आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के वरिष्ठ नेता कोडेला शिव प्रसाद राव (Shiv Prasad Rao) ने रविवार सुबह हैदराबाद स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. परिजनों ने घर की पहली मंजिल पर उनके कमरे का दरवाजा तुड़वाकर भीतर देखा तो वह छत के पंखे से लटके हुए मिले. उन्हें सुरक्षा कर्मी की मदद से नीचे उतारकर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के बाद डॉक्टरों ने उनकी मौत की पुष्टि की. शिव प्रसाद राव की उम्र करीब 72 वर्ष थी. वह अविभाजित आंध्र प्रदेश में लगातार छह बार तेदेपा विधायक रह चुके थे.

पिछले विधानसभा चुनाव में तेदेपा सत्ता से बाहर हो गई थी और YSRPC ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई. नई सरकार बनने के बाद शिव प्रसाद राव के खिलाफ विधानसभा की संपत्ति चुराने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था और पुलिस उनके परिजनों को भी घेरने में लगी थी. इससे शिव प्रसाद राव खुद को मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस करने लगे थे.

परिवार के सदस्यों ने पुलिस को जो बयान दिया है, उसके मुताबिक शिव प्रसाद राव सुबह 10 बजे नाश्ता करने के बाद अपने कमरे में चले गए थे. उन्होंने दरवाजा भीतर से बंद कर लिया था. उनकी पत्नी शशिकला ने पहुंचकर जब दरवाजा खटखटाया तो भीतर से कोई आवाज नहीं आ रही थी. इसके बाद राव के सुरक्षा कर्मी को बुलाकर दरवाजा तोड़ा गया तब सभी ने उन्हें फांसी पर लटके हुए देखा. उन्हें तत्काल बंडारा हिल्स स्थित इंडो-अमेरिकी कैंसर संस्था में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर उनकी सांस वापस नहीं लौटा सके. बाद में उनका शव पोस्टमार्टम के लिए उस्मानिया जनरल अस्पताल भेजा गया.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शिव प्रसाद राव की मौत सोमवार सुबह 9 से 10 बजे के दरमियान होने का अनुमान व्यक्त किया गया है. पुलिस ने राव की संदिग्ध मौत का मामला दर्ज कर लिया है. मामले की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमों बनाई गई हैं. शिव प्रसाद राव के निधन की सूचना मिलते ही पूर्व मुख्चमंत्री तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और मौजूदा मुख्यमंत्री वाईआरएस कांग्रेस पार्टी के नेता जगन मोहन रेड्डी ने उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है.

शिव प्रसाद राव अपने खिलाफ मामले दर्ज होने के बाद से परेशान चल रहे थे. 23 अगस्त को गुंटूर में उन्हें दौरा पड़ा था, इसके बाद वह हैदराबाद चले गए थे. पुलिस ने उन पर आंध्र प्रदेश विधानसभा के फर्नीचर सहित करीब एक करोड़ रुपए का सामान चुराने का आरोप लगातो हुए 25 अगस्त को मामला दर्ज किया था. राव की मौत के बाद तेदेपा नेताओं ने आरोप लगाना शुरू कर दिया है कि जगन मोहन रेड्डी सरकार के तानाशाही रवैये के कारण राव 72 वर्ष की उम्र में आत्हत्या करने के लिए विवश हो गए.

शिव प्रसाद राव की आत्महत्या के बाद आंध्र प्रदेश में नई राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई है. सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता आरोपों को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं. उनका कहाना है, राव की आत्महत्या के पीछे हमारी पार्टी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. आंध्र प्रदेश पुलिस ने 25 अगस्त को राव के खिलाफ मामला दर्ज किया था. राव ने आत्महत्या करने से पहले कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है.

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