अलवर (Alwar) जिले में बहरोड़ के विधायक बलजीत यादव (Baljeet Yadav) और भाजपा नेता पूर्व मंत्री जसवंत यादव (Jashwant Yadav) एक बार फिर आमने सामने हो गए हैं. दोनों ने खुलकर एक-दूसरे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है. दोनों क्षेत्र की बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करने लगे हैं. जसवंत यादव सोमवार शाम सरपंच यूनियन का धरना समाप्त करवाने के लिए बहरोड़ पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि बहरोड़ में अराजकता की स्थिति पैदा करने के लिए मौजूदा विधायक जिम्मेदार हैं.
जसवंत यादव ने सरपंचों से कहा कि मौजूदा विधायक खुद आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं तो क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं बढ़ना स्वाभाविक है. उन्होंने कहा कि जब क्षेत्र का जन प्रतिनिधि अपराधियों से हाथ मिला लेता है तो अपराध बढ़ने से कैसे रोके जा सकते हैं. उन्होंने विधायक को सलाह दी कि वे समय रहते सुधर जाएं नहीं तो अन्य लोगों की तरह जनता ही उन्हें सबक सिखाएगी.
जसवंत यादव ने कहा कि विधायक को जनता ने क्षेत्र के विकास के लिए चुना है. उन्हें राजनीति को व्यापार नहीं बनाना चाहिए. पैसे कमाने की बजाय जनता की सेवा की तरफ ध्यान देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि बहरोड़ के विधायक ने मंत्री बनने के लालच में राज्य में कांग्रेस सरकार को समर्थन दिया है. मंत्री बनना उनका लक्ष्य है.
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जसवंत यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए विधायक बलजीत यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बहरोड़ की जनता एकजुट है. यहां कोई भी अधिकारी भ्रष्टाचार करेगा तो उसका विरोध किया जाएगा. उन्हें यहां से हटाकर अन्यत्र भेजा जाएगा. जो भी क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने का प्रयास करेगा, उसे सहन नहीं किया जाएगा.