Politalks.News/Rajasthan. REET 2021 परीक्षा पेपर लीक मामले को लेकर मरुधरा की राजनीति गरमाई हुई है. SOG के खुलासे के बाद इस मामले में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारौली की बर्खास्तगी और दो एसोसिएट प्रोफेसर्स का सस्पेंशन हो चुका है. अब आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई और आरोपियों पर कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि,’ हर गलती कीमत मांगती है जिसने गलती है उसे कीमत चुकानी पड़ेगी, भनक लगते ही सरकार ने एसओजी को ये जिम्मेदारी सौंपी थी. सीबीआई जांच और पेपर दुबारा करवाने का फैसला लेने में दो मिनट लगते हैं, लेकिन इसका रिजल्ट क्या होगा? लाखों स्टूडेंट्स के भविष्य का सवाल है‘. सीएम गहलोत ने भाजपा को भी आड़े हाथ लिया है. साथ ही सीएम ने नकल और पेपर लीक मामलों के खिलाफ सख्त कानूनी प्रावधान का बिल इसी विधानसभा सत्र में लाने की बात कही है.
हर गलती मांगती है कीमत….
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री सचिवालय में गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘हर गलती कीमत मांगती है. आज से 20 साल पहले जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मेरे इस सेंटेंस को एक मैग्जीन ने कोट भी किया था. हर व्यक्ति की जिंदगी में हर गलती हर क्षेत्र में कीमत मांगती है, इसलिए जिसने गलती की उसे कीमत चुकानी पड़ेगी’. मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद चर्चाएं हो रही है पेपर लीक मामले में कई और बड़े नाम सामने आ सकते हैं.
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‘भनक लगते ही सरकार ने एसओजी को सौंपी जिम्मेदारी‘
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘हर राज्य के अंदर ऐसी गैंग बन चुकी है. बिहार, यूपी के अलावा मध्यप्रदेश में भी व्यापमं घोटाले की गैंग बनी. ये गैंग देश में बेरोजगारी के कारण बन रही है. आज लोग नौकरी के लिए तरस रहे हैं. इसमें भयंकर करप्शन हो रहा है. राजस्थान सरकार ने भनक लगते ही एक्शन लेकर एसओजी को जिम्मेदारी सौंपी. जिसने बहुत कम समय में वो कर दिखाया जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी.
CBI जांच, दोबारा परीक्षा कराने के फैसला लेने में लगते हैं 2 मिनट, लेकिन..
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विपक्ष से अपील करते हुए कहा कि, ‘यह लाखों बेरोजगारों के भविष्य का सवाल है, इसलिए वह ऐसा सुझाव दें जिससे भविष्य में ऐसी नौबत न आए. केवल आलोचना करना, सीबीआई जांच मांग करना, दोबारा परीक्षा कराने की बात कहना तो बहुत आसान है. इसका फैसला करने में भी 2 मिनट लगता है, लेकिन उसका रिजल्ट क्या होगा, एग्जाम खिसक जाएंगे तो वापस कब शुरू होंगे. बाकी भर्तियां भी रुक जाएंगी. प्रदेश सरकार ने 1 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरियां दे दी हैं. 90 हजार से ज्यादा की नौकरियों का प्रोसेस चल रहा है. क्या उन भर्तियों को रोक दिया जाए?
‘केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी नेता बिना विचार के दे रहे हैं बयान’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘REET परीक्षा में 25 लाख बच्चों का भविष्य दांव पर लगा है. 15-16 लाख बच्चों ने एक्जाम दिया है, उन पर क्या बीत रही होगी. कुछ केन्द्रीय मंत्री, राज्य में बड़े पदों पर बैठे बीजेपी नेता बिना विचार कुछ भी बोल जाते हैं, जिससे बच्चे डिमोरलाइज और कन्फ्यूज होते हैं.
गहलोत बोले- नेता प्रतिपक्ष ने की एसओजी की जांच की तारीफ
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘कल नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी एसओजी की जांच की तारीफ की थी. मैं समझता हूं कि थोड़ा इंतजार करना चाहिए. हमने एक्शन लेकर कई लोगों को बर्खास्त और सस्पेंड किया है. कुछ और लोगों के नाम आए और उनसे पूछताछ हुई है. धीरे-धीरे जांच आगे बढ़ेगी. जब कन्फर्म होगा कि उन लोगों के कारण ही सब कुछ हुआ है, तो उन्हें बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी’. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पार्टी लाइन से उलट कहा था कि, ‘सीबीआई जांच में काफी समय लगता है. एसओजी ने खुलासा कर ही दिया है’. सियासी चर्चा ये है कि कटारिया खुद प्रदेश के गृह मंत्री रहे हैं तो उन्हें एसओजी की कार्यप्रणाली की ज्यादा जानकारी है.
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‘नकल और पेपर लीक मामलों के खिलाफ सख्त कानूनी प्रावधान का बिल लाएंगे इसी सत्र में’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट पूर्व जज की कमेटी बनाई गई है, ताकि भविष्य में ऐसी नौबत न आए. सरकार अगले विधानसभा सत्र में नकल और पेपर लीक मामलों के खिलाफ सख्त कानूनी प्रावधान करने के लिए बिल लेकर आ रही है. जिससे किसी की ऐसी हरकतें करने की हिम्मत नहीं हो.
‘विपक्ष ऐसा माहौल बनाना चाहता है कि आगे की भर्तियां रुक जाएं’
सीएम गहलोत ने पेपर लीक और परीक्षाओं में भ्रष्टाचार का बड़ा कारण बेरोजगारी को बताया. सीएम ने कहा कि, ‘उन्होंने विपक्षी नेताओं पर आरोप लगाया कि वह ऐसे हालात बनाना चाहते हैं, जिससे आगे की भर्तियां इस बहाने रुक जाएं. बीजेपी राज में भी पेपर आउट हुए थे. कांग्रेस ने आंदोलन भी किए, लेकिन तब क्या कार्रवाई हुई, जबकि कांग्रेस सरकार ने गम्भीरता से जांच शुरू की और आरोपी पकड़े गए हैं.’
‘देश में बीजेपी आरएसएस का ट्रोल मीडिया कर रहा है काम’
मुख्यमंत्री गहलोत ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘देश में बीजेपी आरएसएस का ट्रोल मीडिया काम कर रहा है. सोशल मीडिया की ट्रोल आर्मी को लाखों-करोड़ों रुपए दिए जाते हैं. किसी भी मुद्दे पर आलोचना हो तो ट्रोल आर्मी के लोग आक्रमण करने के लिए टूट पड़ते हैं, जबकि लोकतंत्र में आलोचना का भी स्वागत किया जाता है. लेकिन आज की स्थिति में आलोचना करने वाले को देशद्रोही माना जाता है. जो हर नागरिक के लिए चिंता का विषय बना हुआ है’.
जारौली समेत नप चुके हैं दिग्गज
बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारौल के अलावा बोर्ड सचिव आरएएस अरविंद कुमार सेंगवा, सहायक निदेशक एचआरडी और गणित के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुभाष यादव और प्रशासन शाखा में लगे केमिस्ट्री के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बीएस बैरवा को सरकार ने निलंबित किया है.