कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने कहा है कि पार्टी हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव हारेगी. राहुल गांधी पार्टी को अधर में छोड़ गए हैं. इस पर एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि यह पार्टी को बदनाम करने का एक सुस्पष्ट और सुविचारित प्रयास है. इसके पीछे सलमान खुर्शीद की मजबूरी है. खुर्शीद ने पांच विदेशी एजेंसियों को दिए एक इंटरव्यू में राहुल गांधी पर आरोप लगाए हैं और सोनिया गांधी के बारे में कहा कि वह अंतरिम व्यवस्था के तहत कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष बनी हैं.
कांग्रेस के उक्त वरिष्ठ नेता ने कहा सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) और उनकी पत्नी एक एनजीओ चलाते हैं, जिसमें कुछ गड़बड़ियां सामने आई हैं. उनके खिलाफ एक मामला बन गया है और चार्जशीट भी तैयार हो चुकी है, जिस पर अमल होना बाकी है. ऐसे में क्या विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया के बीच में कांग्रेस को परेशान करने, कांग्रेस की मूल समस्याओं का जिक्र करते हुए वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने और भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का एक और मौका देने के लिए खुर्शीद ने बयानबाजी की है?
तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान खुर्शीद की इस तरह की बयानबाजी से कांग्रेस नेता हैरान हैं. वे सवाल कर रहे हैं कि क्या खुर्शीद की बयानबाजी बेल आउट पैकेज का हिस्सा है? खुर्शीद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने खुर्शीद के इंटरव्यू पर कहा कि राहुल गांधी को राजनीति से कुछ समय के लिए विश्राम करने का अधिकार है. हम चाहते थे कि वह बने रहें, लेकिन उन्होंने कुछ समय विश्राम करने का फैसला किया है. इसका अर्थ यह नहीं कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारियां छोड़ दी हैं. सोनिया गांधी अब यहां हैं और वह पार्टी की जिम्मेवारी ले रही हैं.
सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) के करीबी नेता उनकी टिप्पणियों को समझ नहीं पा रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे उन नेताओं में से नहीं हैं जो कांग्रेस को छोड़ देंगे, उन लोगों की तरह जो बुरे समय में पार्टी को छोड़कर जा रहे हैं. खुर्शीद ने बिना सोचे-समझे ये टिप्पणियां नहीं की हैं, क्योंकि उन्हीं अपनी बात पांच विदेशी पत्रकारों से कही है, क्योंकि भारतीय पत्रकार अक्सर बात को गलत ढंग से कहते हैं और सही विचार प्रस्तुत नहीं करते. इनमें एक विदेशी एजेंसी का भारतीय पत्रकार शामिल है और उसने ही कुछ वक्तव्यों का खुलासा किया है. खासकर उनका जो चुनाव हारने से संबंधित हैं.
सलमान खुर्शीद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने में भाजपा ने देर नहीं की. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया कि आगामी विधानसभा चुनावों में मतदान से पहले ही कांग्रेस ने हार मान ली है. खुर्शीद इससे सहमत हैं कि राहुल गांधी चले गए हैं और सोनिया गांधी महज एक अंतरिम व्यवस्था है. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस यह नहीं जानती कि जाना कहां है, क्योंकि वो नेतृत्वविहीन है. राहुल गांधी चले गए हैं और कांग्रेस की नीतियों को लेकर पार्टी में मतभेद हैं. उनके पास न तो कोई नेता है और न ही सही नीतियां बनाने के लिए कोई इच्छा शक्ति.
भाजपा प्रवक्ता नरेन्द्र तनेजा ने कहा कि किसी भी तरह की चुनौती पेश करने के लिए आपका धरातल पर रहना जरूरी है. लेकिन वहां कांग्रेस कहीं दिखाई नहीं दे रही. उनके कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर है. उनके स्वयं के नेता सलमान खुर्शीद कह रहे हैं कि राहुल गांधी वहां नहीं है. उनके पास कोई नेता नहीं है और यहां तक कि पार्टी भी नहीं जानती कि राहुल गांधी कहां हैं? तनेजा ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में 21 अक्टूबर को होने वाले चुनाव में भाजपा के सामने कोई चुनौती नहीं है.
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि गांधी जैसे नेता भारतीय राजनीति में दुर्लभ हैं, जिन्होंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया है. अच्छा होता यदि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने रहते. लेकिन इसी के साथ हमें उस नैतिक जिम्मेदारी के उदाहरण की सराहना करनी चाहिए, जो उन्होंने सभी के लिए निर्धारित किया है. (Salman Khurshid)