Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पंचायत चुनाव को लेकर जिलों के जनप्रतिनिधियों से टिकट को लेकर फ़ीडबैक लिया. पीसीसी में दौसा, भरतपुर, सवाई माधोपुर और सिरोही जिलों के जनप्रतिनिधियों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श किया. डोटासरा ने कहा कि, ‘कांग्रेस के कार्यकर्ता, पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, विधायक, विधायक का चुनाव लड़े प्रत्याशी, प्रधान, पूर्व प्रधान, जिला प्रमुख, पूर्व जिला प्रमुख, लोकसभा प्रत्याशी सभी से चर्चा कर कांग्रेस विचारधारा के कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव में मौका मिलना चाहिए, जिससे पंचायत राज में कांग्रेस का झण्डा बुलन्द हो सके’.
आपको बता दें कि दौसा जिले में महुआ विधानसभा में निर्दलीय ओम प्रकाश हुडला, भरतपुर में आरएलडी के सुभाष गर्ग, भरतपुर के नगर में बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए वाजिब अली, नदबई विधानसभा में बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए जोगिंदर अवाना और सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा हैं. ऐसे में इन 4 विधानसभा सीटों पर होने वाले जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव में टिकट वितरण कांग्रेस कार्यकर्ता और कांग्रेस के नेताओं को देखते हुए दिया जाए और कोई विवाद खड़ा ना हो इसको लेकर पीसीसी में चर्चा हुई
पीसीसी में मंथन का दौर के शुरुआत दौसा जिले से हुई. दौसा के विधायकों और प्रभारियों के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बैठक की. इस बैठक में महुआ विधानसभा में चल रहा टिकट वितरण का विवाद खुलकर सामने आ गया. जब इस बैठक में दौसा के पूर्व जिला प्रमुख रहे अजीत सिंह महुआ ने टिकट वितरण के साझा फार्मूले को नकारते हुए कहा कि महुआ में न तो निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुडला के अनुसार टिकट दिया जाए न हीं कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ें. अजय बोहरा के कहने पर उन्होंने कहा कि, ‘पार्टी के कहने पर उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा तो अब उनके अनुसार ही टिकट वितरण होने चाहिए. इसके बाद बीच बचाव करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अजीत सिंह से अलग से चर्चा की.
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भरतपुर की मीटिंग पर हर किसी की नजर थी कि क्या पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह इस बैठक में शामिल होंगे. लेकिन, विश्वेंद्र सिंह बैठक में शामिल नहीं हुए. इसके साथ ही भरतपुर में तीन विधायक ऐसे हैं जो कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़कर नहीं आए, लेकिन अब कांग्रेस के साथ हैं. इनमें भरतपुर से आरएलडी के सुभाष गर्ग, नगर से बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए वाजिब अली और नदबई से बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए जोगिंदर अवाना हैं. वहीं, बैठक के बाद भरतपुर के प्रभारी वेद सोलंकी ने कहा कि, ‘जो पैनल बनाकर हम लोग लाए थे उसके बारे में प्रदेश अध्यक्ष से चर्चा हुई है, जिसमें इस बात पर भी चर्चा हुई है कि इन तीनों विधानसभाओं में जो कैंडिडेट कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे और जिन लोगों ने बाद में कांग्रेस ज्वाइन कर ली उनमें आपस में तालमेल कैसे बने’
पीसीसी में हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के सामने सभी नेताओं में सर्वसम्मति से बात हुई है कि टिकट वितरण में कांग्रेस के प्रत्याशियों कि राय ली जाएगी. डोटासरा ने साफ किया कि, ‘प्रत्याशी चयन में सबसे पहले यह देखा जाए कि कौन प्रत्याशी कांग्रेस के प्रति लॉयल है, क्योंकि पहले भी ऐसा हुआ है कि प्रत्याशी कांग्रेस से टिकट ले लेते हैं और चुनाव जीतने के बाद पाला बदल लेते हैं. ऐसे में कांग्रेस के प्रति लॉयल नेताओं को ही टिकट दिया जाए’
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि, ‘इन 6 जिलों के पंचायती राज चुनाव में कांग्रेस पार्टी अपनी एकजुटता और सरकार के कामों के चलते चुनाव जीतेगी. भरतपुर के नगर विधानसभा से बसपा से कांग्रेस में आए विधायक वाजिब अली ने यह स्वीकार किया कि, ‘टिकट वितरण को लेकर कुछ विवाद है, लेकिन वह विवाद एक से ज्यादा प्रत्याशी होने के चलते है. वाजिब अली ने कहा कि, ‘अब जिताऊ कार्यकर्ता को टिकट दिया जाएगा, क्योंकि जो लोग हमारे साथ कांग्रेस में शामिल हुए वह भी अब कांग्रेसी हैं और जो पहले से कांग्रेस में है वह भी कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं’.
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डोटासरा ने बीजेपी पर साधा निशाना
पीसीसी चीफ डोटासरा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण किसान दु:खी है. आमजन महंगाई से त्रस्त है. बेरोजगारी चरम सीमा पर है. अर्थव्यवस्था की हालत बदतर है. बीजेपी राजस्थान में प्रतिपक्ष की भूमिका भी ढंग से नहीं निभा रही है. बीजेपी के नेता आपस में लड़ रहे हैं. मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम का अपमान कर रहे हैं. राजस्थान के शौर्य के प्रतीक महाराणा प्रताप का अपमान कर रहे है. प्रतिपक्ष यदि सरकार की योजनाओं में कोई कमी निकालती तो हम उनसे सबक लेते हुए पुर्नविचार करते उसे ठीक करते परन्तु ऐसा बिल्कुल भी नहीं है’.
आपस में झगड़ रही बीजेपी
डोटासरा ने कहा कि, ‘भाजपा राजस्थान सरकार की किसी भी योजना व नीति के विरोध में कोई आंदोलन नहीं कर पायी, केवल आपस में झगड़ रहे हैं. राजस्थान की जनता देख रही है कि राजस्थान सरकार अच्छा काम कर रही है. कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में जनता से जो वायदे किए, वे लगभग 64 प्रतिशत धरातल पर पूरे किए है.’