा को लेकर भी सवाल खड़े किए और कहा कि मौजूदा संसद सत्र में भी क्या कोविड-19 को लेकर किसी तरह की गाइडलाइन जारी की गई है. यह नहीं पवन खेड़ा ने आगे कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में किसी भी तरह से हवाई यातायात को लेकर भी कोई प्रतिबंध नहीं है. ऐसे में क्या भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार को राहुल गांधी की भारत यात्रा की नजर आ रही है. खेड़ा ने कहा कि हम हर दिशा निर्देश को मानने के लिए तैयार हैं, बशर्ते वे सबके लिए समान रूप से लागू हों.
यह भी पढ़ें: लोकतांत्रिक तस्वीर: जिस खड़गे के बयान पर BJP ने मचाया जमकर हंगामा, PM के साथ लंच करते आए नजर
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के पत्र पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में उमड़ी भीड़ से भाजपा और मोदी सरकार घबरा गई है. इसलिए अब वो कोविड-19 प्रोटोकॉल की बात कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर की सुबह पूरी हो गई. लेकिन यहां उमड़ी भारी भीड़ से भाजपा और मोदी सरकार इतना घबरा गई है कि अब वो इस यात्रा को डिस्टर्ब करने की कोशिश कर रही है. सीएम गहलोत ने कहा कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिपुरा में रैली किए थे, लेकिन वहां कोविड प्रोटोकॉल के पालन को लेकर कोई जिक्र तक नहीं था. यही नहीं सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान पीएम ने बंगाल में कई बड़ी रैलियां की थी. अगर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का उद्देश्य राजनीतिक ना होकर उनकी चिंता जायज है तो उन्हें सबसे पहले प्रधानमंत्री को पत्र लिखना चाहिए था.
इसके साथ ही गहलोत सरकार में खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा में जिस तरह से करोड़ों लोग घूम रहे हैं, उससे भाजपा घबरा गई है. राजस्थान में राहुल गांधी की यात्रा के समानांतर भाजपा ने जन आक्रोश यात्रा निकाली, लेकिन उनकी जनाक्रोश यात्रा की पूरी तरीके से हवा निकल गई. लोग जन आक्रोश यात्रा में शामिल ही नहीं हुए. चांदना ने कहा कि साउथ से लेकर नार्थ तक जिस तरह से लोग भारत जोड़ो यात्रा में उमड़ रहे हैं और जनता का समर्थन व आशीर्वाद राहुल गांधी को मिल रहा है, उससे भाजपा घबराई हुई है. चांदना ने कहा कि राहुल गांधी की जिस इमेज को 15 साल से भाजपा बिगाड़ रही थी. जिसके लिए वह बड़ा गेम प्लान कर रहे थे, वह गेम प्लान अब इस भारत जोड़ो यात्रा में पूरी तरीके से फेल हो गया है. इस यात्रा ने सबके मुंह बंद कर दिए हैं. चांदना ने आगे कहा कि इस यात्रा से एक भावना खड़ी हुई है कि नफरत खत्म होनी चाहिए, भाईचारा बनना चाहिए, देश की एकता की बात होनी चाहिए, तभी देश आगे बढ़ेगा.
यह भी पढ़ें: OPS के बाद सीएम गहलोत का दूसरा मास्टर स्ट्रोक, योजना पटल पर उतरी तो सत्ता वापसी निश्चित!
गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने राजस्थान के सांसद पीपी चौधरी की ओर से लिखे गए पत्र का संदर्भ रखा. पत्र में दो महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अनुरोध किया गया है, जिसमें पहला राजस्थान में चल रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कोविड गाइडलाइंस का सख्ती से पालन, मास्क व सैनिटाइजर के इस्तेमाल की बातें कही गई. इसके साथ ही कहा गया कि इस यात्रा में केवल वैक्सीनेटेड लोगों को ही हिस्सा लेने की अनुमति दी जाए. इसके इतर यात्रा में जुड़ने के पूर्व व पश्चात यात्रियों को आइसोलेट किया जाए. साथ ही दूसरे बिंदु में लिखा गया कि अगर उपरोक्त कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना संभव नहीं हो तो Public Health Emergency की स्थिति को ध्यान में रखते हुए कोविड महामारी से देश को बचाने के लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को देशहित में स्थगित करें. केंद्रीय मंत्री मांडविया के पत्र के बाद से कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है.