Politalks.News/RajasthanByElection. राजस्थान की तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रदेश की दोनों बड़ी पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस ने पूरी कमर कस ली है. प्रत्याशियों की नामांकन रैली में हुंकार भरने के बाद पहले भाजपा उसके बाद कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है. बात करें कांग्रेस की सूची की तो बुधवार शाम जारी की गई इस सूची में कुल 30 नाम शामिल हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही प्रदेश प्रभारी अजय माकन, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का नाम इस सूची में शामिल है. वहीं 11 मंत्री और 10 विधायकों के साथ पार्टी के कुछ नेताओं के नाम भी इस सूची में शामिल हैं. आपको बता दें, अन्य राज्यों में जारी विधानसभा चुनावों के चलते दोनों ही पार्टियों की सूची में केंद्रीय नेताओं का नाम शामिल नहीं किया गया है.
कांग्रेस ने इन दिग्गजों को बनाया स्टार प्रचारक
कांग्रेस द्वारा केंद्रीय निर्वाचन आयोग को भेजी गई स्टार प्रचारकों की सूची में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी अजय माकन, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के अलावा जिन 11 मंत्रियों के नाम स्टार प्रचारकों की सूची में हैं उनमें बीडी कल्ला, रघु शर्मा, लालचंद कटारिया, प्रमोद जैन भाया, हरीश चौधरी, उदयलाल आंजना, प्रताप सिंह खाचरियावास, भंवर सिंह भाटी, अशोक चांदना, ममता भूपेश और सालेह मोहम्मद शामिल हैं. वहीं विधायकों की बात करें तो जितेंद्र सिंह, नरेंद्र बुडानिया, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, गोविंदराम मेघवाल, रामलाल जाट, शकुंतला रावत, जगदीश जांगिड़, कृष्णा पूनिया, सुदर्शन सिंह रावत और मुकेश भाकर का नाम सूची में शामिल है. इसी तरह दूसरे कांग्रेस नेताओं में रघुवीर सिंह मीणा, नसीम अख्तर, धर्मेंद्र राठौड़ और पुष्पेंद्र भारद्वाज का नाम भी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल है.
पायलट गुट के कुल दो लोग बाकी सब गहलोत के करीबी
यहां आपको बता दें, कांग्रेस द्वारा जारी की गई स्टार प्रचारकों की सूची में सचिन पायलट गुट से केवल दो ही लोगों को जगह दी गई है. खुद सचिन पायलट और विधायक मुकेश भाकर का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल है. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले धर्मेंद्र राठौड़ को भी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया है. जबकि धर्मेंद्र राठौड़ के पास अभी सत्ता या संगठन में कोई पद नहीं हैं. हालांकि धर्मेंद्र राठौड़ सहाड़ा सीट के प्रभारी हैं. वहीं पार्टी के अग्रिम संगठनों के अध्यक्षों को भी स्टार प्रचारकों की सूची में तवज्जो नहीं दी गई है. जबकि अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी स्टार प्रचारकों की सूची में जगह पाते रहे हैं. सूची में शामिल नामों में रघुवीर सिंह मीणा केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य हैं. नसीम अख्तर इंसाफ जहां सुजानगढ़ सीट पर प्रभारी है. वहीं पुष्पेंद्र भारद्वाज राजसमंद सीट पर प्रभारी का जिम्मा संभाल रहे हैं.
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कांग्रेस से पहले आई बीजेपी की सूची
वहीं कांग्रेस से पहले बुधवार सुबह भारतीय जनता पार्टी द्वारा केंद्रीय निर्वाचन आयोग को भेजी गई बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और सह प्रभारी भारती बेन शियाल के साथ ही सतीश पूनियां, गुलाबचंद कटारिया, वसुंधरा राजे समेत 30 लोगों को जगह दी है. पार्टी ने राष्ट्रीय मंत्री और पूर्व विधायक अलका गुर्जर को भी स्टार प्रचारक बनाया है.
बीजेपी ने इन दिग्गजों को बनाया स्टार प्रचारक
बीजेपी द्वारा जारी की गई स्टार प्रचारकों की इस सूची में प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, सह प्रभारी भारती बेन शियाल, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे, राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव, राज्यसभा सांसद ओम माथुर, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल और कैलाश चौधरी, बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर को भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है. पूर्व प्रदेश अध्यक्षों की बात करें तो इसमें अरुण चतुर्वेदी और अशोक परनामी दोनों को भी स्टार प्रचारकों में जगह दी गई है.
इसके साथ ही किशन लाल गुर्जर, पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी, विधायक नारायणसिंह देवल, जोगेश्वर गर्ग, मदन दिलावर को इस लिस्ट में शामिल किया गया है. राजसमंद की सांसद दिया कुमारी, राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा, राजेंद्र गहलोत, नारायण पंचारिया को भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है. इसके साथ ही सांसद कनक मल कटारा, सीपी जोशी, सुभाष बहेड़िया राहुल कसवां को भी इस लिस्ट में शामिल करते हुए पार्टी ने स्टार प्रचारक का दर्जा दिया है. पार्टी ने प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा और सुशील कटारा को भी स्टार प्रचारक बनाया है.
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क्यों बनाती हैं पार्टियां स्टार प्रचारक?
दरअसल राजनीतिक पार्टियों में स्टार प्रचारक उन्हीं नेताओं को बनाया जाता है जिनकी अधिकांश सीटों पर प्रचार में मांग होती है. इसके साथ ही इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि विधानसभा चुनाव में प्रत्येक प्रत्याशी के चुनाव खर्च की सीमा होती है. यह खर्चा 28 लाख रुपये से ज्यादा नहीं हो सकता. इसमें चुनाव प्रचार के दौरान होने वाली सभाओं, गाड़ियों का किराया, उनमें डीज़ल भरवाने से लेकर कार्यकर्ताओं को नाश्ता कराने तक का खर्चा शामिल है, लेकिन अगर कोई स्टार प्रचारक सभा करता है तो उसका पूरा खर्चा प्रत्याशी के खर्च में जुड़ने के बजाय पार्टी फण्ड में जाता है. ऐसे में पार्टियां चुनाव खर्च के मामले में अपने प्रत्याशियों को राहत दिलाने के लिए भी स्टार प्रचारकों के नाम तय करती है और उनकी लिस्ट भारत निर्वाचन आयोग को देनी होती है.