Politalks.News/Rajasthan/Ashok Gehlot. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और जब बच्चे स्वस्थ होंगे तो ही देश समृद्ध बनेगा. राज्य सरकार खाद्य सुरक्षा योजनाओं के माध्यम से बच्चों के पोषण की जिम्मेदारी पूरी प्रतिबद्धता के साथ निभा रही है. सीएम गहलोत ने कहा कि हमारा प्रयास है कि सतत् विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में राजस्थान अव्वल रहे.
मुख्यमंत्री गहलोत ने आज सीएम आवास पर राजस्थान सरकार तथा संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम के बीच हुए एमओयू पर हस्ताक्षर कार्यक्रम में यह बात कही. सीएम गहलोत ने कहा कि भारत की विश्व खाद्य कार्यकम के साथ करीब 50 साल से सफल भागीदारी रही है. विकासशील देशों में कुपोषण दूर करने तथा दुनिया की बड़ी आबादी को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराने में विश्व खाद्य कार्यक्रम की बड़ी भूमिका रही है.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इस संगठन को नोबल शांति जैसा प्रतिष्ठित पुरस्कार मिलना इसकी महत्ता को दर्शाता है. उनकी तकनीकी विशेषज्ञता से प्रदेश में मिड-डे मील, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से सभी जरूरतमंद लोगों तक खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ प्रभावी तरीके से पहुंचाया जा सकेगा.
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि हमारी खाद्य सुरक्षा योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की सराहना पूरे देश में होती है. कोरोना के इस संकट के समय राजस्थान सतर्क है कोई भूखा न सोए हमारा मूल मंत्र रहा है. इसे साकार करते हुए राज्य सरकार ने व्यापक जनभागीदारी के साथ जरूरतमंद लोगों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की है. मुख्यमंत्री ने कहा इसमें समाजसेवी, भामाशाह, उदारमना और आमजन का भी पूरा सहयोग मिला है. सरकार ने हर वर्ग की मदद में कोई कसर नहीं छोड़ी.
सीएम गहलोत ने कहा कि यूपीए सरकार के समय देश के हर परिवार की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए फूड सिक्योरिटी एक्ट लाकर लोगों को खाद्य सुरक्षा का अधिकार दिया गया. राज्य सरकार जनजाति क्षेत्रों सहित अन्य पिछड़े इलाकों में बच्चों के पोषण के लिए प्रभावी कदम उठा रही है.