लॉकडाउन पर अभी फैसला नहीं लेकिन संक्रमण को रोकने का ‘लॉकडाउन’ ही एक मात्र उपाय: MHA

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना को गंभीर न मानने पर नतीजे हो सकते हैं बेहद गंभीर, अलग से बनाए जा रहे हैं कोरोना अस्पताल और कोविड केयर सेंटर, दिल्ली सरकार ला रही 5T प्लान

Love Agarwal Heath Ministery
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पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली. लॉकडाउन को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा बयान आया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने डेली हैल्थ बुलेटिन में कहा कि लॉकडाउन पर सरकार के स्तर पर फैसला होगा जो सही समय पर लिया जाएगा. फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ लेकिन लॉकडाउन से ही संक्रमण को फैलने से रोक सकते हैं. इस स्थिति में केंद्र सरकार सही वक्त आने पर सही फैसला लेगी. एमएचए ने ये भी कहा कि कोरोना को गंभीर न मानने पर नतीजे गंभीर हो सकते हैं. ऐसे में जनता सहयोग करे. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल भी मौजूद रहे.

विभाग ने बताया कि कोरोना के लिए विशेष अस्पताल बनाने पर जोर दिया जा रहा है. ऐसे अस्पताल को कोविड अस्पताल कहा जाता है जिस पर काम शुरु हो गया है. वहीं कोविड केयर सेंटर बनाने का काम भी जारी है. ट्रेनों में भी 40 हजार आइसोलेशन बैड लगाए गए हैं और मरीजों का इलाज किया जा रहा है. आॅक्सीजन की सुविधा भी उपलब्ध है. कोरोना से निपटने के लिए सिस्टम को 3 भाग में बांटा गया है.

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विभाग के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना से अब तक 117 मौत हो चुकी है जबकि कुल मामले 4421 हैं. इनमें से 326 ठीक हो चुके हैं. ऐसे में एक्टिव केस घटकर 4095 रह गए हैं. पिछले 24 घंटों में 354 नए मरीज सामने आए हैं जबकि 8 ऐसे केस भी हैं जो जीवन की जंग कोरोना के सामने हार गए. पिछले तीन दिन में 1500 के करीब मामले सामने आए हैं. मामलों में 26 फीसदी महिलाएं तो 76 फीसदी पुरूष हैं.

विभाग ने कहा कि कोरोना जांच पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. इसके लिए 136 सरकारी और 59 निजी टेस्टिंग लैब को जांच की मंजूरी दी गई है. अब तक 1.07 लाख से ज्यादा टेस्ट किए जा चुके हैं जबकि पिछले 24 घंटे में 11 हजार से ज्यादा जांच हुई है. कंट्रोल रूम के जरिए मरीजों की निगरानी हो रही है. विभाग ने ये भी कहा कि एक संक्रमित व्यकित 30 दिनों में 406 लोगों को बिमार कर सकता है. कोरोना को गंभीर न मानने पर नतीजे गंभीर हो सकते हैं. ऐसे में विभाग ने देशवासियों से सहयोग की अपील की है. साथ ही दवाओं की कालाबाजारी पर सख्त कार्यवाही करने की बात कही. उन्होंने कहा कि दवाई की सप्लाई में बाधा नहीं होगी.

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अधिकारी अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संकट में घर में बने मास्क का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. ऐसे में अगर घर से निकलना हो तो फेस कवर का इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि सामने आ रहे मरीजों में 47 फीसदी मरीजों की आयु 40-45 के बीच है जबकि 34 फीसदी की आयु 42 साल से नीचे वालों की है. 34 फीसदी मामले 41 से 60 के बीच के है. वहीं 60 और उससे उपर वालों के मामले 19 फीसदी हैं. उन्होंने ये भी बताया कि कोरोना के कुल संक्रमितों में से 76 फीसदी संख्या पुरूष और अन्य 24 फीसदी संख्या महिलाओं की है.

इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप सरकार दक्षिणी कोरिया की तर्ज पर 5टी का प्लान ला रही है. इसके तहत टेस्टिंग पर ज्यादा फोकस रहेगा. उन्होंने एक लाख टेस्टिंग किट आॅर्डर किए जाने की बात कही, साथ ही कहा कि शुक्रवार तक 50 हजार किट आए जाएंगी.

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