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लोकसभा चुनाव के नतीजे आने में अब ज्यादा वक्त नहीं रहा है लेकिन इससे पहले ईवीएम को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है. विपक्ष के इस दावे को और बल मिल गया जब सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने ट्विटर हैंडल से बयान का एक पत्र शेयर किया. इस बयान में मुखर्जी ने ईवीएम की सुरक्षा को लेकर खड़े हो रहे सवालों पर चिंता व्यक्त की है. साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को नसीहत भी दी है कि वे हर हाल में जनता के फैसले पर संकट नहीं आने दे और लोकतंत्र पर जनता के भरोसे को नहीं टूटने दे.

अपने ट्विटर हैंडल से एक पत्र शेयर करते हुए प्रणब मुखर्जी ने लिखा कि लोकतंत्र में लोगों के निर्णय पर किसी तरह का संकट नहीं आना चाहिए. लोगों का फैसला हमेशा किसी भी तरह के संशय से हटकर सर्वोच्च रहना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने लिखा कि संस्थानों में विश्वास रखते हुए मेरा मानना है कि जो कार्य कर रहा है उसी की जिम्मे ही संस्थान को सही तरीके से चलाना होता है.’ प्रणब मुखर्जी ने आगे लिखा कि अभी जो भी संशय सामने आ रहे हैं, उसपर चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि इन संशयों को कोई जगह ना मिले.

गौरतलब है कि सोमवार को कांग्रेस, टीएमसी, AAP, NCP समेत कई पार्टियों ने दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में बैठक कर विपक्ष की एकजुटता दिखाई थी और चर्चा के बाद आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई में चुनाव आयोग से मिले थे. इस दौरान विपक्ष ने आयोग से ईवीएम की सुरक्षा बढ़ाने की गुहार लगाई थी. इसी बीच अब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के इस संदेश के बाद ईवीएम सुरक्षा की बात को और बल मिला है.

बता दें कि इससे पहले प्रणब मुखर्जी भारत निर्वाचन आयोग के मौजूदा आयुक्त की तारिफ कर चुके हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि यदि हम संस्थानों को मजबूत करना चाहते हैं तो हमें ध्यान में रखना चाहिए कि ये संस्थान देश की अच्छी तरह से सेवा कर रहे हैं. वहीं पूर्व में भी एक कार्यक्रम में भी उनके द्वारा कहा गया था कि अगर लोकतंत्र सफल साबित हो रहा है तो इसके लिए चुनाव आयोग को काफी हद तक जिम्मेदार माना जाना चाहिए.

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