Chandrababu Naidu arrested: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को स्किल डेवलपमेंट स्कैम में आपराधिक जांच विभाग (CID) ने गिरफ्तार किया है. 2016 में हुए करीब 250 करोड़ रुपए के घोटाले में चंद्रबाबू के बेटे पारा लोकेश को भी हिरासत में लिया गया है. सीआईडी ने 9 दिसंबर, 2021 को स्किल डेवलपमेंट घोटाले मामले में FIR दर्ज की थी. इसमें 25 लोगों को आरोपी बनाया गया था. हालांकि, इस FIR में नायडू का नाम नहीं था. इस साल मार्च में CID ने स्किल डेवलपमेंट घोटाले की जांच शुरू की थी. CID का दावा है कि जांच में जो बातें सामने आई हैं, उनके आधार पर चंद्रबाबू को गिरफ्तार किया गया है. तेलूगू देशम पार्टी (TDP) के मुखिया चंद्रबाबू नायडू 2014 से 2019 और 1995 से 2004 के बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
कार्यकर्ताओं की पुलिस से हुई झड़प के बीच हुई गिरफ्तारी
पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे नंदयाल शहर में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद एक बस में आराम कर रहे थे. सीआईडी अधिकारी और नंदयाल जिला पुलिस, कुर्नूल रेंज DIG रघुरामी रेड्डी की अगुआई में तड़के 3 बजे उस कैंप साइट पर पहुंचे, जहां नायडू ठहरे हुए थे. जब टीम ने नायडू को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो पार्टी समर्थकों ने उन्हें रोक लिया. पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प और चेतावनी के बाद जब कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने कुछ को हिरासत में ले लिया. चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के विरोध में TDP कार्यकर्ताओं ने तिरुपति में विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
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गिरफ्तारी के बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए नंदयाल अस्पताल ले जाया जाना था, लेकिन उनके मना करने के बाद कैंप साइट पर ही उनका मेडिकल चेकअप किया गया. यहां से उन्हें विजयवाड़ा ले जाया गया है. जहां उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा. इससे पहले चंद्रबाबू नायडू ने 6 सितंबर को अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी. अनंतपुर जिले के रायदुर्गम में लोगों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था- वो मुझे आज या कल अरेस्ट कर सकते हैं या मुझ पर हमला भी हो सकता है. पूर्व सीएम ने दावा किया था कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है. उन्होंने कहा कि 45 साल के करियर में उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं हुआ है.
आंध्र प्रदेश पुलिस ने चंद्रबाबू के बेटे पारा लोकेश को ईस्ट गोदावरी जिले से हिरासत में लिया है. लोकेश यहां पदयात्रा कर रहे थे. उन्हें विजयवाड़ा नहीं जाने दिया गया है.
क्या है स्किल डेवलपमेंट घोटाला
साल 2016 में तत्कालीन सीएम चंद्रबाबू नायडू ने बेरोजगार युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देने के तहत आंध्र प्रदेश स्टेट स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (APSSDC) की स्थापना की थी. APSSDC की 3,300 करोड़ की प्रोजेक्ट के लिए TDP सरकार ने सीमेंस इंडस्ट्री सॉफ्टवेयर इंडिया लिमिटेड और डिजाइन टेक सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड की ग्रुप कंपनियों के साथ एक MoU साइन किया. इस करार के तहत सीमेंस इंडस्ट्री सॉफ्टवेयर इंडिया को स्किल डेवलपमेंट के लिए 3300 करोड़ की लागत से छह एक्सीलेंस सेंटर स्थापित करना था.
राज्य सरकार को प्रोजेक्ट के कुल लागत का 10 फीसदी भुगतान करना था, जबकि मदद के रूप में बाकी राशि सीमेंस और डिजाइन टेक को देना था.
बाद में सीआईडी ने अपनी जांच में पाया कि राज्य कैबिनेट से इस परियोजना को मंजूरी नहीं थी. इसके बावजूद बिना टेंडर के प्रोजेक्ट शुरू की गई. MOU के तहत सीमेंस कंपनी को अपनी तरफ से प्रोजक्ट में इन्वेस्ट करना था. हालांकि, कंपनी ने अपनी तरफ से कुछ भी निवेश नहीं किया.
इसे उलट राज्य सरकार की तरफ से आवंटित 371 करोड़ रुपये विभिन्न शेल कंपनियां- एलाइड कंप्यूटर्स, स्किलर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, नॉलेज पोडियम, कैडेंस पार्टनर्स और ईटीए ग्रीन्स में बांट दीं.
CID ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि साल 2018 में एंटी करप्शन ब्यूरो को इस घोटाले की शिकायत मिली थी. हालांकि, तब सत्ता में बैठे लोगों ने जांच रोकने की कोशिश की और राज्य सचिवालय से जरूरी डॉक्यूमेंट्स हटा दिए. वर्तमान सरकार की जांच से पहले जीएसटी इंटेलिजेंस विंग और आईटी डिपार्टमेंट भी घोटाले की जांच कर रहे थे.
इस साल CID ने सरकारी गवाह बने एक आरोपी और तीन आईएएस अधिकारी के बयान के आधार पर APSSDC के पूर्व CEO अर्जा श्रीकांत को नोटिस भी जारी किया था. चंद्रबाबू की सरकार में पूर्व इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विस (IRTC) अधिकारी अर्जी श्रीकांत APSSDC के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO थे. सीमेंस ग्लोबल कॉरपोरेट ऑफिस की आंतरिक जांच में पाया गया कि प्रोजक्ट मैनेजर ने हवाला लेनदेन के रूप में प्रोजेक्ट का पैसा शेल कंपनियों को ट्रांसफर किया था. सीमेंस ग्लोबल ने आरोपी मैनेजर को नौकरी से निकाल दिया था.
विपक्षी गठबंधन को लगा बड़ा झटका
चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे की गिरफ्तारी से विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. नायडू ‘इंडिया गठबंधन’ का प्रमुख हिस्सा हैं. नायडू ने आंध्रा में कभी एकछत्र राज चलाया है. आगामी साल में आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनावों के साथ देश में लोकसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी विपक्षी गठबंधन के लिए अच्छा संकेत नहीं है. हाल में मुंबई में हुई 26 विपक्षी पार्टियों की बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा था कि वे हमें डराऐंगे, गिरफ्तार करेंगे लेकिन हमें इसके लिए तैयार रहना होगा. लगता है उनके कहे की बात अब सच साबित होने लगी है.