पेपरलीक मामले को लेकर बेनीवाल ने CMO के अधिकारी देवाराम सैनी व अमित ढाका पर लगाए गंभीर आरोप

सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जोरदार हमला बोलते हुए एक-एक कर दागे दस बड़े सवाल, पेपर लीक मामलो में सीएमओ में लंबे समय तक कार्यरत रहे पंजाब कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अमित ढाका और मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी को लेकर खड़े किए कई गंभीर सवाल

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Hanuman Beniwal on CM Ashok Gehlot. प्रदेश में बीते शनिवार को राजस्थान लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित होने वाली सैकंड ग्रेड भर्ती परीक्षा के जीके का पेपर लीक होने और उसके बाद परीक्षा निरस्त किए जाने के मामले में सियासत अपने उफान पर है. प्रदेश में लगातार प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर आउट होने के मामलों के बाद गहलोत सरकार चहुंओर से विपक्ष के निशाने पर आ गई है. इसी कड़ी में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर से लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जोरदार हमला बोलते हुए एक-एक करके दस सवाल दागे. सांसद बेनीवाल ने अपने ट्वीटर एकाउंट के जरिए पूछे इन सवालों में पेपर लीक मामलो में सीएमओ में लंबे समय तक कार्यरत रहे पंजाब कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अमित ढाका और मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े किए.

सांसद हनुमान बेनीवाल द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछे गए सवाल-

  1. क्या पंजाब कैडर के IAS अधिकारी अमित ढाका को पंजाब से यहां पेपर आउट करवाने की चेन बनाने और ऐसे गिरोह को पनपाने के लिए आयात किया गया है?
  2. वरिष्ठ अध्यापक पेपर लीक प्रकरण के आरोपी सुरेश ढाका और सीएमओ में तीन वर्षो से अधिक समय तक कार्यरत रहे अमित ढाका के संबंधों की जांच कब करवाओगे? क्योंकि यह सुरेश ढाका स्वयं को अमित ढाका का भाई बताकर और खुद को सीएमओ का आदमी बताकर हर जगह रोब झाड़ता था और इस एंगल से ही इसने भर्ती परीक्षाओं के पेपर करवाने वाली संस्थाओं और अफसरों से मिलीभगत कर रखी थी.
  3. REET प्रकरण में राज्य सरकार के मंत्री सुभाष गर्ग और मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी पर भी आरोप लगे थे, चुंकि सुभाष गर्ग स्वयं माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके है और इनके इशारे पर ही डीपी जारोली को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया और रीट पेपर प्रकरण में जारोली को बर्खास्त किया गया. यही नहीं मंत्री गर्ग ने ही जारोली को एसओजी से क्लीन चिट दिलवाई. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर जारोली सही थे उन्हे बर्खास्त क्यों किया गया?
  4. क्या जारोली को क्लीन चिट इसलिए नही दिलवाई गई की कहीं वो उन नेताओं और अधिकारियो के नाम उजागर कर देता जिनके नाम रीट पेपर आउट करवाने में सामने आए थे?
  5. रीट मामले में आरोपी रामकृपाल मीणा की स्कूल को तोड़ा गया, तो फिर बाकी आरोपियों की प्रोपर्टियों को क्यों नही तोड़ा गया?
  6. कांस्टेबल पेपर लीक प्रकरण में कांग्रेसी नेता मंजू शर्मा के पुत्र को गिरफ्तार किया गया, बावजूद इसके इनकी स्कूल को क्यों नही तोड़ा गया?
  7. RPSC चेयरमैन ने कोचिंग सेन्टर संचालकों की भूमिका पेपर लीक करवाने और नकल गिरोह में होना बताया तो सरकार ऐसे कोचिंग सेंटर्स के खिलाफ कब कार्यवाही करेगी और पर्दे के पीछे कौन-कौन से ब्यूरोक्रेट्स और अन्य अधिकारियों की साझेदारी ऐसी कोचिंगो में है, कब होगा इसका खुलासा?
  8. आपकेओएसडी देवाराम सैनी के नजदीकी रिश्तेदारों की भी कोचिगों में साझेदारी है जो लगातार देवाराम के संपर्क में भी थे ऐसे में इस विषय की गहन जांच कब करवाओगे की कहीं आपके OSD की भूमिका तो पेपर आउट करवाने में नही थी?
  9. आरोपी सुरेश ढाका राजस्थान के एक दर्जन सत्ता धारी दल के नेताओं और मंत्रियों तथा हरियाणा और दिल्ली के कई कांग्रेसी नेताओ के ट्वीटर हैंडल ऑपरेट करता था, ऐसे में बिना नेताओ की सह के सुरेश ढाका इतना बड़ा कृत्य नही कर सकता, इस पर आप क्या कहोगे?
  10. कांग्रेस के कौनसे नेताओ और मंत्रियों ने सुरेश ढाका की राहुल गांधी से मुलाकात करवाई?

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यहां आपको बता दें कि सांसद हनुमान बेनीवाल विगत चार सालों से लगातार हो रहे प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपरलीक मामले में के5बड़े खुलासे करते हुए गहलोत सरकार पर हमला बोलते रहे हैं. ऐसे में मंगलवार को सांसद बेनीवाल द्वारा गंभीर आरोप लगाते हुए उठाए गए इन सवालों के बाद हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच सियासी तापमान गरमाना तय माना जा रहा है.

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